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पटना: सड़कों पर दौड़ रही हैं इलेक्ट्रिक गाड़ियां, 1 साल में बढ़ा ई-रिक्शा का क्रेज - e-rickshaw carzw

पूर्व में पटना की सड़कों पर जहां भारी संख्या में पेट्रोलियम ईंधन वाले ऑटो चलते थे. आज वहां ई रिक्शा की भीड़ दिखाई पड़ रही है.

प्रदूषण रहित है ई रिक्शा
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Published : Jul 27, 2019, 10:12 AM IST

पटना : तीन दिन पहले सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इलेक्ट्रिक कार से विधानसभा पहुंचे थे. उनका मकसद था पेट्रोलियम इंधन गाड़ियों को छोड़कर लोगों द्वारा इलेक्ट्रिक गाड़ियों का इस्तेमाल किया जाए. ताकि पर्यावरण के प्रदूषण को कम किया जा सके.

टोल टैक्स भरने से मिलती है छूट
इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने के लिए राज्य और केंद्र की सरकार भी कई तरह की योजनाएं चला रही है. इलेक्ट्रिक वाहनों को टोल टैक्स भरने से छूट दी गई है और साथ ही राज्य की सरकार ने सरकारी कार्यालय की पार्किंग स्थलों पर इलेक्ट्रिक वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था निशुल्क रखी है. राजधानी वासियों की दिलचस्पी इन दिनों इलेक्ट्रिक वाहनों के प्रति बढ़ती हुई नजर आ रही है. पटना की सड़कों पर इलेक्ट्रिक गाड़ियां धड़ल्ले से चल रही हैं. पूर्व में पटना की सड़कों पर जहां भारी संख्या में पेट्रोलियम ईंधन वाले ऑटो चलते थे आज वहां ई रिक्शा की भीड़ दिखाई पड़ रही है. पटना के लोग भी पेट्रोलियम ऑटो के बजाय ई रिक्शा का ज्यादा इस्तेमाल कर रहे हैं.

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सड़कों पर दौड़ती ई रिक्शा


प्रदूषण पर हो रहा कंट्रोल
इसका प्रमुख कारण यह है कि ई रिक्शा प्रदूषण रहित होने के साथ-साथ किफायती भी है. लोग 5 से ₹10 में मोहल्ले की गलियों में ई रिक्शा से घूम सकते हैं. पटना की सड़कों पर इलेक्ट्रिक स्कूटी और बाइक भी देखने को मिल रही है. पटना वासियों का मानना है कि इलेक्ट्रिक वाहनों की संख्या बढ़ने से सड़क पर प्रदूषण पहले के मुकाबले कम हुआ है. वहीं इलेक्ट्रिक रिक्शा में सफर कर रहे हैं युवक ने बताया कि प्रदूषण कम करने की दिशा में इलेक्ट्रिक वाहन काफी कारगर है. सरकार को इसे खूब बढ़ावा देना चाहिए ताकि प्रदूषण कम हो और पर्यावरण सुरक्षित रहे.

ई रिक्शा पर स्पेशल रिपोर्ट.


पिछले 1 साल में बढ़ा है इलेक्ट्रिक गाड़ियों का क्रेज
वहीं, ई रिक्शा से सफर कर रही पूनम ने कहा कि इस बार के बजट में केंद्र सरकार ने भी इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं लाई है. उन्होंने कहा कि युवाओं को चाहिए कि ज्यादा से ज्यादा वह इलेक्ट्रिक वाहन से सफर करें और समाज को पर्यावरण संरक्षण का संदेश दें. ई रिक्शा चला रहे राजीव ने बताया कि पिछले 1 साल के अंदर इलेक्ट्रिक गाड़ियों का क्रेज बढ़ा है. पटना की सड़कों पर अब पेट्रोलियम ऑटो के बजाय ई-रिक्शा काफी संख्या में आ गए हैं. इसके कारण सड़क पर प्रदूषण कम हुआ है. उन्होंने कहा कि ई रिक्शा से ना तो ज्यादा ध्वनि प्रदूषण होता है और ना ही वायु प्रदूषण, जिस कारण लोग इसे ज्यादा पसंद करते हैं.

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युवती का बयान

पटना : तीन दिन पहले सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इलेक्ट्रिक कार से विधानसभा पहुंचे थे. उनका मकसद था पेट्रोलियम इंधन गाड़ियों को छोड़कर लोगों द्वारा इलेक्ट्रिक गाड़ियों का इस्तेमाल किया जाए. ताकि पर्यावरण के प्रदूषण को कम किया जा सके.

टोल टैक्स भरने से मिलती है छूट
इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने के लिए राज्य और केंद्र की सरकार भी कई तरह की योजनाएं चला रही है. इलेक्ट्रिक वाहनों को टोल टैक्स भरने से छूट दी गई है और साथ ही राज्य की सरकार ने सरकारी कार्यालय की पार्किंग स्थलों पर इलेक्ट्रिक वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था निशुल्क रखी है. राजधानी वासियों की दिलचस्पी इन दिनों इलेक्ट्रिक वाहनों के प्रति बढ़ती हुई नजर आ रही है. पटना की सड़कों पर इलेक्ट्रिक गाड़ियां धड़ल्ले से चल रही हैं. पूर्व में पटना की सड़कों पर जहां भारी संख्या में पेट्रोलियम ईंधन वाले ऑटो चलते थे आज वहां ई रिक्शा की भीड़ दिखाई पड़ रही है. पटना के लोग भी पेट्रोलियम ऑटो के बजाय ई रिक्शा का ज्यादा इस्तेमाल कर रहे हैं.

