पटना : मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव बिहार दौरे पर हैं. पटना एयरपोर्ट पर उनका भव्य स्वागत किया गया. बता दें कि आज श्रीकृष्ण चेतना मंच के बैनर तले सम्मान समारोह का आयोजन किया जा रहा है. इसी कड़ी में मोहन यादव श्री कृष्णा मेमोरहियल हॉल में पहुंचे. यहां उनपर पुष्प वर्षा कर समर्थकों ने जोरदार स्वागत किया.
एमपी सीएम मोहन यादव का बिहार दौरा : पटना एयरपोर्ट पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी, नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा, बीजेपी बिधायक नंद किशोर यादव, केन्द्रीय मंत्री नित्यानन्द राय ने स्वागत कर एमपी सीएम मोहन यादव को कार्यक्रम स्थल पर लेकर पहुंचे. मोहन यादव का दौरा बीजेपी के लिए मास्टर स्ट्रोक समझा जा रहा है. बता दें कि बिहार में यादवों की संख्या काफी है. ऐसे में एक यादव सीएम को बिहार में लाने के पीछे बीजेपी का बड़ा मकसद है.
''जिसको जीवन में कोई तृष्णा नहीं वही कृष्णा है. हमारी प्राथमिक जनता की सुविधाओं में बदलाव की होगी. हमारी एक और प्राथमिकता है. भगवान कृष्ण की शिक्षा दीक्षा एमपी में हुई तो उनके जहां जहां मध्यप्रदेश की धरती पर चरण पड़े उसे तीर्थ बनाएंगे.''- मोहन यादव, मुख्यमंत्री, एमपी
'माता सीता की जन्म स्थली बिहार आकर धन्य हुआ' : एमपी सीएम मोहन यादव ने मंच पर आते ही कहा कि ''माता सीता की जन्म स्थली बिहार में आकर मैं आप सभी लोगों को प्रणाम करता हूं. राम का व्यक्तित्व माता सीता की वजह से आया है.'' उन्होंने बिहार और मध्य प्रदेश के हजारों साल पुराने रिश्ते की व्याख्या की. उसे मगध के सम्राट अशोक के काल से जोड़ा और कहा कि ''सम्राट अशोक और मध्यप्रदेश का जुड़ाव है.''
'शिक्षा का महत्व कृष्ण ने सिखाया' : मुख्यमंत्री मोहन यादव ने यादव समाज को हजारों साल पहले शिक्षा के महत्व को याद दिलाते हुए योगेश्वर कृष्ण के कर्म को याद दिलाया. उन्होंने कहा कि ''अपने समाज (यादव समाज) में शिक्षा की महत्ता बताना चाहिए. शिक्षा के मामले में हमारा समाज 5000 साल पहले से जाग्रत है. ये भगवान कृष्ण के काल से भी जुड़ता है. जब भगवान ने कंस का वध किया तो ऐसा कोई उदाहरण नहीं है कि एक राजा का वध करने वाला गद्दी पर न बैठा हो. कृष्ण ने यादवों को गद्दी सौंप दी और शिक्षा को महत्ता दी.''
यादव वोट बैंक पर बीजेपी की नजर : दरअसल बीजेपी लालू यादव पर परिवारवाद का आरोप लगाती रही है. ऐसे में उन्हीं के परिवार का कोई सदस्य मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठता, बीजेपी मोहन यादव के जरिए ये संदेश देना चाहती है कि वो यादव समाज को छोड़ नहीं रही है बल्कि एक यादव को मुख्यमंत्री के तौर पर बैठाकर मध्यप्रदेश की बागडोर दी हुई है. इस संदेश को श्री कृष्ण चेतना मंच के जरिए प्रसारित करने की भी प्लानिंग है. मुख्यमंत्री मोहन यादव की बिहार में कई और कार्यक्रम हैं. वो सामाजिक, राजनीतिक और धार्मिक कार्यक्र में शामिल होंगे.
कौन हैं मोहन यादव : मोहन यादव मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री हैं. शिवराज सिंह की जगह यादव समाज से बीजेपी ने मोहन यादव को मध्यप्रदेश का मुख्यमंत्री बनाकर प्रदेश की कमान सौंपी है. मोहन यादव के जरिए कई राज्यों में यादव वोट बैंक पर बीजेपी की नजर है. जिसे लोकसभा चुनाव 2024 में भुनाने की कोशिश करेगी. मोहन यादव संघ से भी जुड़े हुए रहे हैं.
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