पटना: राजधानी पटना के गंगा घाटों पर लोक आस्था का महापर्व छठ की तैयारी जोरों से चल रही है. 28 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक चलने वाले इस चार दिवसीय महापर्व के दौरान व्रतियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो इसको लेकर पटना जिला प्रशासन गंभीर दिख रहा है. जिला प्रशासन ने पटना के 16 छठ घाटों को खतरनाक घोषित किया (16 Ganga Ghats of Patna as Dangerous) है.
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राजधानी के 16 घाट खतरनाक घोषित: पटना प्रशासन ने खतरनाक घाटों की सूची जारी करते हुए इसकी जानकारी दी है कि इन घाटों पर इस वर्ष छठ पूजा नहीं होगी. जिला प्रशासन ने 16 खतरनाक घाटों की सूची जारी करते हुए यह जानकारी दी है कि पटना के नारियल घाट, जेपी सेतु के पूर्वी घाट, बांस घाट, कलेक्ट्रेट घाट, महेंद्रू घाट, टी एन बनर्जी घाट, अंटा घाट, अदालत घाट, मिश्री घाट, टेढ़ी घाट, गडेडिया घाट, नरुद्रीदिनगंज घाट, भरहरवा घाट, महाराज घाट, कंटाही घाट के साथ गुरु गोविंद सिंह किला घाट पर इस वर्ष दलदल की समस्या ज्यादा होने के कारण और अप्रोच पथ नहीं बन पाने के कारण इन घाटों को खतरनाक घोषित किया गया है.
28 से शुरू होगा चार दिवसीय महापर्व: गौरतलब है कि लोक आस्था का महापर्व कहे जाने वाला छठ महापर्व 28 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक चलेगा. छठ पूजा की शुरुआत 28 अक्टूबर से होगी और पहले दिन यानी 28 अक्टूबर को नहाय खाय होगा. छठ महापर्व के दूसरे दिन खरना पूजा होती है. वहीं 30 अक्टूबर 2022 छठ पूजा का पहला अर्घ्य सम्पन्न होगा और 31 अक्टूबर की सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ छठ महापर्व का समापन हो जाएगा.
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