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Darbhanga Blast: NIA की टीम ने बिहार ATS चीफ से की मुलाकात, दिल्ली रवाना

दरभंगा रेलवे स्टेशन पर हुए पार्सल ब्लास्ट मामले में बड़ा खुलासा हुआ है. जांच दलों को पता चला है कि धमाके के वक्त एक नंबर दरभंगा जंक्शन पर ही एक्टिव था, जिससे पार्सल बुक किए गए नंबर का संपर्क था. इसके बाद अहम खुलासे होने के संकेत मिले हैं...जानें पल-पल के अपडेट्स..

दरभंगा ब्लास्ट
दरभंगा ब्लास्ट
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Published : Jun 26, 2021, 10:29 AM IST

Updated : Jun 26, 2021, 6:06 PM IST

पटनाः एनआईए की टीम ने एटीएस के बिहार चीफ से मुलाकात की है. पटना स्थित एटीएस कार्यालय में यह मुलाकात हुई. दरभंगा ब्लास्ट मामले को लेकर एटीएस बिहार की तरफ से की गई जांच की हर पहलू पर लंबी बात हुई है. इस मुलाकात के बाद एनआईए की टीम दिल्ली रवाना हो गई.

दरभंगा स्टेशन पर एक्टिव था मोबाइल

बिहार के दरभंगा रेलवे स्टेशन (Darbhanga Railway Station) पर पार्सल ब्लास्ट (Darbhanga Parcel Blast) मामले की जांच में एनआईए (NIA) और एटीएस (ATS) के हाथ अहम सुराग लगे हैं. पार्सल बुक किए गए मोबाइल नंबर से जिस नंबर पर बात होती थी, उसका सीडीआर (CDR) खंगालने के बाद पता चला है कि धमाके के दौरान वह नंबर दरभंगा जंक्शन पर एक्टिव था.

दरभंगा रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर एक पर हुआ था धमाका
दरभंगा रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर एक पर हुआ था धमाका

अभी उसी मोबाइल नंबर का टावर लोकेशन नेपाल से सटे इलाके में एक्टिव बताया जा रहा है. इधर रेलवे स्टेशन पर जांच के बाद एनआईए (NIA) की टीम दिल्ली निकल चुकी है.

इसे भी पढ़ेंः Darbhanga Parcel Blast: CCTV फुटेज में दिखा एक और संदिग्ध, वीडियो की जांच जारी

लाइव अपडेट्स...

  • एनआईए और एटीएस के हाथ अहम सुराग लगे हैं. जांच दल को पता चला है कि एक मोबाइल नंबर जो पार्सल बुक किए मोबाइल नंबर के संपर्क में था, वह धमाके के वक्त दरभंगा स्टेशनर पर ही एक्टिव था.

शुक्रवार को मामले में तीन गिरफ्तारी

इससे पहले एनआईए की टीम ने दरभंगा स्टेशन पर धमाके वाले जगह का निरीक्षण करने किया था. जांच करने के बाद एजेंसियों के द्वारा जुटाए गए रिपोर्ट्स लेकर टीम दिल्ली रवाना हो गई थी. इधर शुक्रवार को यूपी एटीएस ने शामली से पिता-पुत्र दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया था. फिर तेलंगाना एटीएस ने भी ISI के लिये हैंडलर के तौर पर काम करने वाले एक शख्स को गिरफ्तार किया था.

दरभंगा स्टेशन पर जांच करते पुलिसकर्मी
दरभंगा स्टेशन पर जांच करते पुलिसकर्मी

पार्सल पर मिले नंबर के आधार पर हुई कार्रवाई
सिकंदराबाद (Secunderabad) से दरभंगा भेजे गए पार्सल (Parcel) पर लिखा मोबाइल नंबर शामली के कैराना कस्बे के इसी युवक का था. दोनों संदिग्धों से कैराना थाने में पूछताछ चल रही है. गिरफ्तार संदिग्धों के नाम हाजी कासिम और कफील बताये जाते हैं. ये रिश्ते में पिता-पुत्र हैं.

