पटना: कोरोना वायरस पूरी दुनिया में तेजी गति से अपना पांव पसार रहा है. कोरोना वायरस को लेकर बिहार सरकार पूरी तरह से सतर्क हो गई है. शुक्रवार को मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हाई लेवल बैठक भी हुई, जिसमें सावधानी बरतने की बात कही गई. लेकिन निगम प्रशासन की तरफ से सफाई कर्मियों को किसी प्रकार की सुविधा नहीं दी जा रही है.
कर्मचारियों को नहीं मिल रही कोई सुविधा
कोरोना वायरस से बचाव के लिए पटना नगर निगम के चतुर्थ वर्गीय कर्मचारियों को कोई सुविधा नहीं दी जा रही है. ये कर्मचारी सबसे अधिक जिंदगी में काम करते हैं, उनके बचाव के लिए निगम प्रशासन की तरफ से दावा किया गया है कि बचाव के लिए सरकार के बैलेंस के अनुसार उन्हें हर तरह की ट्रीटमेंट दी जाएगी, लेकिन ईटीवी भारत के संवाददाता ने सफाई कर्मियों का हालचाल जाना तो पता चला कि पटना की सड़कों पर लगे गंदगी के अंबार में सभी काम करने को मजबूर हैं.
सीएम ने बैठक में लिए कई महत्वपूर्ण फैसले
जब उनसे पूछा गया तो उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस के बचाव के लिए निगम प्रशासन की तरफ से कुछ भी उपलब्ध नहीं कराया गया है. हम जैसे-तैसे अपना काम कर रहे हैं. बता दें कि शुक्रवार को सीएम नीतीश कुमार की अध्यक्षता में कोरोना वायरस को लेकर बैठक हुई थी. जिसमें राज्य के सरकारी-गैर सरकारी शिक्षण संस्थान को 31 मार्च तक बंद कर दिया गया है. लेकिन सवाल है कि जो सबसे अधिक गंदगी में कर्मचारी काम करते हैं उनके लिए सरकार की तरफ से कुछ बचाव के लिए साधन उपलब्ध नहीं कराए गए हैं.