पटना: बिहार के राज्यपाल फागू चौहान ने राज्य के 4 विश्वविद्यालयों की शैक्षणिक गतिविधियों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से समीक्षा की. इस दौरान उन्होंने ने कहा कि कोरोना महामारी के संक्रमण के दौर में भी राज्य में विद्यार्थियों का भविष्य पूरी तरह सुरक्षित रहे. इसके लिए गंभीरता से कोशिश होनी चाहिए.
गवर्नर ने कहा कोरोना संक्रमण के दौर में एकेडमिक कैलेंडर और परीक्षा कैलेंडर पूर्ण रूप से व्यवस्थित हो, ताकि सोशल डिस्टेंस के प्रोटोकॉल का भी सुरक्षित वातावरण में पूरी तरह पालन हो सके. साथ ही शैक्षणिक सत्र भी कम से कम प्रभावित हो. राज्यपाल ने जिन 4 विश्वविद्यालयों की समीक्षा की, उसमें पूर्णिया विश्वविद्यालय, ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय और बीएन मंडल विश्वविद्यालय मधेपुरा शामिल है.
'एकेडमिक काउंसिल पर हो विचार'
फागू चौहान ने कहा कि यूजीसी के निर्देशों के अनुरूप सभी विश्वविद्यालयों को अपनी एकेडमिक काउंसिल पर विचार करना चाहिए. साथ ही उन्होंने कहा विवि को सरकारी निर्देशों के अनुरूप सुव्यवस्थित रूप में सभी परीक्षाओं का आयोजन करना चाहिए. राज्यपाल ने कहा कि इस वर्ष परीक्षाओं का आयोजन और परीक्षा फल का प्रकाशन एक निश्चित समय अवधि में इस तरह किया जाना चाहिए, ताकि आगामी वर्ष के शैक्षणिक सत्र के समय पर शुरू होने में कोई व्यवधान नहीं हो.
राज भवन के खर्चों में कटौती करने का फैसला
राज्यपाल फागू चौहान ने बैठक के दौरान संबंधित विश्वविद्यालयों को सहायक अध्यापकों की रिक्तियां रोस्टर क्लीयरेन्स कराते हुए प्रस्ताव शिक्षा विभाग को भेजने का निर्देश भी दिया. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आयोजित बैठक में राजभवन से राज्यपाल के अतिरिक्त राज्यपाल के प्रधान सचिव चैतन्य प्रसाद, पूर्णिया से पूर्णिया विश्वविद्यालय के कुलपति राजेश सिंह, ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय और कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के प्रभारी, मधेपुरा से बीएन मंडल विश्वविद्यालय मधेपुरा के प्रभारी कुलपति प्रो. ज्ञानंजय द्विवेदी और शिक्षा विभाग के भी अधिकारी मौजूद रहे. राजपाल फागू चौहान ने राज भवन के खर्चों में कटौती करने का बड़ा फैसला लिया है.