पटना: नये साल में आरजेडी और जेडीयू के बीच पोस्टर वॉर के जरिए सियासत इन दिनों चर्चा में है. पहले जेडीयू ने '15 साल का भय बनाम 15 साल का भरोसा' वाले पोस्टर से शुरुआत की. जिसके जवाब में आरजेडी की तरफ से लगातार कई पोस्टर लगाए गए हैं. गुरुवार को एक बार फिर आरजेडी ने एक नया पोस्टर जारी किया है, जिसमें ट्रबल इंजन की सरकार बताते हुए नीतीश कुमार को लूट एक्सप्रेस और सुशील मोदी को झूठ एक्सप्रेस बताया है. वहीं, आरजेडी के पोस्टर पर जेडीयू ने पलटवार किया है.
आरजेडी की तरफ से जारी पोस्टर में एनडीए सरकार को 'ट्रबल इंजन की सरकार' बताकर सीएम नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम सुशील मोदी पर निशाना साधा गया. जिसकी जेडीयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने कड़ी आलोचना की है. उन्होंने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि लूटपाट मचाने वाले लोग उनके नेता पर लूट का आरोप लगा रहे हैं. जेडीयू नेता ने आरजेडी नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि उनका पूरा अतीत दागदार है और भ्रष्टाचार के सारे कीर्तिमान उनके ही शासनकाल में टूटे हैं. यहां तक की आरजेडी के कई मंत्रियों को जेल तक जाना पड़ा.
'लालू प्रसाद ने जानवरों तक को नहीं छोड़ा'
जेडीयू नेता राजीव रंजन का कहना है कि लालू प्रसाद के 40 साल के राजनीतिक जीवन में कई तरह के आरोप लगे हैं. उन्होंने जानवरों तक को नहीं छोड़ा. लालू प्रसाद ने जानवरों के चारा का घोटाला को अंजाम दिया, यही आरजेडी का चरित्र रहा है. जेडीयू नेता ने तंज कसते हुए कहा कि लूटपाट एक्सप्रेस की बात करना दिवालियापन साबित करता है.
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जेडीयू ने दिलाई आरजेडी शासनकाल की याद
जेडीयू प्रवक्ता का कहना है कि आरजेडी की तरफ से लूट की चर्चा करना शोभा नहीं देता. इससे बिहार की जनता को उनके शासनकाल की याद आती है. राजीव रंजन ने पोस्टर पर करारा जवाब देते हुए कहा कि आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में जनता इस लायक भी नहीं छोड़ेगी, कि जवाब देने की जरूरत पड़े. जेडीयू नेता का कहना है कि लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद आरजेडी और महागठबंधन के घटक दल अपना अस्तित्व बचाने की कोशिश में जुटे हैं.