पटना: राजधानी पटना में डेंगू के मामले (Dengue In Patna) कम होने का नाम नहीं ले रहा हैं. बीते रविवार को एक बार फिर से डेंगू के नए मामलों की संख्या ने 90 के आंकड़ों को पार किया है. अब तक पटना में 1939 डेंगू के मामले मिले हैं. हालांकि यह सरकारी आंकड़ा है और वास्तविक आंकड़े के मुताबिक इसकी संख्या 2 से 3 गुना की बढ़ोतरी हो सकती है क्योंकि प्राइवेट पैथोलॉजी के डेंगू का रिपोर्ट सरकार के पास नहीं मिल पा रही है.
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पटना में मिला डेंगू के मरीज: राजधानी में डेंगू के मामले बढ़ने के साथ ही पटना नगर निगम ने डिसइनफेक्टेंट का छिड़काव किया है. पटना नगर निगम को स्वास्थ्य विभाग से निर्देश मिला कि अब निगम क्षेत्र में विशेष फॉगिंग अभियान चलाया जा रहा है और सभी वार्डों में तीन बार फॉगिंग किया जा रहा है. जहां डेंगू मरीजों की संख्या अधिक है, उस जगह को चिन्हित कर निगम ने एंटी लार्वा का छिड़काव करवाने का काम कर रही है. निगम के अधिकारियों ने जानकारी दी है कि प्रतिदिन दो शिफ्ट में गाड़ियां निकल रही है और प्रत्येक वार्ड में घूम रही है. प्रत्येक वार्ड में डिसइनफेक्टेंट का छिड़काव हो रहा है.
छिड़काव का निरीक्षण जारी: कार्यपालक पदाधिकारियों द्वारा इस विशेष छिड़काव का निरीक्षण भी किया जा रहा है. पटना के बोरिंग रोड, अशोक राजपथ, राजीव नगर, कंकड़बाग, गायघाट, पाटलिपुत्र, महेंद्रु, शास्त्री नगर, गर्दनीबाग जैसे इलाकों में डेंगू मरीजों की संख्या अधिक है. इन इलाकों में जो संकरी गलियां है, वहां हैंड मशीन के द्वारा एंटी लार्वा फागिंग कराया जा रहा है. निगम के अधिकारियों ने जानकारी दी है कि पटना के सभी 6 अंचलों में दोनों शिफ्ट मिलाकर एंटी लार्वा के छिड़काव के लिए 162 गाड़ियां निकल रही है.
डेंगू का संक्रमण फैल रहा: पटना के न्यू गार्डिनर रोड अस्पताल के अधीक्षक डॉ मनोज कुमार सिन्हा ने बताया कि इस बार डेंगू के स्ट्रेन डेन-1 और डेन-2 के कारण डेंगू का संक्रमण अधिक फैल रहा है. इसके बावजूद भी अधिक चिंता की बात नहीं है. अस्पताल में एडमिट होने वाले मरीजों की संख्या बेशक बढ़ रही है. हालांकि जल्द ही मरीज ठीक हो कर घर वापस लौट रहे हैं. यहां 40 से 50 हजार के बीच न्यूनतम लोगों का प्लेटलेट्स गिर रहा है. और यदि किसी मरीज का 20,000 से नीचे प्लेटलेट्स आता है. तब चिंता का विषय है और ऐसी कंडीशन में उसे अस्पताल में एडमिट करने की आवश्यकता है.
फागिंग और टेमीफाॅस का हो नियमित छिड़काव: पटना डीएम चंद्रशेखर सिंह ने स्वास्थ्य विभाग समेत सारे अस्पतालों को निर्देश दिया है कि फागिंग और टेमीफाॅस का नियमित छिड़काव किया जाये. उन्होंने सिविल सर्जन को निर्देश दिया कि इन बीमारियों के लक्षणों की जानकारी और कैसे इससे निजात मिले इसके लिए क्या करें, क्या ना करें की विस्तृत रुप से लोगों में प्रचार प्रसार किया जाये.
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