पटना: रोजगार की मांग को लेकर आइसा और इंकलाबी नौजवान सभा ने विधानसभा मार्च निकाला. इस प्रदर्शन में हजारों की संख्या में छात्र नौजवान शामिल हुए थे. वहीं, प्रदर्शन के दौरान पुलिस और छात्रों के बीच धक्का मुक्की होने लगी. पुलिस ने छात्रों पर लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले दागे. जिसमें 19 छात्र नौजवान घायल हुए.
सरकार की दमनकारी नीति ठीक नहीं
आइसा के महासचिव सह पालीगंज विधायक संदीप सौरभ ने कहा कि सरकार की इस दमनकारी नीति से हम डरने वाले नहीं है. जिस तरीके से पुलिस प्रशासन छात्रों पर लाठीचार्ज बरसाए हैं, यह ठीक नहीं है. इससे पूरे बिहार के छात्रों में काफी रोष है. हम शांतिपूर्ण तरीके से विधानसभा मार्च निकाल रहे थे, लेकिन आनन-फानन में पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागे. जिससे हमारे विधायक और कई छात्र नौजवान घायल हुए. जिनका इलाज अस्पताल में चल रहा है.
छात्रों पर गंदे पानी की बौछार, नाराज
छात्र नौजवानों पर सरकार ने गंदे पानी की बौछार कराई यह छात्रों का अपमान है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का जन्मदिन है. वह जन्मदिन मनाने में इतने मशगूल हो गए कि छात्रों नौजवानों पर उनका ध्यान तक नहीं गया और उन्होंने अपनी दमनकारी नीति चलाकर हमें रोकने की कोशिश की. यह आंदोलन रुकने वाला नहीं है आगामी 3 मार्च को पूरे बिहार में 19 लाख रोजगार की मांग को लेकर और छात्रों पर हुए लाठीचार्ज के खिलाफ आक्रोश मार्च निकाला जाएगा और सभी जिला मुख्यालय में प्रदर्शन किया जाएगा.
प्रदर्शन रहेगी जारी
विधायक संदीप सौरभ ने कहा कि बिहार के युवा अब जान चुके हैं कि सरकार वादा पूरा नहीं करने वाली है. अब हमने ठान लिया है कि जब तक सरकार 19 लाख युवाओं को रोजगार नहीं देते है तब तक यह आंदोलन इसी प्रकार जारी रहेगा.
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सड़कों पर चालएगे आंदोलन
वहीं, टीईटी अभ्यर्थी आलोक यादव ने कहा कि आज हमारे कई साथी घायल हुए हैं. मुझे भी सर पर चोट आई है. इससे ना हम डरने वाले हैं और ना घबराने वाले हैं. हम और मजबूती के साथ अपने लड़ाई को तेज करेंगे. जिस तरीके से हमने #मोदी जी रोजगार दो का अभियान चलाकर सरकार को पस्त किया था. अब समय आ गया है कि हम आंदोलन सड़कों पर चलाएंगे.