सारण/भोजपुर/मोतिहारी/किशनगंज: बिहार समेत पूरे देश में इस समय नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी को लेकर विरोध प्रदर्शन जारी है. बिहार के कई जिलों में इसके खिलाफ लगातार प्रदर्शन हो रहे हैं. कानून के विरोध में 19 दिसंबर को वामदलों ने राज्यव्यापी बंद का आह्वान किया है तो वहीं राजद ने भी 21 दिसंबर को बंदी का ऐलान कर इस कानून का विरोध करने का मन बनाया है.
भोजपुर में इंसाफ मंच के बैनर तले अकबरपुर से सीएए और एनआरसी के खिलाफ नागरिक प्रतिवाद मार्च निकाला गया, जो बड़ी चौक, गोपाली चौक, नगर थाना होते हुए रमना मैदान पहुंचकर सभा में तब्दील हो गई. सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने सरकार से इस कानून को वापस लेने की मांग की. साथ ही जामिया और एएमयू में छात्रों पर हुये पुलिस कार्रवाई के जांच की भी मांग की.
सारण में भी प्रदर्शन
वहीं, सारण में भी लगातार एनआरसी का विरोध जारी है. इन विरोध प्रदर्शनों के कारण छपरा शहर की सड़कें आज जाम रहीं. छपरा के कुछ मुस्लिम और छात्र सगठनों की तरफ से ये विरोध मार्च निकाला गया, जो जिलाधिकारी कार्यालय से थाना चौक होता हुआ नगर पालिका चौक तक गया और वहां पर जुलूस में शामिल होकर लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला फूंका. साथ ही इस कानून को वापस लिये जाने की मांग की.
मोतिहारी में आक्रोश मार्च
मोतिहारी में भी CAA के खिलाफ लोगों का उबाल देखने को मिल रहा है. जिले के ढाका प्रखंड में हजारों की संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग सड़कों पर उतरे और नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ अपना आक्रोश मार्च निकाला. ये आक्रोश मार्च ढ़ाका शहर के मुख्य पथ से होकर अनुमंडल कार्यालय पहुंचा. जिसके बाद पांच लोगों के शिष्टमंडल ने CAA के विरोध में अपना ज्ञापन एसडीओ को सौंपा.
मशाल जुलूस में शामिल हुये किशनगंज सांसद
किशनगंज में कांग्रेस समर्थकों ने इस कानून का विरोध करते हुये इसे हिंदुस्तान की आत्मा के खिलाफ बताया. किशनगंज से कांग्रेस सांसद डॉ. जावेद ने कहा कि पूरे हिंदुस्तान को बीजेपी व आरएसएस जला कर राख करने का मन बना लिया है. किशनगंज में इसके खिलाफ मशाल जुलूस निकाला गया और कानून को खत्म किये जाने की मांग की.