ETV Bharat / bharat

बांग्लादेश में उथल-पुथल के बाद पहली बार बीएसएफ और बीजीबी की बैठक, हॉटलाइन की शुरुआत - BSF AND BGB

सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) के बीच बातचीत. हॉटलाइन की शुरुआत. बॉर्डर पर जारी रहेगी फेंसिंग.

BSF and BGB meet
भारत और बांग्लादेश के सीमा बलों के प्रमुखों की मुलाकात (X-account BSF)
author img

By PTI

Published : Feb 21, 2025, 7:16 PM IST

नई दिल्ली : भारत और बांग्लादेश ने अपने-अपने सीमा सुरक्षा बलों के उप कमांडरों के बीच एक नया संचार संपर्क स्थापित करने का निर्णय लिया है तथा अपनी साझा सीमा पर बाड़ लगाने के लिए लगभग 99 नए क्षेत्रों की पहचान की है. सुरक्षा प्रतिष्ठान के सूत्रों ने बताया कि सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) के बीच बृहस्पतिवार को यहां संपन्न हुई महानिदेशक स्तर की अर्धवार्षिक बैठक के दौरान इन निर्णयों को अंतिम रूप दिया गया.

पिछले वर्ष पांच अगस्त को बांग्लादेश में शेख हसीना सरकार के पतन के बाद यह पहली बार था जब दोनों सेनाओं के बीच उच्च स्तरीय बैठक हुई. सूत्रों ने बताया कि 18 फरवरी से 20 फरवरी तक आयोजित तीन दिवसीय वार्ता “सौहार्दपूर्ण तरीके” से संपन्न हुई, जिसमें भारतीय पक्ष अपने पड़ोसी को 4,096 किलोमीटर लंबी सीमा के शेष क्षेत्रों पर बाड़ लगाने के महत्व के बारे में “समझाने” में सफल रहा. यह सीमा पूर्वी छोर पर पांच भारतीय राज्यों तक फैली हुई है.

आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, कुल 864.48 किलोमीटर सीमा अब भी बिना बाड़ के है, जिसमें 174.51 किमी “अव्यवहार्य” दूरी भी शामिल है. सूत्रों ने कहा कि दोनों पक्षों ने महानिदेशक स्तर की वार्ता के नवीनतम दौर के बाद प्रभावी संचार के लिए एक नई “हॉटलाइन” खोलने का निर्णय किया है. यह संपर्क कोलकाता स्थित बीएसएफ पूर्वी कमान के अतिरिक्त महानिदेशक (एडीजी) और ढाका स्थित बल के मुख्यालय में तैनात उनके बीजीबी समकक्ष के बीच होगा.

उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों के बीच संपर्क बढ़ाना “आवश्यक और महत्वपूर्ण” महसूस किया गया और इसलिए कमांडरों के बीच बातचीत के वास्ते इस नए मंच पर सहमति बनी है और इसे पहली बार आधिकारिक रिकॉर्ड में शामिल किया गया है. महानिदेशक दलजीत सिंह चौधरी की अध्यक्षता में बीएसएफ प्रतिनिधिमंडल ने बीजीबी से यह सुनिश्चित करने के लिए “कड़े और प्रभावी” कदम उठाने को कहा कि बांग्लादेशी बदमाश और अपराधी सुरक्षा में “सेंध” लगाने तथा बीएसएफ कर्मियों और भारतीय नागरिकों पर हमला करने के लिए सीमा पार न कर सकें.

सूत्रों ने बताया कि बीएसएफ जवानों और भारतीय लोगों पर “हमलों” के अलावा, आधिकारिक रिकॉर्ड में स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया है कि कर्मियों के खिलाफ “दुर्व्यवहार” के मामलों से बल द्वारा सख्ती से निपटा जाएगा. बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) के महानिदेशक मेजर जनरल मोहम्मद अशरफुज्जमां सिद्दीकी ने बांग्लादेशी पक्ष का नेतृत्व किया. बांग्लादेशी प्रतिनिधिमंडल बृहस्पतिवार को ढाका के लिए रवाना हुआ और अगले दौर की वार्ता (56वां संस्करण) जुलाई में पड़ोसी देश में आयोजित की जाएगी.

