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महागठबंधन के लोहिया पुण्यतिथि कार्यक्रम पर BJP-JDU का निशाना- 'परिवारवाद के खिलाफ थे लोहिया'

महागठबंधन के सभी दलों के कार्यक्रम में शामिल होने की खबर पर बीजेपी और जदयू के नेता हमलावर हैं. बीजेपी और जदयू के नेताओं का कहना है कि महागठबंधन की कथनी और करनी में भारी अंतर है.

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Published : Oct 11, 2019, 5:21 PM IST

पटना से संवाददाता अविनाश की रिपोर्ट

पटना: बिहार में महापुरुषों नाम पर हर बार सियासत की जाती रही है. चाहे वह जेपी के नाम पर हो या फिर लोहिया-कर्पूरी के नाम पर. सभी दल इन महापुरुषों की पुण्यतिथि और जयंती को अपने तरीके से भुनाने की कोशिश करते हैं. इस बार लोहिया की पुण्यतिथि पर उपेंद्र कुशवाहा की तरफ से बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया गया है. बापू सभागार में आयोजित इस कार्यक्रम में महागठबंधन के सभी दल शामिल होंगे.

राजधानी पटना में कार्यक्रम को लेकर जगह-जगह पोस्टर बैनर लगे हुए हैं. इन पोस्टरों में महागठबंधन के शीर्ष नेता एक तरफ हैं, जिसमें सोनिया गांधी से लेकर लालू यादव और शरद यादव शामिल हैं. वहीं, राज्य के सभी दलों के प्रमुख चेहरे दूसरी तरफ हैं, जिसमें जीतन राम मांझी, उपेंद्र कुशावाहा, तेजस्वी समेत मुकेश सहनी भी शामिल हैं. बीजेपी और जेडीयू ने इस कार्यक्रम को लेकर महागठबंधन पर निशाना साधा है.

पटना से संवाददाता अविनाश की रिपोर्ट

क्या बोले मांझी...
वहीं, जीतन राम मांझी ने कहा कि पिछले दिनों महागठबंधन की बैठक हुई थी और उसी में उपेंद्र कुशवाहा ने लोहिया जी की पुण्यतिथि पर कार्यक्रम करने की बात कही थी और उसमें सब को आमंत्रित किया था. महागठबंधन के सभी नेताओं ने कार्यक्रम को एक साथ करने का सुझाव दिया था. मांझी ने कहा कि वामपंथी दलों को छोड़कर कांग्रेस सहित सभी दलों ने इसमें शामिल होने की बात कही थी.

बीजेपी और जदयू का तंज
महागठबंधन के सभी दल के कार्यक्रम में शामिल होने की खबर पर बीजेपी और जदयू के नेता हमलावर हैं. बीजेपी और जदयू के नेताओं का कहना है कि महागठबंधन की कथनी और करनी में भारी अंतर है. लोहिया जिन चीजों का विरोध करते थे, चाहे वो परिवारवाद हो या फिर भ्रष्टाचार. ये सभी उसके पोषक हैं. इसलिए जनता अच्छी तरह से इन सब चीजों को देखती है.
बीजेपी के नवल किशोर यादव तंज कसते हुए कहते हैं कि लोहिया जी परिवारवाद और भ्रष्टाचार के खिलाफ थे. लेकिन ये सभी लोग परिवावादी और भ्रष्टाचारी हैं. जदयू प्रवक्ता निखिल मंडल का कहना है कि महागठबंधन दल के नेताओं की कथनी और करनी में बहुत अंतर है.

पोस्टरों से पटा पटना
पोस्टरों से पटा पटना

तो क्या चुनावों में दिखेगी एकता?
ऐसे नीतीश कुमार भी कई मौकों पर कहते रहे हैं कि वो लोहिया के आदर्शों पर चलते हैं. इसलिए बिहार में लोहिया, कर्पूरी, जेपी, श्री बाबू, शहदेव महतो जैसे महापुरुषों के नाम पर सियासत खूब होती रही है. यहां तक कि हर बड़ा नेता अपने को महापुरुषों का असली उत्तराधिकारी बताते रहे हैं. लेकिन शायद ही कोई महापुरुषों के रास्ते पर चलने की कोशिश करता है. महागठबंधन अपनी एकजुटता होने वाले उपचुनाव में कितना दिखा पाता है, ये तो समय बताएगा. उपचुनाव में महागठबंधन के दल अलग-अलग चुनाव लड़ रहे हैं. संभवत इस आयोजन के बहाने ही एनडीए को चुनौती देने की कोई रणनीति तैयार की जा रही हो.

