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'FM जी, इतने टैक्स मैं कैसे भरूं?', इंवेस्टर विजय केडिया ने गीत गा कर जताई पीड़ा - VIJAY KEDIA

निवेशक विजय केडिया ने टैक्स को लेकर एक गीत शेयर किया और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पर निशाना साधा.

विजय केडिया ने निर्मला सीतारमण पर साधा निशा
विजय केडिया ने निर्मला सीतारमण पर साधा निशा (ANI/ @VijayKedia1)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Dec 23, 2024, 12:58 PM IST

नई दिल्ली: दिग्गज निवेशक विजय केडिया ने रविवार को देश में हाई टैक्स पर एक गीत सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शेयर किया. इस गीत में उन्होंने वित्त मंत्री से पूछा कि कोई इतने टैक्स के साथ कैसे रह है? बता दें कि प्रसिद्ध मार्केट एक्सपर्ट इस तरह के गीत बनाने के लिए जाने जाते हैं.

टैक्स को लेकर बनाए गए केडिया के नए गीत का टाइटल 'एफएम जी एफएम जी, इतना टैक्स मैं कैसे भरूं' है. उल्लेखनीय है कि उन्होंने वित्त मंत्री द्वारा कैपिटल गेन टैक्स में इजाफे के ऐलान के बाद यही गीत साझा किया था. गीत के लिए केडिया ने टैक्स पर अपने विचारों के लिए फिल्म बॉम्बे से एआर रहमान के 'तू ही रे' के बोल बदल दिए हैं.

विजय केडिया टैक्स सॉन्ग
विजय केडिया को गाने वीडियो में "एफएम जी, एफएम जी, इतने टैक्स में कैसे भरूं, एसटीटी, एसटीजी, एलटीसीजी, बढ़ा, क्या कहूं. ऊपर से डिविडेंड पे, दो-दो टैक्स भी चुकाऊं. मैडम जी, मैडम जी, अब जिंदा मैं कैसे रहूं. "मुश्किल है यह बिजनेस, कितना रिस्क उठाता हूं, डायबिटीज और बीपी, बदले में पता हूं. ये आसान नहीं है जी, इतनी चिंता कैसे सहूं. मैडम जी, मैडम जी, अब जिंदा मैं कैसे रहूं." गाते देखा जा सकता है.

पूंजीगत लाभ कर ढांचे में बदलाव
बता दें कि वित्त मंत्री सीतारमण ने केंद्रीय बजट 2024-25 में पूंजीगत लाभ कर ढांचे में बदलाव किया था. इसमें एसटीटी पेड इक्विटी शेयरों,इक्विटी ओरिएंटेड म्यूचुअल फंड यूनिट्स और बिजनेस ट्रस्ट की. यूनिट्स पर अधिनियम की धारा 111ए के प्रावधानों के तहत शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन की दर को मौजूदा 15 प्रतिशत की दर से बढ़ाकर 20 प्रतिशत कर दिया गया था.

बजट ज्ञापन में कहा गया है, "अन्य शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन पर लागू दर पर टैक्स लगाया जाना जारी रहेगा." इसके अलावा वित्त मंत्री ने लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स में भी वृद्धि की घोषणा की थी. एलटीसीजी कर की दर में 2.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो 10 प्रतिशत से बढ़कर 12.5 प्रतिशत हो गई, जबकि छूट सीमा को पिछले 1 लाख रुपये से बढ़ाकर 1.25 लाख रुपये कर दिया गया.

इस बीच, केडिया का पोर्टफोलियो भारतीय बाजार में सबसे ज्यादा फॉलो किए जाने वाले पोर्टफोलियो में से एक है. उन्होंने 19 साल की उम्र में शेयर बाजार में निवेश करना शुरू किया और 1992 में केडिया सिक्योरिटीज की शुरुआत की. उस समय तक उनकी उम्र 33 साल थी.

यह भी पढ़ें- वेटिंग टिकट नहीं हुई कंफर्म तो 3 गुना मिलेगा रिफंड, IRCTC की पार्टनर कंपनी ने शुरू की सुविधा

नई दिल्ली: दिग्गज निवेशक विजय केडिया ने रविवार को देश में हाई टैक्स पर एक गीत सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शेयर किया. इस गीत में उन्होंने वित्त मंत्री से पूछा कि कोई इतने टैक्स के साथ कैसे रह है? बता दें कि प्रसिद्ध मार्केट एक्सपर्ट इस तरह के गीत बनाने के लिए जाने जाते हैं.

टैक्स को लेकर बनाए गए केडिया के नए गीत का टाइटल 'एफएम जी एफएम जी, इतना टैक्स मैं कैसे भरूं' है. उल्लेखनीय है कि उन्होंने वित्त मंत्री द्वारा कैपिटल गेन टैक्स में इजाफे के ऐलान के बाद यही गीत साझा किया था. गीत के लिए केडिया ने टैक्स पर अपने विचारों के लिए फिल्म बॉम्बे से एआर रहमान के 'तू ही रे' के बोल बदल दिए हैं.

विजय केडिया टैक्स सॉन्ग
विजय केडिया को गाने वीडियो में "एफएम जी, एफएम जी, इतने टैक्स में कैसे भरूं, एसटीटी, एसटीजी, एलटीसीजी, बढ़ा, क्या कहूं. ऊपर से डिविडेंड पे, दो-दो टैक्स भी चुकाऊं. मैडम जी, मैडम जी, अब जिंदा मैं कैसे रहूं. "मुश्किल है यह बिजनेस, कितना रिस्क उठाता हूं, डायबिटीज और बीपी, बदले में पता हूं. ये आसान नहीं है जी, इतनी चिंता कैसे सहूं. मैडम जी, मैडम जी, अब जिंदा मैं कैसे रहूं." गाते देखा जा सकता है.

पूंजीगत लाभ कर ढांचे में बदलाव
बता दें कि वित्त मंत्री सीतारमण ने केंद्रीय बजट 2024-25 में पूंजीगत लाभ कर ढांचे में बदलाव किया था. इसमें एसटीटी पेड इक्विटी शेयरों,इक्विटी ओरिएंटेड म्यूचुअल फंड यूनिट्स और बिजनेस ट्रस्ट की. यूनिट्स पर अधिनियम की धारा 111ए के प्रावधानों के तहत शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन की दर को मौजूदा 15 प्रतिशत की दर से बढ़ाकर 20 प्रतिशत कर दिया गया था.

बजट ज्ञापन में कहा गया है, "अन्य शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन पर लागू दर पर टैक्स लगाया जाना जारी रहेगा." इसके अलावा वित्त मंत्री ने लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स में भी वृद्धि की घोषणा की थी. एलटीसीजी कर की दर में 2.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो 10 प्रतिशत से बढ़कर 12.5 प्रतिशत हो गई, जबकि छूट सीमा को पिछले 1 लाख रुपये से बढ़ाकर 1.25 लाख रुपये कर दिया गया.

इस बीच, केडिया का पोर्टफोलियो भारतीय बाजार में सबसे ज्यादा फॉलो किए जाने वाले पोर्टफोलियो में से एक है. उन्होंने 19 साल की उम्र में शेयर बाजार में निवेश करना शुरू किया और 1992 में केडिया सिक्योरिटीज की शुरुआत की. उस समय तक उनकी उम्र 33 साल थी.

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