ये भी पढ़ें : बांग्लादेश ने तीस्ता प्रोजेक्ट में चीन को किया शामिल, भारत की बढ़ेंगी मुश्किलें

नई दिल्ली : भारत और बांग्लादेश ने अपने-अपने सीमा सुरक्षा बलों के उप कमांडरों के बीच एक नया संचार संपर्क स्थापित करने का निर्णय लिया है तथा अपनी साझा सीमा पर बाड़ लगाने के लिए लगभग 99 नए क्षेत्रों की पहचान की है. सुरक्षा प्रतिष्ठान के सूत्रों ने बताया कि सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) के बीच बृहस्पतिवार को यहां संपन्न हुई महानिदेशक स्तर की अर्धवार्षिक बैठक के दौरान इन निर्णयों को अंतिम रूप दिया गया.

पिछले वर्ष पांच अगस्त को बांग्लादेश में शेख हसीना सरकार के पतन के बाद यह पहली बार था जब दोनों सेनाओं के बीच उच्च स्तरीय बैठक हुई. सूत्रों ने बताया कि 18 फरवरी से 20 फरवरी तक आयोजित तीन दिवसीय वार्ता “सौहार्दपूर्ण तरीके” से संपन्न हुई, जिसमें भारतीय पक्ष अपने पड़ोसी को 4,096 किलोमीटर लंबी सीमा के शेष क्षेत्रों पर बाड़ लगाने के महत्व के बारे में “समझाने” में सफल रहा. यह सीमा पूर्वी छोर पर पांच भारतीय राज्यों तक फैली हुई है.

आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, कुल 864.48 किलोमीटर सीमा अब भी बिना बाड़ के है, जिसमें 174.51 किमी “अव्यवहार्य” दूरी भी शामिल है. सूत्रों ने कहा कि दोनों पक्षों ने महानिदेशक स्तर की वार्ता के नवीनतम दौर के बाद प्रभावी संचार के लिए एक नई “हॉटलाइन” खोलने का निर्णय किया है. यह संपर्क कोलकाता स्थित बीएसएफ पूर्वी कमान के अतिरिक्त महानिदेशक (एडीजी) और ढाका स्थित बल के मुख्यालय में तैनात उनके बीजीबी समकक्ष के बीच होगा.

उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों के बीच संपर्क बढ़ाना “आवश्यक और महत्वपूर्ण” महसूस किया गया और इसलिए कमांडरों के बीच बातचीत के वास्ते इस नए मंच पर सहमति बनी है और इसे पहली बार आधिकारिक रिकॉर्ड में शामिल किया गया है. महानिदेशक दलजीत सिंह चौधरी की अध्यक्षता में बीएसएफ प्रतिनिधिमंडल ने बीजीबी से यह सुनिश्चित करने के लिए “कड़े और प्रभावी” कदम उठाने को कहा कि बांग्लादेशी बदमाश और अपराधी सुरक्षा में “सेंध” लगाने तथा बीएसएफ कर्मियों और भारतीय नागरिकों पर हमला करने के लिए सीमा पार न कर सकें.

सूत्रों ने बताया कि बीएसएफ जवानों और भारतीय लोगों पर “हमलों” के अलावा, आधिकारिक रिकॉर्ड में स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया है कि कर्मियों के खिलाफ “दुर्व्यवहार” के मामलों से बल द्वारा सख्ती से निपटा जाएगा. बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) के महानिदेशक मेजर जनरल मोहम्मद अशरफुज्जमां सिद्दीकी ने बांग्लादेशी पक्ष का नेतृत्व किया. बांग्लादेशी प्रतिनिधिमंडल बृहस्पतिवार को ढाका के लिए रवाना हुआ और अगले दौर की वार्ता (56वां संस्करण) जुलाई में पड़ोसी देश में आयोजित की जाएगी.

ये भी पढ़ें : बांग्लादेश ने तीस्ता प्रोजेक्ट में चीन को किया शामिल, भारत की बढ़ेंगी मुश्किलें

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.