पटना: बिहार में महापुरुषों नाम पर हर बार सियासत की जाती रही है. चाहे वह जेपी के नाम पर हो या फिर लोहिया-कर्पूरी के नाम पर. सभी दल इन महापुरुषों की पुण्यतिथि और जयंती को अपने तरीके से भुनाने की कोशिश करते हैं. इस बार लोहिया की पुण्यतिथि पर उपेंद्र कुशवाहा की तरफ से बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया गया है. बापू सभागार में आयोजित इस कार्यक्रम में महागठबंधन के सभी दल शामिल होंगे.

राजधानी पटना में कार्यक्रम को लेकर जगह-जगह पोस्टर बैनर लगे हुए हैं. इन पोस्टरों में महागठबंधन के शीर्ष नेता एक तरफ हैं, जिसमें सोनिया गांधी से लेकर लालू यादव और शरद यादव शामिल हैं. वहीं, राज्य के सभी दलों के प्रमुख चेहरे दूसरी तरफ हैं, जिसमें जीतन राम मांझी, उपेंद्र कुशावाहा, तेजस्वी समेत मुकेश सहनी भी शामिल हैं. बीजेपी और जेडीयू ने इस कार्यक्रम को लेकर महागठबंधन पर निशाना साधा है.

पटना से संवाददाता अविनाश की रिपोर्ट

क्या बोले मांझी...
वहीं, जीतन राम मांझी ने कहा कि पिछले दिनों महागठबंधन की बैठक हुई थी और उसी में उपेंद्र कुशवाहा ने लोहिया जी की पुण्यतिथि पर कार्यक्रम करने की बात कही थी और उसमें सब को आमंत्रित किया था. महागठबंधन के सभी नेताओं ने कार्यक्रम को एक साथ करने का सुझाव दिया था. मांझी ने कहा कि वामपंथी दलों को छोड़कर कांग्रेस सहित सभी दलों ने इसमें शामिल होने की बात कही थी.

बीजेपी और जदयू का तंज
महागठबंधन के सभी दल के कार्यक्रम में शामिल होने की खबर पर बीजेपी और जदयू के नेता हमलावर हैं. बीजेपी और जदयू के नेताओं का कहना है कि महागठबंधन की कथनी और करनी में भारी अंतर है. लोहिया जिन चीजों का विरोध करते थे, चाहे वो परिवारवाद हो या फिर भ्रष्टाचार. ये सभी उसके पोषक हैं. इसलिए जनता अच्छी तरह से इन सब चीजों को देखती है.
बीजेपी के नवल किशोर यादव तंज कसते हुए कहते हैं कि लोहिया जी परिवारवाद और भ्रष्टाचार के खिलाफ थे. लेकिन ये सभी लोग परिवावादी और भ्रष्टाचारी हैं. जदयू प्रवक्ता निखिल मंडल का कहना है कि महागठबंधन दल के नेताओं की कथनी और करनी में बहुत अंतर है.

पोस्टरों से पटा पटना
पोस्टरों से पटा पटना

तो क्या चुनावों में दिखेगी एकता?
ऐसे नीतीश कुमार भी कई मौकों पर कहते रहे हैं कि वो लोहिया के आदर्शों पर चलते हैं. इसलिए बिहार में लोहिया, कर्पूरी, जेपी, श्री बाबू, शहदेव महतो जैसे महापुरुषों के नाम पर सियासत खूब होती रही है. यहां तक कि हर बड़ा नेता अपने को महापुरुषों का असली उत्तराधिकारी बताते रहे हैं. लेकिन शायद ही कोई महापुरुषों के रास्ते पर चलने की कोशिश करता है. महागठबंधन अपनी एकजुटता होने वाले उपचुनाव में कितना दिखा पाता है, ये तो समय बताएगा. उपचुनाव में महागठबंधन के दल अलग-अलग चुनाव लड़ रहे हैं. संभवत इस आयोजन के बहाने ही एनडीए को चुनौती देने की कोई रणनीति तैयार की जा रही हो.

