पटना: गोपालपुर विधानसभा क्षेत्र के जदयू विधायक गोपाल मंडल ने रविवार को राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के खिलाफ बयान देकर पार्टी के लिए परेशानी बढ़ा दी है. जदयू प्रवक्ता हेमराज राम का कहना है इस तरह का बयान कहीं से भी उचित नहीं है. बता दें कि मुंबई की बैठक में लालू यादव ने राहुल गांधी को मजबूत करने की बात कही थी, जिस पर प्रतिक्रिया देते हुए गोपाल मंडल ने रविवार को लालू के खिलाफ बयान दिया था. जिस पर राजनीति गरमायी हुई है.
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"लालू प्रसाद यादव इंडिया गठबंधन के प्रमुख घटक दल के सम्मानित नेता हैं. इंडिया गठबंधन में बनाने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है. इसलिए उनके खिलाफ दिया गया बयान कहीं से भी मुनासिब नहीं है. पार्टी के शीर्ष नेता इस मामले को देखेंगे. लालू जी हम सबके लिए आदरणीय और सम्मानित नेता हैं. निश्चित रूप से इस तरह का बयान कहीं से भी उचित नहीं है."- हेमराज राम, जदयू प्रवक्ता
क्या कहा था गोपाल मंडल नेः गोपाल मंडल ने कहा कि पूरे हिंदुस्तान के लोग को नीतीश कुमार ने संगठित किया. नीतीश कुमार पीएम पद के उम्मीदवार के योग्य हैं. सिर्फ लालू जी के कह देने से राहुल गांधी प्रधानमंत्री नहीं बन जाएंगे. अभी लालू यादव का किडनी ट्रांसप्लांट हुआ है. इस कारण थोड़ा उनका दिमाग सठिया गया है. पटना की बैठक में भी शादी की बात कह राहुल गांधी की बारात जाने की बात कह दी. इस पर भी मीडिया में हो-हो होने लगा. अरे नीतीश कुमार को लोगों ने मान लिया है. कई राज्य के मुख्यमंत्री ने योग्य माना, लेकिन राहुल गांधी को लोग मानेगा तब न प्रधानमंत्री बनाइएगा.
लालू यादव को बताया था बैकवर्ड का मसीहा : जेडीयू विधायक ने रविवार को लालू यादव की तारीफ भी की थी. उन्हें बैकवर्ड का मसीहा बताया था. उन्होंने कहा था कि हमारे पुराने नेता रह चुके हैं. वह हंसाने का काम करते हैं. मजाक करते है, वो ठीक है. अब लालू जी ने राहुल गांधी को पीएम उम्मीदवार बनाने लगेंगे, उनके ऐसा करने से क्या यह हो जाएगा. अभी चुनाव में क्या होगा किसी को कुछ पता नहीं है. ऐसें में जल्दबाजी क्या है. गोपाल मंडल ने इस बात से इंकार किया था कि राहुल प्रधानंत्री बनने योग्य नहीं हैं.
विवादित बयानों से चर्चा में रहते हैं गोपाल मंडलः जदयू विधायक गोपाल मंडल पहले भी कई विवादास्पद बयान दे चुके हैं. हालांकि पार्टी के तरफ से हर बार उनके बयान का खंडन किया जाता है लेकिन, आज तक जदयू की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की गयी है. ऐसे में इस बार भी कोई कार्रवाई होगी या नहीं इस पर राजनीतिज्ञों की नजर है.