ETV Bharat / state

'साहब बैठेंगे इसलिए सांसद को कुर्सी से उठाया', MP सुदामा प्रसाद ने इस IAS अधिकारी पर लगाए गंभीर आरोप - SUDAMA PRASAD

आरा सांसद सुदामा प्रसाद ने आईएएस अधिकारी तनय सुल्तानिया पर कार्रवाई की मांग की. आरोप है कि डीएम के लिए उन्हें कुर्सी से उठाया गया.

IAS Tanay Sultania
आईएएस तनय सुल्तानिया (ETV Bharat)
author img

By ETV Bharat Bihar Team

Published : Feb 7, 2025, 11:54 AM IST

भोजपुर: "पहले तो बैठने के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गयी. जब एसपी के बगल में बैठ गए तो डीएम के आते ही कुर्सी से उठना पड़ा." यह शिकायत आरा सांसद सुदामा प्रसाद ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से पत्र के माध्यम से की. कहा कि 26 जनवरी के कार्यक्रम में उनके लिए प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया गया. इसके लिए सांसद ने आरा डीएम पर कार्रवाई की मांग की है.

कुर्सी नहीं मिलने से नाराज: दरअसल, सांसद का कहना है कि 26 जनवरी 2025 के अवसर पर जिला प्रशासन ने गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल होने का निमंत्रण दिया था. जब वे आयोजन स्थल पर पहुंचे तो पता चला कि वहां उनके बैठने के लिए कोई जगह आरक्षित नहीं थी. यह पूछने पर कि मेरी सीट कहां है तो उन्हें एसपी के बगल में बैठा दिया गया. इसी दौरान डीएम तनय सुल्तानिया आ गए और सांसद को वहां से भी उठा दिया गया.

'प्रोटोकॉल का पालन नहीं': सांसद ने सवाल कािया है कि 'क्या यह एक सांसद को दिए गए प्रोटोकॉल का उल्लंघन नहीं है?' सांसद ने भोजपुर डीएम पर न्यूनतम विशेषाधिकार के उल्लंघन और संसद के निर्वाचित सदस्य को दिए जाने वाले प्रोटोकॉल के बुनियादी मानदंडों पर खरा नहीं उतरने का आरोप लगाया है. सुदामा प्रसाद ने अपने फेसबुक एकाउंट पर लोकसभा अध्यक्ष को दिए गए पत्र शेयर किया है.

उन्होंने पत्र में लिखा है कि "मैं आपको जिला मजिस्ट्रेट तनय सुल्तानिया आईएएस द्वारा आरा निर्वाचन क्षेत्र, बिहार से एक निर्वाचित प्रतिनिधि के रूप में दिए गए न्यूनतम विशेषाधिकार के गंभीर उल्लंघन के बारे में बताना चाहता हूं. यह नोट करना दुर्भाग्यपूर्ण है और मुझे आपको यह बताते हुए दुख हो रहा है कि उनके हाव-भाव संसद के एक निर्वाचित सदस्य को दिए गए प्रोटोकॉल के बुनियादी मानदंडों को पूरा करने में असफल हैं."

'सांसद और संसद दोनों का अपमान': सुदामा प्रसाद ने आरोप लगाते हुए कहा है कि "ये कोई अकेली घटना नहीं है. ऐसे अन्य उदाहरण भी हैं जहां डीएम मेरी उपस्थिति को स्वीकार करने में विफल रहे और यहां तक की जिले में लागू की जा रही योजनाओं और नीतियों के बारे में जानकारी देने से आनाकानी करते रहे." एक निर्वाचित प्रतिनिधि के साथ सम्मान और प्रोटोकॉल के साथ व्यवहार करने से इनकार करना न केवल व्यक्तिगत सांसद का अपमान है, बल्कि संसद और उन लोगों का भी अपमान है जिन्होंने उन्हें चुना है.

सांसद ने मांग की है कि "कृपया बुनियादी प्रोटोकॉल और गरिमा प्रदान करने में विफल रहने के लिए जिला मजिस्ट्रेट पर कार्रवाई करें. आपका हस्तक्षेप मेरे निर्वाचन क्षेत्र में संसद लोकतंत्र और निर्वाचित प्रतिनिधि की गरिमा को बहाल करेगा."

आरा सांसद सुदामा प्रसाद भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी(ML) के नेता हैं. लोकसभा चुनाव 2024 में आरा लोकसभा सीट से आरके सिंह को हराकर सांसद बने. सांसद की इस कार्रवाई की मांग जिले में खूब हो रही है.

कौन हैं तनय सुल्तानियां?: यूपी के गोरखपुर के रहने वाले 2017 बैच के आईएएस तनय सुल्तानिया वर्तमान में भोजपुर डीएम हैं. इन्होंने यूपीएससी 2016 में तीसरे प्रयास में 63वां रैंक हासिल की थी. परीक्षा पास करने के बाद बिहार कैडेर मिला. भोजपुरी डीएम से पहले पटना में डीडीसी थे.

