पटना: बिहार के 12 जिलों में इन दिनों बाढ़ की विभीषिका देखने को मिल रही है. कई गांवों में पानी घुस गया है. लोग बेघर हो गए हैं. सरकार की ओर से इन्हें हर संभव मदद दी जा रही है. सामुदायिक किचन की व्यवस्था की गई है. स्वास्थ्य विभाग की ओर से भी पहल की जा रही है.
बाढ़ की विभीषिका को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने सभी अस्पतालों और चिकित्सकों को हाई अलर्ट पर रखा है. बाढ़ प्रभावित सभी क्षेत्रों के सिविल सर्जन को दिशा निर्देश जारी किया गया है कि अस्पतालों में जरूरी दवाओं के व्यापक इंतजाम किये जाएं. खास तौर पर गर्भवती महिलाओं के लिए मेडिकल सुविधा बहाल किए जाने का निर्देश दिया गया है.
हाई अलर्ट पर सभी अस्पताल
बाढ़ से कई तरह की संक्रमित बीमारियां होती है. इसके लिए भी अस्पतालों में दवाओं का इंतजाम किया जा रहा है. सांप, बिच्छू जैसे जहरीले सरीसृप और किट फतिंगो से होने वाले मृत्यु को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की ओर से आवश्यक दवाईयां भेज दी गई हैं.
स्वास्थ्य विभाग मुस्तैद
स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लिए स्वास्थ्य विभाग मुस्तैद है. हाई अलर्ट पर सभी अस्पतालों को रखा गया है. सभी चिकित्सकों की ड्यूटी बढ़ा दी गई है. अस्पतालों में सभी जरूरी दवाओं के इंतजाम किये गये हैं. सचिव संजय कुमार ने लोगों से अपील की कि आवश्यकता अनुसार अपने निजी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करें.