पटना: मुजफ्फरपुर जिले में 7 दिसंबर को दुष्कर्म में असफल होने पर लड़की को जिंदा जला दिया गया था. जिसका इलाज 10 दिसंबर से पटना के अपोलो बर्न अस्पताल में चल रहा था. मंगलवार सुबह पीड़िता की इलाज के दौरान मौत हो गई. जिसके बाद परिजनों ने प्रशासन के खिलाफ जमकर प्रदर्शन और आगजनी की.
मुजफ्फपुर पीड़िता ने तोड़ा दम
आए दिन महिलाओं के साथ दुष्कर्म के मामले और जिंदा जला देने की घटनाएं बढ़ती ही जा रही है. मुजफ्फरपुर जिले में 7 दिसंबर को एक लड़की के साथ दुष्कर्म में विफल होने पर राजा और उसके साथी मुकेश ने लड़की पर केरोसिन छिड़ककर उसके शरीर में आग लगा दी थी. जिसमें पीड़िता 95 प्रतिशत तक जल गई.
गुस्साए परिजनों ने किया हंगामा
घटना के बाद पीड़िता का इलाज 10 दिसंबर से लगातार पटना के अपोलो बर्न अस्पताल में चल रहा था. जहां मंगलवार सुबह पीड़िता ने दम तोड़ दिया. पीड़िता की मौत से गुस्साए परिजनों ने अस्पताल के बाहर जमकर तोड़फोड़ की और आगजनी की. वहीं पीड़िता की मौत की खबर सुनकर सामाजिक संगठन और आम लोग भी परिजनों के प्रदर्शन में साथ देने पहुंचे. प्रदर्शन कर रहे लोगों ने सड़क जाम कर दिया. आक्रोशित लोगों ने सीएम नीतीश कुमार से आरोपियों को जल्द फांसी देने की मांग की.
पुलिस ने किया लाठीचार्ज
गुस्साई भीड़ को कंट्रोल करने के लिए पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी. पुलिस ने आक्रोशित लोगों को काबू में करने के लिए जमकर लाठियां बरसायी. वहीं जाम की सूचना मिलते ही पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और कड़ी मशक्कत के बाद जाम को खत्म कराकर ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारू करवाया.
मरने से पहले पीड़िता ने मांगा न्याय
पीड़िता के भाई विकास कुमार ने बताया कि उसकी बहन ने अपनी अंतिम सांस लेने से पहले दोषी के लिए फांसी की मांग की. उन्होंने कहा कि मेरी बहन की ये आखिरी मांग थी कि उसे जिंदा जलाने वाले दरिंदे राजा को फांसी की सजा मिलनी चाहिए.