पटना: मकर संक्रांति पर लालू यादव के भोज में सीएम नीतीश कुमार को नहीं पहुंचे लेकिन पशुपति पारस जरूर पहुंचे. इसको लेकर सियासत खिचड़ी पकने लगी है. तेजस्वी यादव ने मीडिया के सामने बयान में कहा कि लालू यादव भी पशुपति पारस के यहां दही चूड़ा के भोज में शामिल होंगे. इस दौरान तेजस्वी यादव ने बिहार में खेला को लेकर कहा कि 'अब कोई परिवर्तन नहीं होगा. सब बेकार की बातें हैं.'
"ये सब बेकार की बातें हैं. कयास लगाने का कोई मतलब नहीं है. अब ऐसा कुछ होने नहीं जा रहा है. अब सीधे चुनाव होगा और जनता का फैसला सर आंखों पर होगा." -तेजस्वी यादव, नेता प्रतिपक्ष, बिहार विधानसभा
पकने लगी सियासी खिचड़ी: पशुपति पारस के लालू आवास आने पर सियासी खिचड़ी पकने लगी है. पशुपति पारस लालू यादव के भोज में शामिल हुए और लालू यादव भी पशुपति पारस के यहां जाएंगे. इसको लेकर तेजस्वी यादव ने कहा कि पशुपति पारस मकर संक्रांति इनविटेशन लेकर वह आए थे. हम लोगों का पारिवारिक संबंध रहा है. "रामविलास पासवान और चिराग पासवान से पारिवारिक संबंध रहा है. लालू प्रसाद यादव कल पशुपति पारस के भोज में शामिल होंगे.
पीछे गेट से क्यों दाखिल हुए पशुपति: जानकारी के अनुसार पशुपति पारस राबड़ी आवास पर पीछे के गेट से प्रवेश किए थे. राबड़ी आवास पर करीब आधे घंटे तक लालू यादव और राबड़ी देवी से मुलाकात और बातचीत की. पशुपति पारस के साथ-साथ समस्तीपुर से पूर्व सांसद प्रिंस पासवान समेत कई नेता रहे. हालांकि इस दौरान पशुपति पारस ने मीडिया से कोई बात नहीं की और गाड़ी में बैठकर चलते बने.
क्या महागठबंधन शामिल होंगे पशुपति पारस: पशुपति पारस के इस तरह से आने से चर्चा हो रही है कि क्या महागठबंधन में तो शामिल हो सकते हैं? तेजस्वी यादव ने भी बयान दिया है कि अब बिहार में कोई खेला नहीं होगा.
नीतीश कुमार नहीं पहुंचे: बता दें कि मकर संक्रांति पर हर साल लालू यादव के यहां दही चूड़ा का भोज किया जाता है. इसमें बिहार के राज्यपाल, सीएम नीतीश कुमार समेत कई नेता शामिल होते रहे हैं. पिछले साल 2024 के मकर संक्रांति में भी सीएम नीतीश कुमार शामिल हुए थे. हालांकि इसबार सीएम नीतीश कुमार इस भोज में शामिल नहीं हुए हैं.
यह भी पढ़ें: इंतजार करते रहे नीतीश लेकिन नहीं आए चिराग, बिना मिले ही LJPR ऑफिस से लौट गए CM