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'भूल से भी लोग नहीं कटवाते इस दिन बाल-दाढ़ी, फिर सरकार ने क्यों किया ऐसा फरमान जारी'

अक्सर लोग बाल और दाढ़ी कटवाने के लिए दिनों का ख्याल रखते हैं. जारी लॉकडाउन के दौरान पटना जिला प्रशासन ने सैलून खोलने की अनुमति तो दे दी. लेकिन दिनों का ख्याल नहीं रखा.

बिहार सरकार
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Published : May 30, 2020, 8:06 PM IST

पटना: लॉकडाउन के बीच जिला प्रशासन नियमों के तहत सैलून खोलने की अनुमति भले ही दे दी हो. लेकिन सैलून संचालकों को राहत मिलती नजर नहीं आ रही है. प्रशासन ने ऐसे दिन तय कर दिये हैं कि लोग दुकानों में नहीं पहुंच रहे हैं.

सैलून को सप्ताह में 3 दिन खोलने की इजाजत मिली है. पहले सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को सैलून खोलने की अनुमति दी गई थी. लेकिन फिर जिला प्रशासन ने इसमे बदलाव कर दिया और अब मंगलवार, गुरुवार और शनिवार को ही सैलून खोलने की इजाजत दी है. वहीं, दोपहर 11 बजे से शाम 4 बजे तक ही सैलून खोले जा सकते हैं.

पटना से प्रणव की रिपोर्ट

हिंदू-रीति रिवाज के अनुसार
जिला प्रशासन के निर्देशानुसार पटना में सैलून तो खुल गए और सभी नियमों का पालन किया जा रहा है. लेकिन सैलून संचालक दिनभर ग्राहकों का इंतजार करते नजर आ रहे हैं. इसके पीछे की वजह रीति रिवाज हैं. दरअसल, जिन दिनों में सैलून खोलने की इजाजत दी गई है. हिंदू रीति-रिवाज और मान्यताओं के चलते उस दिन लोग बाल कटवाने या शेविंग कराने से बचते हैं. ऐसे में सैलून वाले अपना दर्द बयां कर रहे हैं.

गर्मी का कहर
सैलून संचालक की माने, तो सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को जब सैलून खोलने की अनुमति मिली, तब दिन में लगभग 10 से 15 ग्राहक आ जाते थे. लेकिन अब तो बोहनी तक नहीं हो पा रही है. सैलून संचालक सुजीत कुमार ने कहा कि समय भी ऐसा निर्धारित किया गया है कि 11 से 4 बजे तक धूप तेज होती है और लोग गर्मी की वजह से अपने घरों में कैद रहना ही पसंद करते हैं.

भूले-भटके आ रहे एक दो लोग
भूले-भटके आ रहे एक दो लोग

क्या है मान्यता
हिंदू धर्म के अनुसार मंगलवार, गुरुवार और शनिवार के दिन बाल और दाढ़ी नहीं कटवानी चाहिए. इसकी सलाह पंडित और ज्योतिष भी देते हैं. ये मान्यता काफी समय से चली आ रही है. वहीं, वैज्ञानिक कारणों को देखा जाए तो शनिवार और मंगलवार को ग्रहों से हानिकारक किरणें निकलती हैं. जिसका सीधा प्रभाव मस्तिष्क पर पड़ता है. इसलिए इस दिन बाल नहीं कटवाना चाहिए.

क्या हानि होती है
ऐसा कहा जाता है कि मंगलवार को बाल कटाने से उम्र घटती है. वहीं, गुरुवार का दिन भगवान विष्णु और धन की देवी लक्ष्मी का होता है. इसलिए इस दिन बाल कटवाने से आर्थिक संकट आता है. बात करें शनिवार की, तो शनिवार का दिन शनिदेव का दिन होता है, शनि का संबंध इंसान की त्वचा से होता है. लिहाजा, नाखून, बाल, दाढ़ी कटवाना इस दिन बेहद अशुभ माना जाता है.

पीपीई किट पहन की जा रही कटिंग
पीपीई किट पहन की जा रही कटिंग

किस दिन जाएं सैलून

  • बुधवार को कटिंग और सेविंग के लिए शुभ दिन माना जाता है.
  • ऐसा कहा जाता है कि इस दिन बाल दाढ़ी कटवाने से पॉजिटिविटी आती है.
  • शुक्रवार को लेकर मान्यता है कि इस दिन शेविंग और कटिंग कराने से मान-सम्मान की प्राप्ति होती है.

