पटना: सोनिया गांधी के अंतरिम अध्यक्ष बनने के बाद बिहार प्रदेश कांग्रेस में हलचल तेज हो गई है. पिछले दिनों दोबारा बिहार का प्रभार संभालने के बाद शक्ति सिंह गोहिल ने कई बैठकें कीं. बैठक में गोहिल ने कड़े तेवर में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ-साथ युवा नेताओं को भी कई सलाह दी. कांग्रेस की बढ़ी हलचल से ऐसा लग रहा है कि आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस बड़ी भूमिका निभाने की तैयारी में जुट गई है. ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौर ने बताया कि कांग्रेस चार मुद्दों पर जनता के बीच काम करेगी.
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि जिस तरह से महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे का महिमामंडन किया जा रहा है, कांग्रेस जनता के बीच बापू के संदेशों को पहुंचाएगी. जब तक देश और राज्य की जनता को बापू के जीवन और विचारों से नहीं जोड़ा जाएगा तब तक झूठ का खेल समाप्त नहीं होगा.
कांग्रेस कार्यकर्ताओं को दी जाएगी ट्रेनिंग
राजेश राठौर ने बताया कि इसके अलावा कांग्रेस देश और राज्य में फैली आर्थिक मंदी पर भी जनता के बीच तमाम बातों को रखेगी. पार्टी सदस्यता अभियान चलाएगी. इसके तहत पंचायत और गांव तक सदस्य बनाए जाएंगे. कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ताओं को ट्रेनिंग देकर प्रशिक्षित बनाया जाएगा ताकि भाजपा के झूठ का करारा जवाब दिया जा सके.
नीतीश पर तंज
कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौर का मानना है कि जिस तरह से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के चेहरे पर अब भाजपा के कई नेता विरोध करने लगे हैं, उससे एनडीए में पड़ी फूट साफ दिखने लगी है. इनका कहना है कि बीजेपी के तमाम नेताओं ने यह कह दिया है कि नीतीश कुमार आने वाले चुनाव में चेहरा नहीं होंगे. जब नीतीश के गठबंधन ने ही उन्हें नकार दिया है तो जनता कैसे कुबूल करेगी. इसलिये कांग्रेस एक विकल्प के रूप में 2020 के विधानसभा चुनाव में उभरेगी.
महागठबंधन में एकता नहीं- आपदा प्रबंधन मंत्री
वहीं, कांग्रेस में बढ़ी हलचल पर आपदा प्रबंधन मंत्री लक्ष्मेश्वर राय का कहना है कि सभी पार्टियों को अपना जनाधार बढ़ाने का प्रयास करने का पूरा हक है. लेकिन बिहार में कोई विकल्प नहीं है. नीतीश कुमार के चेहरे के आगे जनता किसी को भी नहीं चुनने वाली. कांग्रेस लाख प्रयास कर ले, उसे कोई सफलता हाथ नहीं लगेगी. आपदा मंत्री कहते हैं कि महागठबंधन में सभी दलों के अलग सुर और ताल हैं. इस कारण नहीं लगता कि वह एक मंच पर आ पाएंगे.