Intro:पटना-- बिहार में महापुरुषों नाम पर हर बार सियासत की जाती है चाहे वह जेपी के नाम पर हो या फिर लोहिया-कर्पूरी ठाकुर के नाम पर । सभी दल इन महापुरुषों के पुण्यतिथि और जयंती को अपने तरीके से भुनाने की पूरी कोशिश करता रहा है। इस बार भी लोहिया की पुण्यतिथि पर उपेंद्र कुशवाहा की तरफ से बड़ा कार्यक्रम बापू सभागार में हो रहा है जिसमें महागठबंधन के सभी दल शामिल होंगे और इसको लेकर पटना में जगह-जगह बैनर पोस्टर भी लगे हैं जिसमें सोनिया गांधी से लेकर लालू यादव तक के चेहरे दिख रहे हैं । लोहिया के नाम पर महागठबंधन की एकजुटता को लेकर बीजेपी जदयू के नेता तंज कसते हुए कहते हैं कि इनके कथनी और करनी में भारी अंतर है लोहिया जिन चीजों का विरोध करते थे चाहे वह परिवारवाद हो या फिर भ्रष्टाचार ये सब उसके पोषक हैं। इसलिए जनता अच्छी तरह से इन सब चीजों को देखती है।
पेश है खास रिपोर्ट--


Body: लोहिया के नाम पर महागठबंधन अपनी ताकत दिखाने की कोशिश कर रहा है उपेंद्र कुशवाहा की तरफ से पटना में बड़ा कार्यक्रम 12 अक्टूबर को आयोजित किया गया है जिसमें महागठबंधन के सभी दल शामिल होंगे और इसको लेकर पटना में बड़े बैनर पोस्टर लगाए गए हैं जिसमें सोनिया गांधी लालू यादव शरद यादव उपेंद्र कुशवाहा तेजस्वी यादव मुकेश साहनी जीतन राम मांझी के चेहरे दिखाई दे रहे हैं। हम पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व सीएम जीतन राम मांझी का कहना है कि पिछले दिनों महागठबंधन की बैठक हुई थी और उसी में उपेंद्र कुशवाहा ने लोहिया जी की पुण्यतिथि पर कार्यक्रम करने की बात कही थी और उसमें सब को आमंत्रित किया था महागठबंधन के सभी नेताओं ने एक साथ करने का सुझाव दिया था। मांझी ने कहा वामपंथी दलों को छोड़कर कांग्रेस सहित सभी दल ने इसमें शामिल होने की बात कही थी ।
बाईट--जीतन राम मांझी, पूर्व सीएम
महागठबंधन के सभी दल के कार्यक्रम में शामिल होने की खबर पर बीजेपी और जदयू के नेता हमलावर हैं बीजेपी के नवल यादव तंज कसते हुए कहते हैं कि लोहिया जी परिवारवाद और भ्रष्टाचार के खिलाफ थे लेकिन ये सब लोग परिवावादी और भ्रष्टाचारी हैं। जदयू प्रवक्ता निखिल मंडल का कहना है कि महागठबंधन दल के नेताओं की कथनी और करनी में बहुत अंतर है।
बाइट्स-- नवल यादव विधान पार्षद बीजेपी
निखिल मंडल जदयू प्रवक्ता



Conclusion: ऐसे नीतीश कुमार भी कई मौकों पर कहते रहे हैं कि लोहिया के आदर्शों पर चलते हैं । इसलिए बिहार में लोहिया, कर्पूरी, जेपी श्री बाबू, शहदेव महतो जैसे महापुरुषों के नाम पर सियासत खूब होती रही है यहां तक कि हर बड़ा नेता अपने को महापुरुषों का असली उत्तराधिकारी बताते रहे हैं लेकिन शायद ही कोई महापुरुषों के रास्ते पर चलने की कोशिश करते हैं ।
ऐसे महागठबंधन अपनी एकजुटता विधानसभा के उपचुनाव में कितना दिखा पाता है यह देखने वाली बात होगी क्योंकि उपचुनाव में महागठबंधन के दल अलग-अलग चुनाव लड़ रहे हैं संभवत इस आयोजन के बहाने ही एनडीए को चुनौती देने की कोई रणनीति तैयार कर लें जिस पर सबकी नजर रहेगी।
अविनाश, पटना।
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