इसे भी पढ़ेंः Darbhanga Parcel Blast: UP ATS ने पिता-पुत्र को किया गिरफ्तार

तेलंगाना और यूपी में हिरासत में लिए गए हैं संदिग्ध
पार्सल ब्लास्ट की जांच में तीन राज्यों की आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) लगी है. बिहार के अलावा तेलंगाना और उत्तर प्रदेश एटीएस की टीम एक-दूसरे के इनपुट पर कार्रवाई कर रही है. वहीं, दरभंगा जीआरपी की एक टीम को छानबीन के सिलसिले में सिकंदराबाद भेजा गया है.

कई एजेंसियां कर रही मामले की जांच
कई एजेंसियां कर रही मामले की जांच

पटना पहुंची यूपी एटीएस
दरभंगा पार्सल ब्लास्ट ( Darbhanga Parcel Blast ) मामले की तफ्तीश को आगे बढ़ाते हुए यूपी एटीएस ( UP ATS ) की टीम पटना पहुंची. यहां बिहार एटीएस ( Bihar ATS ) के साथ बैठक कर अब तक के अनुसंधान और मिले साक्ष्य के आधार पर आगे की रणनीति तय की गई.

यह भी पढ़ें: Darbhanga Blast: इंडियन मुजाहिदीन का गढ़ रहा है दरभंगा, ब्लास्ट से उठ रहे कई सवाल

सिकंदराबाद के बाद शामली से जुड़े तार
17 जून को दरभंगा रेलवे स्टेशन पर एक पार्सल में कम क्षमता का धमाका हुआ था. इस धमाके के बाद जांच का दायरा बढ़ता ही चला गया. पार्सल तेलंगाना के सिकंदराबाद से दरभंगा भेजा गया था. वहीं, पार्सल पर जो मोबाइल नम्बर लिखा था, वह यूपी के शामली का निकला. जांच आगे बढ़ने के बाद इसके पीछे बड़ी आतंकी वारदात की आशंका जताई जा रही है. हालांकि, पार्सल में धमाके की वजह से यह साजिश अंजाम तक नहीं पहुंच पाई.

शीशी में मिले केमिकल का सैंपल सीएफएसएल भेजा गया
पार्सल में कपड़ों के अलावा एक शीशी थी, जिसमें कुछ केमिकल होने की बात सामने आई. शीशी में कौन सा केमिकल था और उसका इस्तेमाल किन चीज में हो सकता है, इसकी जांच मुजफ्फरपुर एफएसएल कर रही थी. बताया जाता है कि एफएसएल द्वारा सैंपल रेल पुलिस को लौटा दिया गया और उसे जांच के लिए कोलकाता स्थित सीएफएसएल भेजा गया.

क्या है पूरा मामला
बता दें कि तेलंगाना के सिकंदराबाद स्टेशन से एक पार्सल ट्रेन से दरभंगा भेजा गया था. 17 जून को जब पार्सल दरभंगा स्टेशन पर उतारा जा रहा था. तभी प्लेटफॉर्म पर कम क्षमता का एक धमाका हुआ. धमाके की वजह किसी को समझ में नहीं आई. जीआरपी के बाद इसकी जांच में एटीएस और एफएसएल को लगाया गया. पार्सल में कपड़ों के अलावा एक शीशी थी. जिसमें कुछ केमिकल रखा गया था. ब्लास्ट इसी केमिकल की वजह से हुआ था.

हालांकि अब तक की जांच में मालूम नहीं चला है कि केमिकल कौन सा था. शीशी और उसके नमूनों की जांच के लिए एफएसएल हैदराबाद भेजी गई है. ब्लास्ट की जांच में तीन राज्यों की एटीएस जुटी है. सूत्रों के मुताबिक, अब तक चार संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है. यह कार्रवाई देश के अलग-अलग हिस्सों में की गई है. जांच एजेंसियां हिरासत में लिए गए संदिग्धों को लेकर कोई खुलासा करने से बच रही हैं.

