पटनाः बिहार में शिक्षक नियमावली को लेकर शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि शिक्षक नियमावली में कोई संशोधन नहीं होगा. यह बिहार की शिक्षा व्यवस्था के हित में है. जिनको जो विरोध दर्ज करना है, कर सकते हैं. जबसे बिहार में शिक्षक नियमावली जारी हुई है, तब से शिक्षक अभ्यर्थी के अवाला विपक्ष के नेता इसका विरोध कर रहे हैं. विपक्ष के नेता इसमें संशोधन करने की मांग कर रहे हैं. इसके लिए कई प्रदर्शन भी हुए. इसी संसोधन को लेकर शिक्षा मंत्री ने जबाव दे दिया है. उन्होंने कहा कि इसमें कोई बदलाव नहीं होगा.
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समर्थन करने की अपीलः मंगलवार को शिक्षा मंत्री ने विरोध में खड़े संगठन और संस्थानों से समर्थन करने की अपील की. प्रो चंद्र शेखर ने स्पष्ट किया है कि विरोध करने वाले रोजगार के खिलाफ हैं. शिक्षा मंत्री ने कहा कि शिक्षक नियुक्ति नियमावली का जो लोग संशोधन कराना चाहते हैं, वह सुन लें कि इसमें कोई बदलाव नहीं होगा. बिहार सरकार की स्पष्ट नीति है. नई नियमावली रोजगार पैदा करने वाली है. जो लोग विरोध में हैं, वह रोजगार पैदा करने के हित में नहीं है.
आंदोलन करना उचित नहींः शिक्षा मंत्री ने अनुरोध किया है कि जो लोग विरोध में हैं, उन्हें नई शिक्षक नियुक्ति नियमावली के समर्थन में आना चाहिए, विरोध में खड़े लोगों को इसके समर्थन में खड़ा होना चाहिए. शिक्षा मंत्री ने कहा कि हमारी जो विरासत रही है, बिहार ज्ञान की भूमि रही है. उस दिशा में सरकार के कदम पड़े हैं. इसके विरोध में लोगों के कदम नहीं बढ़ना चाहिए. यदि कोई साथी और संगठन आंदोलन का रुख करते हैं तो वह उचित नहीं है. इसका समर्थन करना चाहिए.
"इस मामले में सरकार की दृष्टि स्पष्ट है. बिहार में बेरोजगार के लिए यह नौकरी पाने का अवसर है. अगर किसी भी ढंग से इसे लटकाना चाहते हैं तो यह बेरोजगारों के हित में नहीं है. जो भी नियमावली आई है, उसका समर्थन करना चाहिए. कोई आंदोलन का रुख करते हैं तो यह उचित नहीं होगा. इसमें कोई बदलाव नहीं होने जा रहा है." -चंद्रशेखर सिंह, शिक्षा मंत्री