ये भी पढ़ें: 'रेल टिकट चाहिए.. दलाल से बोलिए तुरंत मिल जाएगा', बिहार के सांसद सुदामा प्रसाद ने खोली रेलवे की पोल

भोजपुर: "पहले तो बैठने के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गयी. जब एसपी के बगल में बैठ गए तो डीएम के आते ही कुर्सी से उठना पड़ा." यह शिकायत आरा सांसद सुदामा प्रसाद ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से पत्र के माध्यम से की. कहा कि 26 जनवरी के कार्यक्रम में उनके लिए प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया गया. इसके लिए सांसद ने आरा डीएम पर कार्रवाई की मांग की है.

कुर्सी नहीं मिलने से नाराज: दरअसल, सांसद का कहना है कि 26 जनवरी 2025 के अवसर पर जिला प्रशासन ने गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल होने का निमंत्रण दिया था. जब वे आयोजन स्थल पर पहुंचे तो पता चला कि वहां उनके बैठने के लिए कोई जगह आरक्षित नहीं थी. यह पूछने पर कि मेरी सीट कहां है तो उन्हें एसपी के बगल में बैठा दिया गया. इसी दौरान डीएम तनय सुल्तानिया आ गए और सांसद को वहां से भी उठा दिया गया.

'प्रोटोकॉल का पालन नहीं': सांसद ने सवाल कािया है कि 'क्या यह एक सांसद को दिए गए प्रोटोकॉल का उल्लंघन नहीं है?' सांसद ने भोजपुर डीएम पर न्यूनतम विशेषाधिकार के उल्लंघन और संसद के निर्वाचित सदस्य को दिए जाने वाले प्रोटोकॉल के बुनियादी मानदंडों पर खरा नहीं उतरने का आरोप लगाया है. सुदामा प्रसाद ने अपने फेसबुक एकाउंट पर लोकसभा अध्यक्ष को दिए गए पत्र शेयर किया है.

उन्होंने पत्र में लिखा है कि "मैं आपको जिला मजिस्ट्रेट तनय सुल्तानिया आईएएस द्वारा आरा निर्वाचन क्षेत्र, बिहार से एक निर्वाचित प्रतिनिधि के रूप में दिए गए न्यूनतम विशेषाधिकार के गंभीर उल्लंघन के बारे में बताना चाहता हूं. यह नोट करना दुर्भाग्यपूर्ण है और मुझे आपको यह बताते हुए दुख हो रहा है कि उनके हाव-भाव संसद के एक निर्वाचित सदस्य को दिए गए प्रोटोकॉल के बुनियादी मानदंडों को पूरा करने में असफल हैं."

'सांसद और संसद दोनों का अपमान': सुदामा प्रसाद ने आरोप लगाते हुए कहा है कि "ये कोई अकेली घटना नहीं है. ऐसे अन्य उदाहरण भी हैं जहां डीएम मेरी उपस्थिति को स्वीकार करने में विफल रहे और यहां तक की जिले में लागू की जा रही योजनाओं और नीतियों के बारे में जानकारी देने से आनाकानी करते रहे." एक निर्वाचित प्रतिनिधि के साथ सम्मान और प्रोटोकॉल के साथ व्यवहार करने से इनकार करना न केवल व्यक्तिगत सांसद का अपमान है, बल्कि संसद और उन लोगों का भी अपमान है जिन्होंने उन्हें चुना है.

सांसद ने मांग की है कि "कृपया बुनियादी प्रोटोकॉल और गरिमा प्रदान करने में विफल रहने के लिए जिला मजिस्ट्रेट पर कार्रवाई करें. आपका हस्तक्षेप मेरे निर्वाचन क्षेत्र में संसद लोकतंत्र और निर्वाचित प्रतिनिधि की गरिमा को बहाल करेगा."

आरा सांसद सुदामा प्रसाद भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी(ML) के नेता हैं. लोकसभा चुनाव 2024 में आरा लोकसभा सीट से आरके सिंह को हराकर सांसद बने. सांसद की इस कार्रवाई की मांग जिले में खूब हो रही है.

कौन हैं तनय सुल्तानियां?: यूपी के गोरखपुर के रहने वाले 2017 बैच के आईएएस तनय सुल्तानिया वर्तमान में भोजपुर डीएम हैं. इन्होंने यूपीएससी 2016 में तीसरे प्रयास में 63वां रैंक हासिल की थी. परीक्षा पास करने के बाद बिहार कैडेर मिला. भोजपुरी डीएम से पहले पटना में डीडीसी थे.

ये भी पढ़ें: 'रेल टिकट चाहिए.. दलाल से बोलिए तुरंत मिल जाएगा', बिहार के सांसद सुदामा प्रसाद ने खोली रेलवे की पोल

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.