सैलून संचालकों ने मांग करते हुए कहा कि सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को दुकान खोलने की अनुमति दी जाए. इसके साथ ही सुबह 6 बजे से हमें सैलून खोलने की इजाजत मिलनी चाहिए. ताकि गर्मी और धूप से लोगों के साथ-साथ हमें भी आराम मिल सके और कमाई हो सके.

पटना: लॉकडाउन के बीच जिला प्रशासन नियमों के तहत सैलून खोलने की अनुमति भले ही दे दी हो. लेकिन सैलून संचालकों को राहत मिलती नजर नहीं आ रही है. प्रशासन ने ऐसे दिन तय कर दिये हैं कि लोग दुकानों में नहीं पहुंच रहे हैं.

सैलून को सप्ताह में 3 दिन खोलने की इजाजत मिली है. पहले सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को सैलून खोलने की अनुमति दी गई थी. लेकिन फिर जिला प्रशासन ने इसमे बदलाव कर दिया और अब मंगलवार, गुरुवार और शनिवार को ही सैलून खोलने की इजाजत दी है. वहीं, दोपहर 11 बजे से शाम 4 बजे तक ही सैलून खोले जा सकते हैं.

पटना से प्रणव की रिपोर्ट

हिंदू-रीति रिवाज के अनुसार
जिला प्रशासन के निर्देशानुसार पटना में सैलून तो खुल गए और सभी नियमों का पालन किया जा रहा है. लेकिन सैलून संचालक दिनभर ग्राहकों का इंतजार करते नजर आ रहे हैं. इसके पीछे की वजह रीति रिवाज हैं. दरअसल, जिन दिनों में सैलून खोलने की इजाजत दी गई है. हिंदू रीति-रिवाज और मान्यताओं के चलते उस दिन लोग बाल कटवाने या शेविंग कराने से बचते हैं. ऐसे में सैलून वाले अपना दर्द बयां कर रहे हैं.

गर्मी का कहर
सैलून संचालक की माने, तो सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को जब सैलून खोलने की अनुमति मिली, तब दिन में लगभग 10 से 15 ग्राहक आ जाते थे. लेकिन अब तो बोहनी तक नहीं हो पा रही है. सैलून संचालक सुजीत कुमार ने कहा कि समय भी ऐसा निर्धारित किया गया है कि 11 से 4 बजे तक धूप तेज होती है और लोग गर्मी की वजह से अपने घरों में कैद रहना ही पसंद करते हैं.

भूले-भटके आ रहे एक दो लोग
भूले-भटके आ रहे एक दो लोग

क्या है मान्यता
हिंदू धर्म के अनुसार मंगलवार, गुरुवार और शनिवार के दिन बाल और दाढ़ी नहीं कटवानी चाहिए. इसकी सलाह पंडित और ज्योतिष भी देते हैं. ये मान्यता काफी समय से चली आ रही है. वहीं, वैज्ञानिक कारणों को देखा जाए तो शनिवार और मंगलवार को ग्रहों से हानिकारक किरणें निकलती हैं. जिसका सीधा प्रभाव मस्तिष्क पर पड़ता है. इसलिए इस दिन बाल नहीं कटवाना चाहिए.

क्या हानि होती है
ऐसा कहा जाता है कि मंगलवार को बाल कटाने से उम्र घटती है. वहीं, गुरुवार का दिन भगवान विष्णु और धन की देवी लक्ष्मी का होता है. इसलिए इस दिन बाल कटवाने से आर्थिक संकट आता है. बात करें शनिवार की, तो शनिवार का दिन शनिदेव का दिन होता है, शनि का संबंध इंसान की त्वचा से होता है. लिहाजा, नाखून, बाल, दाढ़ी कटवाना इस दिन बेहद अशुभ माना जाता है.

पीपीई किट पहन की जा रही कटिंग
पीपीई किट पहन की जा रही कटिंग

किस दिन जाएं सैलून

  • बुधवार को कटिंग और सेविंग के लिए शुभ दिन माना जाता है.
  • ऐसा कहा जाता है कि इस दिन बाल दाढ़ी कटवाने से पॉजिटिविटी आती है.
  • शुक्रवार को लेकर मान्यता है कि इस दिन शेविंग और कटिंग कराने से मान-सम्मान की प्राप्ति होती है.

सैलून संचालकों ने मांग करते हुए कहा कि सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को दुकान खोलने की अनुमति दी जाए. इसके साथ ही सुबह 6 बजे से हमें सैलून खोलने की इजाजत मिलनी चाहिए. ताकि गर्मी और धूप से लोगों के साथ-साथ हमें भी आराम मिल सके और कमाई हो सके.

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