पटना: महाअष्टमी की धूम पूरे प्रदेशभर में देखने को मिल रही है. जलजमाव के बीच पटना वासी दुर्गापूजा का त्योहार मना रहे हैं. राजधानी के गोलघर चौराहे के पास हर साल बनने वाला पूजा पंडाल कौमी एकता का प्रतीक है. यहां हिंदू-मुस्लिम एकसाथ मिलकर दुर्गापूजा का आयोजन करते हैं.
'फ्रेंडस एसोसिएशन' की यह पूजा पिछले 5 दशकों से हिंदू-मुसलमान एकता का परिचय दे रही है. दो समुदाय के लोग एकसाथ मिलकर यहां आपसी भाईचारे की मिसाल पेश करते हैं. कमेटी के सदस्य कहते हैं कि पूजा समिति के सदस्य इस तरह से मिल-जुलकर आयोजन करते हैं कि मजा दोगुना हो जाता है.
पूर्व मेयर करते हैं अध्यक्षता
पटना के पूर्व मेयर कृष्ण मुरारी यादव की अध्यक्षता वाली यह पूजा कई सालों से होती आ रही है. यहां हमेशा से हिंदू-मुस्लिम एकसाथ मिलकर पूजा करते आ रहे हैं. दुर्गापूजा के दौरान यहां हिंदू-मुस्लिम एकजुट होकर मां की सेवा-पूजा करते हैं. ऐसा करके वह समाज में आपसी भाईचारे और एकता का संदेश फैला रहे हैं.
कमेटी में शामिल हैं हिंदू-मुसलमान
गौरतलब है कि इलाके में हिंदू-मुसलमान की आबादी का हिसाब अमूमन 60 और 40 फीसद का है. नतीजतन फ्रेंडस एसोसिएशन के सदस्यों की संख्या लगभग बराबर-बराबर है. पूजा के दौरान तैयारियों में सभी कार्यकर्ता समान रुप से भागीदारी निभाते हैं.