पटना: बिहार में डेंगू मरीजों की संख्या बढ़कर 2035 हो गई है. केवल सितंबर के महीने में पूरे प्रदेश में 1760 मरीज मिले हैं. इन मरीजों में प्रदेश के विभिन्न मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में 204 मरीज एडमिट हैं, जिनका इलाज चल रहा है. भागलपुर मेडिकल कॉलेज में 99 मरीज एडमिट हैं, वहीं पटना एम्स में 24 मरीज एडमिट हैं. पटना के विभिन्न मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में 42 मरीज का इलाज चल रहा है.
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तेजी से बढ़े डेंगू के मरीज: पटना में डेंगू के मरीज जिस प्रकार मिल रहे हैं, उसको देखते हुए नगर निगम ने भी फॉगिंग और एंटी लार्वा का छिड़काव तेज कर दिया है. पटना का सबसे अधिक डेंगू प्रभावित इलाका पाटलिपुत्र है. इसके अलावा बांकीपुर, कंकड़बाग, पटना सिटी, फुलवारीशरीफ, कुम्हरार, शास्त्री नगर जैसे इलाके डेंगू के हॉटस्पॉट बने हुए हैं. पटना नगर निगम के तरफ से डेंगू प्रभावित घरों में विशेष रूप से फॉगिंग और एंटी लार्वा का छिड़काव किया जा रहा है.
कैसे रखें अपना ख्याल?: नगर निगम की ओर से डेंगू से बचाव को लेकर स्मार्ट सिटी के वेरिएबल मैसेजिंग डिस्प्ले, डीएमडी और पीएस सिस्टम के माध्यम से भी आम लोगों को जागरूक किया जा रहा है. लोगों को बताया जा रहा है कि अपने घर के आसपास पानी का जमाव नहीं होने दें और सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें, फुल स्लीव के कपड़े पहन कर बाहर जाएं और प्रचुर मात्रा में पानी पिएं ताकि शरीर हाइड्रेटेड रहे.
डॉक्टर ने क्या कहा?: बिहार में डेंगू के चारों स्ट्रेन मिल चुके हैं. हालांकि नया वेरिएंट DENV-IV जिसका मामला हाल ही में मिला है, इसको लेकर लोगों के बीच बहुत चिंता थी. प्रख्यात चिकित्सक डॉक्टर दिवाकर तेजस्वी ने बताया कि यह वेरिएंट नया नहीं है लेकिन कई दिनों बाद मिला है. खासियत यह है कि यह बहुत अधिक जानलेवा स्ट्रेन नहीं है लेकिन सबसे अधिक जो मामले मिल रहे हैं DENV-II वेरिएंट के यह बहुत अधिक घातक हैं. लोगों के लिए जरूरी है कि वह इससे बचकर रहे हैं और इससे बचाव की जो उपाय बताए जा रहे हैं उसका अनुसरण करें.
स्वास्थ्य विभाग ने हेल्पलाइन नंबर जारी किया: वहीं स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू के बढ़ते मामले को देखते हुए हेल्पलाइन नंबर 0612-2951964 जारी किया है. यह 24*7 मरीजों की सहायता के लिए उपलब्ध है और एक कॉल पर यहां से जरूरतमंदों को अस्पताल में बेड से लेकर ब्लड बैंकों में प्लेटलेट्स की उपलब्धता से संबंधित जानकारी प्राप्त हो सकती है.