पटना : बिहार के 32 जिलों में खुलने वाले सामुदायिक पुस्तकालय से कैरियर विकास केंद्र में लाइब्रेरी साइंस उत्तीर्ण आवेदक भी अपना आवेदन कर सकते (Appointment Of Community Librarian In Bihar) हैं. यह जानकारी ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने सोमवार को विधान परिषद में एक प्रश्न के जवाब में दी.
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32 जिलों में होगा संचालन : दरअसल, विधान पार्षद सर्वेश कुमार और निवेदिता सिंह के द्वारा यह प्रश्न पूछा गया था. अल्प सूचित प्रश्न था कि बिहार ग्रामीण जीविकोपार्जन प्रोत्साहन समिति राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत राज्य के 32 जिलों के 100 प्रखंडों में चयनित संकुल स्तर पर सामुदायिक पुस्तकालय कैरियर विकास केंद्र की स्थापना की जा रही है. इसके संचालन के लिए लाइब्रेरियन दीदी की नियुक्ति होनी है, तो क्या यह सही है कि लाइब्रेरियन दीदी की नियुक्ति में लाइब्रेरी साइंस डिग्री धारी हेतु प्राथमिकता के लिए कोई प्रावधान नहीं है?
'दसवीं पास बेटियों को प्राथमिकता' : इस प्रश्न का जवाब देते हुए ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने बताया कि यह संकुल स्तरीय संगठन जीविका दीदियों का है. यह 32 जिलों के 100 प्रखंडों में खुल रहे हैं. इनमें लाइब्रेरियन दीदी की नियुक्ति में दसवीं पास बेटियों को प्राथमिकता दी जाएगी, साथ ही साथ ट्रेंड भी आवेदन कर सकेंगे. उन्होंने यह भी बताया कि चूंकि इसका मानदेय छह हजार रूपए महीना है. इसलिए इनमें जीविका दीदी को प्राथमिकता दी जा रही है.
हालांकि मंत्री श्रवण कुमार ने यह भी कहा कि पुस्तकालय सह करियर विकास केंद्र की देख रेख के लिए लाइब्रेरी साइंस वाले अगर चाहें तो अपना आवेदन दे सकते हैं. इसमें कोई रुकावट नहीं है. इस केंद्र के द्वारा जीविका के प्रचार प्रसार का कार्य किया जाएगा.
क्या है सामुदायिक पुस्तकालय का मकसद : जानकारी के अनुसार, सामुदायिक पुस्तकालय में बुजुर्गों को साक्षर करने के लिए अक्षर ज्ञान से जोड़ा जाएगा. साथ ही वो लोग जिन्होंने पांचवीं या छठी के बाद पढ़ाई छोड़ दी है ऐसे लोगों की काउंसलिंग की जाएगी. यहां पर हर दिन समाचार पत्र भी मंगवाए जाएंगे ताकि सरकारी नौकरी की तैयारी करने वाले छात्रों को लाभ मिलेगा.