आधिकारक सूत्रों ने बताया कि मामले के पीछे बड़ी आतंकी साजिश और इसके तार पाकिस्तान से जुड़े होने के चलते जांच का दायरा बढ़ सकता है. इसीलिए ब्लास्ट की जांच का जिम्मा जल्द एनआईए को मिलने की उम्मीद है.

यह भी पढ़ें: Darbhanga Parcel Blast: CCTV खोलेगा राज, वीडियो में दिख रहे चार लोग कौन हैं?

अब तक क्या हुआ...

  • 17 जून 2021 को दरभंगा जंक्शन के प्लेटफार्म संख्या एक पर सिकंदराबाद-दरभंगा एक्सप्रेस से पहुंचे पार्सल में ब्लास्ट हुआ.
  • 18 जून 2021 को एफएसएल की टीम ने दरभंगा जंक्शन पार्सल ब्लास्ट मामले में मिले कपड़े और शीशी का अवलोकन किया.
  • 19 जून 2021 को समस्तीपुर कोर्ट के आदेश के बाद एफएसएल लैब मुजफ्फरपुर को पार्सल ब्लास्ट वाले कपड़े और शीशी सुपुर्द की गई.
  • 19 जून 2021 की देर रात दरभंगा जीआरपी सिकंदराबाद जंक्शन पहुंच ब्लास्ट की जांच शुरू की.
  • 19 जून 2021 को ही एटीएस की टीम दरभंगा जंक्शन पहुंच जांच शुरू की.
  • 24 जून 2021 एटीएस की टीम पहुंची पटना.
  • 25 जून को एनआईए की टीम दरभंगा स्टेशन पहुंची और घटनास्थल का जायजा लिया. साथ ही रिपोर्टस लेकर दिल्ली रवाना हो गई.
  • 25 जून को ही यूपी एटीएस ने शामली से संदिग्ध पिता-पुत्र हाजी कासिम और कफील को गिरफ्तार किया. इधर तेलंगाना एटीएस ने भी ISI के लिये हैंडलर के तौर पर काम करने वाले एक संदिग्ध को हिरासत में लिया.

पटनाः एनआईए की टीम ने एटीएस के बिहार चीफ से मुलाकात की है. पटना स्थित एटीएस कार्यालय में यह मुलाकात हुई. दरभंगा ब्लास्ट मामले को लेकर एटीएस बिहार की तरफ से की गई जांच की हर पहलू पर लंबी बात हुई है. इस मुलाकात के बाद एनआईए की टीम दिल्ली रवाना हो गई.

दरभंगा स्टेशन पर एक्टिव था मोबाइल

बिहार के दरभंगा रेलवे स्टेशन (Darbhanga Railway Station) पर पार्सल ब्लास्ट (Darbhanga Parcel Blast) मामले की जांच में एनआईए (NIA) और एटीएस (ATS) के हाथ अहम सुराग लगे हैं. पार्सल बुक किए गए मोबाइल नंबर से जिस नंबर पर बात होती थी, उसका सीडीआर (CDR) खंगालने के बाद पता चला है कि धमाके के दौरान वह नंबर दरभंगा जंक्शन पर एक्टिव था.

दरभंगा रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर एक पर हुआ था धमाका
दरभंगा रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर एक पर हुआ था धमाका

अभी उसी मोबाइल नंबर का टावर लोकेशन नेपाल से सटे इलाके में एक्टिव बताया जा रहा है. इधर रेलवे स्टेशन पर जांच के बाद एनआईए (NIA) की टीम दिल्ली निकल चुकी है.

इसे भी पढ़ेंः Darbhanga Parcel Blast: CCTV फुटेज में दिखा एक और संदिग्ध, वीडियो की जांच जारी

लाइव अपडेट्स...

