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मातृ दिवस पर डॉक्टरों की अपील- माता का करें सम्मान, न भेजें वृद्धाश्रम

पीएमसीएच के अधीक्षक ने लोगों से अपील किया कि वृद्धावस्था में माता की इतनी सेवा कीजिए कि उन्हें कभी कोई तकलीफ न हो.

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Published : May 10, 2020, 6:41 PM IST

Updated : May 11, 2020, 12:48 PM IST

पटना: आज मातृ दिवस है और ऐसे मौके पर पटना के प्रख्यात चिकित्सकों ने लोगों से अपील की है कि अपने माता-पिता की सेवा करें और वृद्धावस्था में जब माता-पिता लाचार हो जाते हैं, तब उन्हें न ही घर से निकाले और न ही वृद्धाश्रम में रखें. पीएमसीएच के अधीक्षक डॉ. विमल कारक ने लोगों से अपने माता-पिता की सेवा करने की अपील करते हुए कहा कि मां का स्थान धरती पर कोई भी नहीं ले सकता है.

उन्होंने कहा कि अगर कोई अपने मां को घर से निकाल कर दूसरे जगह छोड़ देता है तो उनकी समझ से उससे अभागा बेटा धरती पर कोई नहीं हो सकता है. डॉ. विमल कारक कहा कि माता जननी होती है और उसका हमेशा खयाल रखना चाहिये. उन्होंने कहा कि जब बच्चे छोटे होते हैं तो मां कई रातें बच्चों की देखभाल में जग कर गुजार देती है और जब बच्चे बड़े हो जाते हैं तो उनका यह कर्तव्य बनता है कि माता को किसी प्रकार की कोई परेशानी ना हो.

देखें रिपोर्ट

डॉक्टरों ने की अपील
पीएमसीएच के अधीक्षक ने लोगों से अपील किया कि वृद्धावस्था में माता की इतनी सेवा कीजिए कि उन्हें कभी कोई तकलीफ न हो. उन्होंने कहा कि माता अगर 10 बार बेटों को आवाज देती हैं तो उनका यह कर्तव्य है कि हर बार वे माता की बात सुनें. वहीं पीएमसीएच के प्राचार्य डॉ. विद्यापति चौधरी ने कहा कि आज के समय में समाज में ऐसी खबरें सामने आती हैं, जहां लोग अपने वृद्ध और लाचार मां-बाप को घर से बाहर निकाल देते हैं. उनकी समझ से इससे बड़ी निंदनीय बात समाज के लिए कुछ नहीं हो सकती.

मां-बाप को न छोड़ें कभी अकेला
उन्होंने कहा कि मां जननी होती है और इस संसार में उसका स्थान कोई नहीं ले सकता. इसलिए बच्चों का यह पुनीत कर्तव्य बनता है कि वृद्धावस्था में मां की भरपूर सेवा करें. उन्होंने कहा कि माता को कभी भी बुढ़ापे में अकेला ना छोड़ें. मां का स्थान धरती पर अद्वितीय है, इसलिए मां की भरपूर सेवा करें.

पटना: आज मातृ दिवस है और ऐसे मौके पर पटना के प्रख्यात चिकित्सकों ने लोगों से अपील की है कि अपने माता-पिता की सेवा करें और वृद्धावस्था में जब माता-पिता लाचार हो जाते हैं, तब उन्हें न ही घर से निकाले और न ही वृद्धाश्रम में रखें. पीएमसीएच के अधीक्षक डॉ. विमल कारक ने लोगों से अपने माता-पिता की सेवा करने की अपील करते हुए कहा कि मां का स्थान धरती पर कोई भी नहीं ले सकता है.

उन्होंने कहा कि अगर कोई अपने मां को घर से निकाल कर दूसरे जगह छोड़ देता है तो उनकी समझ से उससे अभागा बेटा धरती पर कोई नहीं हो सकता है. डॉ. विमल कारक कहा कि माता जननी होती है और उसका हमेशा खयाल रखना चाहिये. उन्होंने कहा कि जब बच्चे छोटे होते हैं तो मां कई रातें बच्चों की देखभाल में जग कर गुजार देती है और जब बच्चे बड़े हो जाते हैं तो उनका यह कर्तव्य बनता है कि माता को किसी प्रकार की कोई परेशानी ना हो.

देखें रिपोर्ट

डॉक्टरों ने की अपील
पीएमसीएच के अधीक्षक ने लोगों से अपील किया कि वृद्धावस्था में माता की इतनी सेवा कीजिए कि उन्हें कभी कोई तकलीफ न हो. उन्होंने कहा कि माता अगर 10 बार बेटों को आवाज देती हैं तो उनका यह कर्तव्य है कि हर बार वे माता की बात सुनें. वहीं पीएमसीएच के प्राचार्य डॉ. विद्यापति चौधरी ने कहा कि आज के समय में समाज में ऐसी खबरें सामने आती हैं, जहां लोग अपने वृद्ध और लाचार मां-बाप को घर से बाहर निकाल देते हैं. उनकी समझ से इससे बड़ी निंदनीय बात समाज के लिए कुछ नहीं हो सकती.

मां-बाप को न छोड़ें कभी अकेला
उन्होंने कहा कि मां जननी होती है और इस संसार में उसका स्थान कोई नहीं ले सकता. इसलिए बच्चों का यह पुनीत कर्तव्य बनता है कि वृद्धावस्था में मां की भरपूर सेवा करें. उन्होंने कहा कि माता को कभी भी बुढ़ापे में अकेला ना छोड़ें. मां का स्थान धरती पर अद्वितीय है, इसलिए मां की भरपूर सेवा करें.

Last Updated : May 11, 2020, 12:48 PM IST
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