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सड़कों पर दौड़ती ई रिक्शा


प्रदूषण पर हो रहा कंट्रोल
इसका प्रमुख कारण यह है कि ई रिक्शा प्रदूषण रहित होने के साथ-साथ किफायती भी है. लोग 5 से ₹10 में मोहल्ले की गलियों में ई रिक्शा से घूम सकते हैं. पटना की सड़कों पर इलेक्ट्रिक स्कूटी और बाइक भी देखने को मिल रही है. पटना वासियों का मानना है कि इलेक्ट्रिक वाहनों की संख्या बढ़ने से सड़क पर प्रदूषण पहले के मुकाबले कम हुआ है. वहीं इलेक्ट्रिक रिक्शा में सफर कर रहे हैं युवक ने बताया कि प्रदूषण कम करने की दिशा में इलेक्ट्रिक वाहन काफी कारगर है. सरकार को इसे खूब बढ़ावा देना चाहिए ताकि प्रदूषण कम हो और पर्यावरण सुरक्षित रहे.

ई रिक्शा पर स्पेशल रिपोर्ट.


पिछले 1 साल में बढ़ा है इलेक्ट्रिक गाड़ियों का क्रेज
वहीं, ई रिक्शा से सफर कर रही पूनम ने कहा कि इस बार के बजट में केंद्र सरकार ने भी इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं लाई है. उन्होंने कहा कि युवाओं को चाहिए कि ज्यादा से ज्यादा वह इलेक्ट्रिक वाहन से सफर करें और समाज को पर्यावरण संरक्षण का संदेश दें. ई रिक्शा चला रहे राजीव ने बताया कि पिछले 1 साल के अंदर इलेक्ट्रिक गाड़ियों का क्रेज बढ़ा है. पटना की सड़कों पर अब पेट्रोलियम ऑटो के बजाय ई-रिक्शा काफी संख्या में आ गए हैं. इसके कारण सड़क पर प्रदूषण कम हुआ है. उन्होंने कहा कि ई रिक्शा से ना तो ज्यादा ध्वनि प्रदूषण होता है और ना ही वायु प्रदूषण, जिस कारण लोग इसे ज्यादा पसंद करते हैं.

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युवती का बयान
Intro:डे प्लान स्टोरी

हाल ही के दिनों में सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इलेक्ट्रिक कार से विधानसभा पहुंचे थे. उनका मकसद था पेट्रोलियम इंधन गाड़ियों को छोड़कर लोगों द्वारा इलेक्ट्रिक गाड़ियों का इस्तेमाल किया जाए ताकि पर्यावरण के प्रदूषण को कम किया जा सके.

इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने के लिए राज्य और केंद्र की सरकारी भी कई तरह की योजनाएं चला रही है और इलेक्ट्रिक वाहनों को टोल टैक्स भरने से छूट दी गई है और साथ ही राज्य की सरकार ने सरकारी कार्यालय की पार्किंग स्थलों पर इलेक्ट्रिक वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था निशुल्क रखी है.


Body:राजधानी वासियों की दिलचस्पी इन दिनों इलेक्ट्रिक वाहनों के प्रति बढ़ती हुई नजर आ रही है. पटना की सड़कों पर इलेक्ट्रिक गाड़ियां धड़ल्ले से चल रहे हैं. पूर्व में पटना की सड़कों पर जहां भारी संख्या में पेट्रोलियम ईंधन वाले ऑटो चलते थे आज वहां ई रिक्शा की भीड़ दिखाई पड़ रही है. पटना के लोग भी पेट्रोलियम ऑटो के बजाय ई रिक्शा का ज्यादा इस्तेमाल कर रहे हैं. इसका प्रमुख कारण यह है कि ई रिक्शा प्रदूषण रहित होने के साथ-साथ किफायती भी है. लोग 5 से ₹10 में मोहल्ले की गलियों में ई रिक्शा से घूम सकते हैं. पटना की सड़कों पर इलेक्ट्रिक स्कूटी और बाइक भी देखने को मिल रहे हैं. पटना वासियों का मानना है कि इलेक्ट्रिक वाहनों की संख्या बढ़ने से सड़क पर प्रदूषण पहले के मुकाबले कम हुआ है.


Conclusion:इलेक्ट्रिक रिक्शा में सफर कर रहे हैं युवक ने बताया कि प्रदूषण कम करने की दिशा में इलेक्ट्रिक वाहन काफी कारगर है. सरकार को इसे खूब बढ़ावा देना चाहिए ताकि प्रदूषण कम हो और पर्यावरण सुरक्षित रहे. वही ई रिक्शा से सफर कर रही पूनम ने कहा कि इस बार के बजट में केंद्र सरकार ने भी इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं लाई है. उन्होंने कहा कि युवाओं को चाहिए कि ज्यादा से ज्यादा वह इलेक्ट्रिक वाहन से सफर करें और समाज को पर्यावरण संरक्षण का संदेश दें.

ई रिक्शा चला रहे राजीव ने बताया कि पिछले 1 साल के अंदर इलेक्ट्रिक गाड़ियों का क्रेज बढ़ा है. पटना की सड़कों पर अब पेट्रोलियम ऑटो के बजाय ई-रिक्शा काफी संख्या में आ गए हैं इस कारण सड़क पर प्रदूषण कम हुआ है. उन्होंने कहा कि ई रिक्शा से ना तो ध्वनि प्रदूषण होता है ना ही वायु प्रदूषण जिस कारण लोग इसे ज्यादा पसंद करते हैं.
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