पटना: बिहार में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है. तो वहीं, दूसरी ओर मरीज भी अब काफी ठीक होने लगे हैं. राजधानी से सटे बिहटा के अमहरा स्थित अत्याधुनिक नेताजी सुभाष मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एनएसएमसीएच) में इलाजरत दो और कोरोना मरीज ठीक हुए. ये दोनों मरीज दादा और पोता हैं. जिसके बाद इन्दें डिस्चार्ज कर दिया गया.
अब तक कुल 15 मरीज हुए ठीक
अस्पताल प्रबंधन के मुताबिक पटना के शास्त्री नगर निवासी प्रतीक प्रकाश (12 वर्ष) और उसके दादा योगेन्द्र सिंह कोरोना संक्रमित हो गए थे. योगेन्द्र सिंह 30 जुलाई को, जबकि प्रतीक 2 अगस्त को कोरोना संक्रमित होने के बाद भर्ती हुए थे. योगेन्द्र सिंह को शुगर और हाइपरटेंशन की भी समस्या है. इस तरह अब तक यहां से 15 कोरोना संक्रमित मरीज ठीक होकर वापस घर जा चुके हैं.
बेहतक सुविधाएं उपलब्ध
वहीं, संस्थान के प्रबंध निदेशक कृष्ण मुरारी ने बताया कि कोरोना के मरीजों के इलाज के लिए हर संभव प्रयत्न किया जा रहा है. सारी आधुनिक सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं. दवा भी उपलब्ध कराया जा रहा है. अनुभवी डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ की टीम लगातार सेवा दे रही है, जिसका नतीजा है कि अब तक 15 कोरोना संक्रमित मरीज ठीक होकर अपने घर जा चुके हैं. कोशिश रहेगी कि यहां भर्ती होने वाले सभी मरीज ठीक होकर जाएं. संस्थान में जल्द रैपिड एंटीजन टेस्ट कि सुविधा भी उपलब्ध होगी. इससे कोरोना के लक्षण वाले मरीज तुरंत जांच करा सकेंगे. कोविड महामारी को देखते हुए ईआईसीयू और सेंट्रल मॉनिटरिंग सिस्टम और ई-मॉनिटरिंग की शुरुआत की गई है.
NSMCH को बनाया गया डेडिकेटेड वार्ड
गौरतलब है कि राज्य सरकार ने कोरोना संक्रमण के बढ़ते आंकड़ों को लेकर जिले के कई प्राइवेट अस्पतालों को कोविड-19 अस्पताल के लिए चुना है, जिसमें से बिहटा के एनएसएमसीएच में कोरोना मरीज के लिए डेडिकेटेड (विशेष) वार्ड बनाया गया है. वैसे यहां कोविड मरीजों के इलाज के लिए 100 बेड, 30 आईसीयू बेड और सात वेंटीलेटर की व्यवस्था है. ऑक्सीजन की भी व्यवस्था पर्याप्त है. अस्पताल दिन-रात आपातकालीन सेवा दे रहा है. यहां 24 घंटे एम्बुलेंस सेवा भी उपलब्ध है.