पटना: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सभी दल चुनाव की तैयारियों में जुटी हुई है. जेडीयू ने चुनाव प्रचार को लेकर पूरी ताकत लगा दी है. 18 जुलाई से ही जेडीयू का वर्चुअल सम्मेलन चल रहा था. जिसका समापन 30 जुलाई को हो गया. इस सम्मेलन के जरिए पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की टीम ने नीतीश सरकार की उपलब्धियों को कार्यकर्ताओं के माध्यम से लोगों तक पहुंचाने की कोशिश की. योजना एवं विकास विभाग के मंत्री महेश्वर हजारी भी वरिष्ठ नेताओं की टीम में शामिल हैं.
जेडीयू के वर्चुअल सम्मेलन को लेकर महेश्वर हजारी ने कहा कि कार्यकर्ताओं और लोगों का बहुत ही अच्छा रिस्पॉन्स रहा है. हर विधानसभा में 5 हजार से 10 हजार कार्यकर्ता वर्चुअल सम्मेलन के माध्यम से जुड़े. एक बार फिर से नीतीश कुमार के नेतृत्व में बहुमत की सरकार बनेगी.
चुनाव प्रचार के लिए वर्चुअल बड़ा माध्यम
मंत्री महेश्वर हजारी का कहना है बिहार में एक तरफ कोरोना संक्रमण का प्रभाव है तो दूसरी तरफ बाढ़ से लोग परेशान हैं. ऐसे में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए वर्चुअल सम्मेलन सबसे अच्छा माध्यम है. इस माध्यम से बाढ़ और कोरोना को लेकर भी जानकारी दी जा रही है. साथ ही उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में 15 साल में जो बिहार में काम हुआ उसे भी लोगों तक पहुंचाने की कोशिश हो रही है.
'सीएम की रैली के लिए डेट कंफर्म नहीं'
इसके साथ ही महेश्वर हजारी ने 7 अगस्त को सीएम नीतीश कुमार की रैली को लेकर कहा कि अभी डेट कंफर्म नहीं है, लेकिन वर्चुअल माध्यम सबसे बेहतर है. आगे भी इस माध्यम का महत्व चुनाव प्रचार में बढ़ेगा.
वर्चुअल सम्मेलन के फीडबैक पर आगे की रणनीति
बता दें कि जेडीयू के वरिष्ठ नेतागण अपने-अपने आवास से ही वर्चुअल सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे. इस सम्मेलन को 2 अगस्त तक चलना था. लेकिन कोरोना और बाढ़ को देखते हुए 1 दिन ही में 4 विधानसभा की जगह से 6 विधानसभा को संबोधित किया जाने लगा और इसका तय समय से पहले ही समापन कर दिया गया. बताया जाता है कि नीतीश कुमार वर्चुअल सम्मेलन में मिले फीडबैक के बाद फिर आगे की रणनीति पर फैसला लेंगे. ऐसे में पार्टी का पूरा ध्यान अभी नीतीश कुमार की होने वाली वर्चुअल रैली पर लगी है.