पटनाः बिहार में कोरोना संक्रमण की तेज रफ्तार को देखते हुए सरकार ने सभी जिलाधिकारियों को अपने स्तर से फैसला लेने का अधिकार दिया है. पटना में भी संक्रमण के बढ़ते आंकड़ों को रोकने के लिए जिला प्रशासन ने 7 दिनों का लॉकडाउन लगाने की घोषणा की है. राजधानी पटना में 10 जुलाई से 16 जुलाई तक लॉकडाउन रहेगा.
बढ़ते कोविड-19 संक्रमण को देखते हुए डीएम ने 7 दिनों का लॉकडाउन तो लगा दिया. लेकिन इस दौरान काफी छूट भी दी गई है. डॉक्टर इसे लेकर सवाल उठा रहे हैं और कह रहे हैं कि जब तक 15 दिनों का टोटल लॉकडाउन नहीं होता, तब तक संक्रमण को रोकना मुश्किल है.
तेजी से बढ़ रहा संक्रमितों का आंकड़ा
बिहार में अब हर दिन 700 या इससे ज्यादा मरीज कोरोना संक्रमित पाए जा रहे हैं. पटना में यह आंकड़ा डेढ़ सौ से 200 रोजाना हो गया है. ऐसे में जिला प्रशासन ने 10 जुलाई से 16 जुलाई के बीच लॉकडाउन की घोषणा की है. हालांकि इस दौरान इमरजेंसी सेवाओं के साथ परिवहन व्यवस्था में भी ढील दी गई है.
'15 दिन का टोटल लॉकडाउन पूरे बिहार में हो'
इस सिलसिले में डॉ दिवाकर तेजस्वी ने कहा कि इस तरह संक्रमण को रोकना काफी मुश्किल है. ईटीवी भारत के साथ खास बातचीत में डॉ दिवाकर तेजस्वी ने कहा कि संक्रमण का इनक्यूबेशन पीरियड 14 दिनों का होता है. इस लिहाज से कम से कम 15 दिन का टोटल लॉकडाउन पूरे बिहार में लगाया जाना चाहिए था, ताकि संक्रमण को सही तरीके से रोका जा सके.
स्थिति अभी और खराब होगी
डॉ दिवाकर ने कहा कि अगर 15 दिन का लॉकडाउन नहीं हुआ तो स्थिति और खराब होगी. जितनी ज्यादा छूट लोगों को दी जाती है, लोग उसका फायदा उठाने लगते हैं. सड़क पर भीड़ बढ़ रही है. बाजारों में लोग बिना मास्क के निकल रहे हैं. सोशल डिस्टेंसिंग का कोई मतलब नहीं रह गया है. इस तरह से संक्रमण को रोकना काफी मुश्किल हो जाएगा.
कहां है कितना लॉकडाउन
- पटना- 10 से 16 जुलाई तक
- मुंगेर- 10 से 16 जुलाई तक
- मधेपुरा- 10 से 16 जुलाई तक
- भोजपुर- 11 से 15 जुलाई तक
- नालंदा- 11 से 15 जुलाई
- बेगूसराय- 11 से 16 जुलाई तक
- सुपौल- 10 से 12 जुलाई
- खगड़िया- 10 से 14 जुलाई
- मुजफ्फरपुर- हफ्ते में 2 दिन बंद
- पूर्णिया- 10 से 16 जुलाई
- बक्सर- 10 से 12 जुलाई
- नवादा- 10 से 12 जुलाई
- मोतिहारी- 10 से 14 जुलाई
- कैमूर- 10 से 17 जुलाई
- भागलपुर- 9 से 15 जुलाई