पटना: केंद्रीय जल आयोग (Central Water Commission) के अनुसार गंडक, बूढ़ी गंडक, बागमती, अधवारा, कोसी और महानंदा नदियों का जलस्तर (Water Level of Rivers ) लगातार घट रहा है. वहीं, गंगा नदी (Ganga River) के जलस्तर में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है. ऐसे में पटना पर बाढ़ (Flood) का खतरा मंडरा रहा है.
ये भी पढ़ें- VIDEO: उफनती गंगा में अठखेलियां कर रहे लोग, कहीं भारी न पड़ जाए ये लापरवाही !
पटना के गांधी घाट में खतरे के निशान से 52 सेंटीमीटर ऊपर है. पटना के दीघा घाट में गंगा नदी का जलस्तर 28 सेंटीमीटर नीचे है. पटना के हाथीदह में गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से 44 सेंटीमीटर ऊपर है. इसके जलस्तर में 3 सेंटीमीटर की वृद्धि होने की संभावना है.
पटना के श्रीपालपुर में पुनपुन नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है. गंडक नदी का जलस्तर डुमरिया घाट में खतरे के निशान से 47 सेंटीमीटर ऊपर है. खगड़िया जिले में कोसी नदी का जलस्तर बलतारा में खतरे के निशान से 124 सेंटीमीटर ऊपर है. इसके जलस्तर में 7 सेंटीमीटर की वृद्धि होने की संभावना है.
ये भी पढ़ें- पटना में गंगा-पुनपुन के बाढ़ का खतरा, पानी शहर में न घुसे इसके लिए निगम कर रहा ये काम
दरभंगा जिले के एकमीघाट में अधवरा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 25 सेंटीमीटर ऊपर है. मधुबनी जिले में कमला बलान नदी झंझारपुर में खतरे के निशान से 12 सेंटीमीटर नीचे है. इसके जलस्तर में 8 सेंटीमीटर की कमी होने की संभावना है. कमला बलान नदी का जलस्तर जयनगर में खतरे के निशान से 5 सेंटीमीटर ऊपर है.
बागमती नदी का जल स्तर बेनीबाद में 42 सेंटीमीटर ऊपर है. दरभंगा जिले के हायाघाट में बागमती नदी का जलस्तर 2 सेंटीमीटर खतरे के निशान से ऊपर है. दरभंगा जिले के कमतौल अधवारा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 24 सेंटीमीटर नीचे है.
ये भी पढ़ें- बिहार की नदियों में उफान बरकरार, पटना में खतरे के निशान से ऊपर बह रही गंगा
गंगा नदी का जलस्तर सभी स्थानों पर तेजी से बढ़ रहा है. गंगा का जलस्तर कहलगांव में केवल 1 सेंटीमीटर नीचे है. वहीं, फरक्का में 22 सेंटीमीटर नीचे है. राजधानी पटना के प्रमुख गंगा घाटों की स्थिति कुछ इस प्रकार से है. गंगा नदी का जलस्तर पटना के दीघा घाट में 50.17 मीटर, गांधी घाट में 49.13 मीटर और हाथीदह में 42.20 मीटर है.
बता दें कि गंगा पुनपुन सहित कई छोटी नदियों के उफान के कारण पटना गया नालंदा के निचले इलाकों में बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी बाढ़ ग्रस्त इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया है. अधिकारियों को कई निर्देश दिए हैं. पटना जिले के धनरुआ, दनियामा, पुनपुन फतुहा प्रखंड के 200 से अधिक गांव बाढ़ से प्रभावित हैं. वहीं, नालंदा और गया में भी बाढ़ से लोगों की परेशानी बनी हुई है. उत्तर बिहार में एक तरफ नदियों का जलस्तर लगातार घट रहा है और लोगों ने वहां राहत की सांस ली है, लेकिन गंगा सहित कई नदियों के जलस्तर में हुई वृद्धि से कई इलाकों में लोगों की मुश्किलें बढ़ गई है.