  • एनआईए और एटीएस के हाथ अहम सुराग लगे हैं. जांच दल को पता चला है कि एक मोबाइल नंबर जो पार्सल बुक किए मोबाइल नंबर के संपर्क में था, वह धमाके के वक्त दरभंगा स्टेशनर पर ही एक्टिव था.

शुक्रवार को मामले में तीन गिरफ्तारी

इससे पहले एनआईए की टीम ने दरभंगा स्टेशन पर धमाके वाले जगह का निरीक्षण करने किया था. जांच करने के बाद एजेंसियों के द्वारा जुटाए गए रिपोर्ट्स लेकर टीम दिल्ली रवाना हो गई थी. इधर शुक्रवार को यूपी एटीएस ने शामली से पिता-पुत्र दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया था. फिर तेलंगाना एटीएस ने भी ISI के लिये हैंडलर के तौर पर काम करने वाले एक शख्स को गिरफ्तार किया था.

दरभंगा स्टेशन पर जांच करते पुलिसकर्मी
दरभंगा स्टेशन पर जांच करते पुलिसकर्मी

पार्सल पर मिले नंबर के आधार पर हुई कार्रवाई
सिकंदराबाद (Secunderabad) से दरभंगा भेजे गए पार्सल (Parcel) पर लिखा मोबाइल नंबर शामली के कैराना कस्बे के इसी युवक का था. दोनों संदिग्धों से कैराना थाने में पूछताछ चल रही है. गिरफ्तार संदिग्धों के नाम हाजी कासिम और कफील बताये जाते हैं. ये रिश्ते में पिता-पुत्र हैं.

इसे भी पढ़ेंः Darbhanga Parcel Blast: UP ATS ने पिता-पुत्र को किया गिरफ्तार

तेलंगाना और यूपी में हिरासत में लिए गए हैं संदिग्ध
पार्सल ब्लास्ट की जांच में तीन राज्यों की आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) लगी है. बिहार के अलावा तेलंगाना और उत्तर प्रदेश एटीएस की टीम एक-दूसरे के इनपुट पर कार्रवाई कर रही है. वहीं, दरभंगा जीआरपी की एक टीम को छानबीन के सिलसिले में सिकंदराबाद भेजा गया है.

कई एजेंसियां कर रही मामले की जांच
कई एजेंसियां कर रही मामले की जांच

पटना पहुंची यूपी एटीएस
दरभंगा पार्सल ब्लास्ट ( Darbhanga Parcel Blast ) मामले की तफ्तीश को आगे बढ़ाते हुए यूपी एटीएस ( UP ATS ) की टीम पटना पहुंची. यहां बिहार एटीएस ( Bihar ATS ) के साथ बैठक कर अब तक के अनुसंधान और मिले साक्ष्य के आधार पर आगे की रणनीति तय की गई.

यह भी पढ़ें: Darbhanga Blast: इंडियन मुजाहिदीन का गढ़ रहा है दरभंगा, ब्लास्ट से उठ रहे कई सवाल

सिकंदराबाद के बाद शामली से जुड़े तार
17 जून को दरभंगा रेलवे स्टेशन पर एक पार्सल में कम क्षमता का धमाका हुआ था. इस धमाके के बाद जांच का दायरा बढ़ता ही चला गया. पार्सल तेलंगाना के सिकंदराबाद से दरभंगा भेजा गया था. वहीं, पार्सल पर जो मोबाइल नम्बर लिखा था, वह यूपी के शामली का निकला. जांच आगे बढ़ने के बाद इसके पीछे बड़ी आतंकी वारदात की आशंका जताई जा रही है. हालांकि, पार्सल में धमाके की वजह से यह साजिश अंजाम तक नहीं पहुंच पाई.

