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कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव को लेकर दायर PIL पर पटना HC में 13 अगस्त को सुनवाई

राज्य में कोरोना की स्थिति और हालात को लेकर दायर जनहित याचिका पर चीफ जस्टिस संजय करोल की खंडपीठ सुनवाई करेगी. लेकिन इस मामले पर शुक्रवार की सुनवाई को 13 अगस्त तक के लिए टाल दिया गया है. इससे पहले की सुनवाई में राज्य सरकार को कई जानकारी देने का निर्देश दिया गया था.

Patna High Court News
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Published : Aug 7, 2020, 3:18 PM IST

पटना: बिहार में कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव के बीच स्वास्थ्य सेवा और अस्पतालों की लचर व्यवस्था के मामले पर हाईकोर्ट में शुक्रवार को सुनवाई होने वाली थी, जिसे टाल दिया गया है. अब इस मामले पर फिर से सुनवाई 13 अगस्त को की जाएगी. हालांकि पिछली बार की सुनवाई में कोर्ट ने राज्य सरकार से कोरोना संकट से निबटने, कोरोना मरीजों की जांच और इलाज व्यवस्था का पूरा ब्यौरा मांगा था.

बता दें कि इसके साथ ही हाईकोर्ट की ओर से जिलास्तरीय कोरोना अस्पतालों की भी जानकारी मांगी गई थी. इन अस्पतालों में कार्यरत डॉक्टरों, नर्स और मेडिकलकर्मियों कू विस्तृत जानकारी देने का भी निर्देश दिया गया है. ये सुनवाई दिनेश कुमार सिंह की जनहित याचिका पर चीफ जस्टिस संजय करोल की खंडपीठ सुनवाई कर रही है.

राजधानी में बदइंतजामी को लेकर जबाव तलब
इसके अवलावा हाई कोर्ट की ओर से राजधानी पटना में भी एम्स, पीएमसीएच और एनएमसीएच जैसे बड़े अस्पतालों में बदइंतजामी को लेकर भी जबाव तलब किया गया है. क्योंकि यहां उचित इंतजाम नहीं होने से आम लोगों को खामियाजा भुगतना पड़ रहा है. हालांकि स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोरोना संक्रमण को लेकर हरेक दिन आंकड़े जारी किए जाते हैं.

आंकड़ा 68 हजार के पार

बता दें कि स्वास्थ्य विभाग ने बिहार में पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 3,776 नए मामलों की पुष्टि की है. इसके साथ ही संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर 68,148 हो गया है. जबकि इस बीमारी से अब तक 397 लोगों ने अपनी जानें गंवाई हैं. वहीं, राज्य सरकार की ओर से प्रखंड लेवल तक कोरोना जांच की प्रक्रिया शुरू की गई है.

7,99,332 सैंपल्स की जांच
स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि बीते 24 घंटे में कुल 60,254 सैंपल्स की जांच की जा चुकी है. इस तरह अब तक कुल 7,99,332 सैंपल्स की जांच हो चुकी है. पिछले 24 घंटे में 1450 लोग स्वस्थ हुए हैं, अब तक कुल 43,820 लोग ठीक होकर अपने घरों को लौट गए हैं. प्रदेश में कोरोना के एक्टिव मरीजों की संख्या 23,939 है. जबकि कोरोना मरीजों का रिकवरी रेट 64.30 फीसदी है.

पटना: बिहार में कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव के बीच स्वास्थ्य सेवा और अस्पतालों की लचर व्यवस्था के मामले पर हाईकोर्ट में शुक्रवार को सुनवाई होने वाली थी, जिसे टाल दिया गया है. अब इस मामले पर फिर से सुनवाई 13 अगस्त को की जाएगी. हालांकि पिछली बार की सुनवाई में कोर्ट ने राज्य सरकार से कोरोना संकट से निबटने, कोरोना मरीजों की जांच और इलाज व्यवस्था का पूरा ब्यौरा मांगा था.

बता दें कि इसके साथ ही हाईकोर्ट की ओर से जिलास्तरीय कोरोना अस्पतालों की भी जानकारी मांगी गई थी. इन अस्पतालों में कार्यरत डॉक्टरों, नर्स और मेडिकलकर्मियों कू विस्तृत जानकारी देने का भी निर्देश दिया गया है. ये सुनवाई दिनेश कुमार सिंह की जनहित याचिका पर चीफ जस्टिस संजय करोल की खंडपीठ सुनवाई कर रही है.

राजधानी में बदइंतजामी को लेकर जबाव तलब
इसके अवलावा हाई कोर्ट की ओर से राजधानी पटना में भी एम्स, पीएमसीएच और एनएमसीएच जैसे बड़े अस्पतालों में बदइंतजामी को लेकर भी जबाव तलब किया गया है. क्योंकि यहां उचित इंतजाम नहीं होने से आम लोगों को खामियाजा भुगतना पड़ रहा है. हालांकि स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोरोना संक्रमण को लेकर हरेक दिन आंकड़े जारी किए जाते हैं.

आंकड़ा 68 हजार के पार

बता दें कि स्वास्थ्य विभाग ने बिहार में पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 3,776 नए मामलों की पुष्टि की है. इसके साथ ही संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर 68,148 हो गया है. जबकि इस बीमारी से अब तक 397 लोगों ने अपनी जानें गंवाई हैं. वहीं, राज्य सरकार की ओर से प्रखंड लेवल तक कोरोना जांच की प्रक्रिया शुरू की गई है.

7,99,332 सैंपल्स की जांच
स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि बीते 24 घंटे में कुल 60,254 सैंपल्स की जांच की जा चुकी है. इस तरह अब तक कुल 7,99,332 सैंपल्स की जांच हो चुकी है. पिछले 24 घंटे में 1450 लोग स्वस्थ हुए हैं, अब तक कुल 43,820 लोग ठीक होकर अपने घरों को लौट गए हैं. प्रदेश में कोरोना के एक्टिव मरीजों की संख्या 23,939 है. जबकि कोरोना मरीजों का रिकवरी रेट 64.30 फीसदी है.

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