पटना: कोरोना संक्रमण के दौरान लोग अपना इम्युनिटी पावर बढ़ाने के लिए कई तरह के व्यंजनों का सेवन कर रहे हैं. खासकर लोग मांसाहार का सेवन कर अपनी इम्युनिटी को मजबूत रखना चाहते हैं. ऐसे में सड़क किनारे खुले आसमान के नीचे कटे हुए मांस मछली और अंडे का उपयोग करना कितना सही और कितना गलत है इसकी पड़ताल ईटीवी भारत ने की.
निगम द्वारा राजधानी पटना में कई जगह मटन शॉप के लिए ट्रेड लाइसेंस के जरिए दुकान खोलने की परमिशन दी गई है. मटन शॉप के दुकानदार भी निगम द्वारा बनाए गए नियमों का बखूबी से पालन करते हुए नजर आ रहे हैं. मटन शॉप पर किसी भी तरह की बीमारी न फैले, इसके लिए कई तरह की सुविधा भी उपलब्ध है. कोरोना संक्रमण के दौर में जमघट न लगे इसके लिए लिए दुकानदारों ने टोकन सिस्टम बनाया है.
बगैर लाइसेंसी दुकनदारों से हो रहा बहुत नुकसान
वहीं, दुकानदारों का कहना है कि हमने तो निगम द्वारा लाइसेंस ले लिया और उनके नियमों का पालन कर रहे हैं. लेकिन जो लोग लाइसेंस नहीं लिए हैं. सड़क किनारे मटन शॉप की दुकान खोल रखी है. जिसकी वजह से लाइसेंसकृत दुकानदारों को घाटा होता है. दुकान पर कम ही लोग आते हैं. यदि निगम हर दिन अपने नियम को लेकर बाजारों में छापेमारी करे तो सभी लोग लाइसेंस निगम द्वारा ले लेंगे.
कुछ दुकानदार बगैर लाइसेंस के चला रहे दुकान
वहीं निगम के अधिकारियों का कहना है कि ट्रेड लाइसेंस के जरिए कई तरह के दुकानों के लिए लाइसेंस दिया जाता है. वहीं, स्थानीय जनप्रतिनिधि सशक्त स्थाई समिति के सदस्य इंद्रदीप चंद्रवंशी बताते हैं कि शहर में जितने भी सड़क किनारे मटन चिकन का शॉप खुला हुआ है. वे लोग बगैर लाइसेंस के अपना काम धड़ल्ले से कर रहे हैं. निगम के तरफ थोड़ी बहुत लापरवाह भी बढ़ती जा रही है. अधिकारियों को इस मामले में सख्ती भी बरतनी चाहिये.
खुले आसमान के नीचे बिकने वाले चिकन मटन की दुकान से मांस न लें
वहीं, पशु चिकित्सक विशेषज्ञ बताते हैं कि जितने भी मटन शॉप पर बकरे मुर्गे का कत्ल किया जाता है. उसका नियम है. लोगों को ध्यान देना चाहिए कि वह अधिक चर्बी वाले मुर्गे या बकरे का मटन का सेवन करना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित होता है. जिसके सेवन करने पर लोगों को गंभीर स्वास्थ्य बीमारियों से जूझना पड़ सकता है.
वहीं डॉक्टरों का मानना है कि जो भी व्यक्ति नॉन वेजिटेरियन है, उन्हें ध्यान देना चाहिए कि वह मटन, चिकन या मछली जो भी कुछ ले रहे हों, वह शुद्ध होना चाहिए. उन्होंने बताया कि जितने भी मटन शॉप पर यदि रेफ्रिजरेटर है. यदि वह लोग मटन को कत्ल करके उसमें रखते हैं. तो वह भी मटन खाने योग्य होता है. यदि कोई भी मटन शॉप रेफ्रिजरेटर में मांस नहीं रखता है. और उस मांस को बाहरी खुले आसमान के नीचे छोड़ देता है और लोग उसे खरीद कर खाते हैं तो वह गंभीर बीमारी का शिकार हो सकते हैं.