शीशी में मिले केमिकल का सैंपल सीएफएसएल भेजा गया
पार्सल में कपड़ों के अलावा एक शीशी थी, जिसमें कुछ केमिकल होने की बात सामने आई. शीशी में कौन सा केमिकल था और उसका इस्तेमाल किन चीज में हो सकता है, इसकी जांच मुजफ्फरपुर एफएसएल कर रही थी. बताया जाता है कि एफएसएल द्वारा सैंपल रेल पुलिस को लौटा दिया गया और उसे जांच के लिए कोलकाता स्थित सीएफएसएल भेजा गया.

क्या है पूरा मामला
बता दें कि तेलंगाना के सिकंदराबाद स्टेशन से एक पार्सल ट्रेन से दरभंगा भेजा गया था. 17 जून को जब पार्सल दरभंगा स्टेशन पर उतारा जा रहा था. तभी प्लेटफॉर्म पर कम क्षमता का एक धमाका हुआ. धमाके की वजह किसी को समझ में नहीं आई. जीआरपी के बाद इसकी जांच में एटीएस और एफएसएल को लगाया गया. पार्सल में कपड़ों के अलावा एक शीशी थी. जिसमें कुछ केमिकल रखा गया था. ब्लास्ट इसी केमिकल की वजह से हुआ था.

हालांकि अब तक की जांच में मालूम नहीं चला है कि केमिकल कौन सा था. शीशी और उसके नमूनों की जांच के लिए एफएसएल हैदराबाद भेजी गई है. ब्लास्ट की जांच में तीन राज्यों की एटीएस जुटी है. सूत्रों के मुताबिक, अब तक चार संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है. यह कार्रवाई देश के अलग-अलग हिस्सों में की गई है. जांच एजेंसियां हिरासत में लिए गए संदिग्धों को लेकर कोई खुलासा करने से बच रही हैं.

आधिकारक सूत्रों ने बताया कि मामले के पीछे बड़ी आतंकी साजिश और इसके तार पाकिस्तान से जुड़े होने के चलते जांच का दायरा बढ़ सकता है. इसीलिए ब्लास्ट की जांच का जिम्मा जल्द एनआईए को मिलने की उम्मीद है.

यह भी पढ़ें: Darbhanga Parcel Blast: CCTV खोलेगा राज, वीडियो में दिख रहे चार लोग कौन हैं?

अब तक क्या हुआ...

  • 17 जून 2021 को दरभंगा जंक्शन के प्लेटफार्म संख्या एक पर सिकंदराबाद-दरभंगा एक्सप्रेस से पहुंचे पार्सल में ब्लास्ट हुआ.
  • 18 जून 2021 को एफएसएल की टीम ने दरभंगा जंक्शन पार्सल ब्लास्ट मामले में मिले कपड़े और शीशी का अवलोकन किया.
  • 19 जून 2021 को समस्तीपुर कोर्ट के आदेश के बाद एफएसएल लैब मुजफ्फरपुर को पार्सल ब्लास्ट वाले कपड़े और शीशी सुपुर्द की गई.
  • 19 जून 2021 की देर रात दरभंगा जीआरपी सिकंदराबाद जंक्शन पहुंच ब्लास्ट की जांच शुरू की.
  • 19 जून 2021 को ही एटीएस की टीम दरभंगा जंक्शन पहुंच जांच शुरू की.
  • 24 जून 2021 एटीएस की टीम पहुंची पटना.
  • 25 जून को एनआईए की टीम दरभंगा स्टेशन पहुंची और घटनास्थल का जायजा लिया. साथ ही रिपोर्टस लेकर दिल्ली रवाना हो गई.
  • 25 जून को ही यूपी एटीएस ने शामली से संदिग्ध पिता-पुत्र हाजी कासिम और कफील को गिरफ्तार किया. इधर तेलंगाना एटीएस ने भी ISI के लिये हैंडलर के तौर पर काम करने वाले एक संदिग्ध को हिरासत में लिया.
Last Updated : Jun 26, 2021, 6:06 PM IST
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