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जम्मू कश्मीर: 37 साल के शख्स की दिनदहाड़े हत्या, खौफ गैंग ने ली जिम्मेदारी - KHAUFF GANG

खौफ गैंग ने जम्मू कश्मीर के सांबा जिले में हुई सुमित जंडियाल नाम के शख्स की हत्या की जिम्मेदारी ली है.

Day light murder
37 साल के शख्स की दिनदहाड़े हत्या (सांकेतिक तस्वीर)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jan 22, 2025, 7:07 PM IST

श्रीनगर: जम्मू कश्मीर के सांबा जिले में विजयपुर इलाके के 37 वर्षीय सुमित जंडियाल की कल जम्मू शहर के बीचों-बीच दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई. खौफ गैंग ने इसकी जिम्मेदारी ली है. अपने इंस्टाग्राम पेज खौफ ग्रुप पर एक पोस्ट में गैंग ने इसकी जिम्मेदारी लेते हुए लिखा, "ज्वेल चौक में जो कुछ हुआ, उसकी जिम्मेदारी हमारे दो भाई अनिल राजी और बंटी राजी लेते हैं. यह हमारे भाई शुनू की हत्या का बदला था."

हालांकि, मृतक के परिवार के सदस्यों और रिश्तेदारों ने दावा किया कि जंडियाल किसी भी गिरोह से जुड़ा नहीं था और वह पूरे इलाके के लिए मददगार था. जम्मू के सरकारी मेडिकल कॉलेज (GMC) में शवगृह के बाहर जंडियाल के करीबी ने मीडिया कर्मियों से कहा, " ADGP ने जो भी कहा कि यह गैंगवार की एक सामान्य घटना थी, हम उसकी निंदा करते हैं. हमारे इलाके में कोई गटारू गिरोह नहीं है, बल्कि सुमित का बचपन से ही गटारू सरनेम था और उसे गैंगस्टर कहना गलत है."

कठुआ में पुलिस फायरिंग
उन्होंने कहा कि शुनू की पिछले साल अप्रैल में GMC कठुआ में पुलिस फायरिंग में मौत हो गई थी, जब पुलिस ने खौफ समूह के सदस्यों को पकड़ने के लिए जाल बिछाया था और जंडियाल का इसमें कोई हाथ नहीं था. इस घटना में एक पुलिस सब इंस्पेक्टर दीपक शर्मा की भी मौत हो गई थी. अब पुलिस जंडियाल की हत्या के पीछे शामिल लोगों की तलाश कर रही है और सोशल मीडिया पर स्कूटी सवार तीन युवकों की तस्वीर भी घूम रही है, लेकिन पुलिस ने इस बारे में कोई बयान नहीं दिया है.

जम्मू में गैंगवार का इतिहास काफी पुराना है और हाल के दिनों में जम्मू जिले के सीमावर्ती इलाकों के अलावा सांबा और कठुआ जिले भी गलत कारणों से चर्चा में रहे हैं. यह इतिहास 1980 के दशक से शुरू होता है जब बिन्नी और छोटा रियाज सक्रिय गैंगस्टर थे. हालांकि, अब खौफ ग्रुप को जम्मू में काम करने वाला प्रमुख ग्रुप माना जाता है.

ड्रग माफियाओं से संबंध
सूत्रों ने बताया कि इंस्टाग्राम पोस्ट में जिन दो नामों का जिक्र किया गया है, वे जम्मू जिले के रणबीर सिंह पुरा इलाके के हैं और इस समूह के तार जम्मू-कश्मीर के बाहर भी जुड़े हैं. एसआई दीपक शर्मा हत्याकांड की जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि जमीन खरीदने-बेचने के स्थानीय सोर्सेस पैसा कमाने के अलावा इस समूह ने जम्मू-कश्मीर के बाहर के ड्रग माफियाओं से भी संबंध बना लिए हैं और उन्हें इस अवैध कारोबार से भी अच्छी खासी रकम मिल रही होगी.

इस घटना के बाद से जम्मू में लोग सदमे में हैं, जबकि विजयपुर क्षेत्र के व्यापारियों ने सुमित जंडियाल की मौत पर शोक जताने के लिए आज अपने व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रखे.

यह भी पढ़ें- JDU विधायक ने मणिपुर में सरकार से वापस लिया समर्थन

श्रीनगर: जम्मू कश्मीर के सांबा जिले में विजयपुर इलाके के 37 वर्षीय सुमित जंडियाल की कल जम्मू शहर के बीचों-बीच दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई. खौफ गैंग ने इसकी जिम्मेदारी ली है. अपने इंस्टाग्राम पेज खौफ ग्रुप पर एक पोस्ट में गैंग ने इसकी जिम्मेदारी लेते हुए लिखा, "ज्वेल चौक में जो कुछ हुआ, उसकी जिम्मेदारी हमारे दो भाई अनिल राजी और बंटी राजी लेते हैं. यह हमारे भाई शुनू की हत्या का बदला था."

हालांकि, मृतक के परिवार के सदस्यों और रिश्तेदारों ने दावा किया कि जंडियाल किसी भी गिरोह से जुड़ा नहीं था और वह पूरे इलाके के लिए मददगार था. जम्मू के सरकारी मेडिकल कॉलेज (GMC) में शवगृह के बाहर जंडियाल के करीबी ने मीडिया कर्मियों से कहा, " ADGP ने जो भी कहा कि यह गैंगवार की एक सामान्य घटना थी, हम उसकी निंदा करते हैं. हमारे इलाके में कोई गटारू गिरोह नहीं है, बल्कि सुमित का बचपन से ही गटारू सरनेम था और उसे गैंगस्टर कहना गलत है."

कठुआ में पुलिस फायरिंग
उन्होंने कहा कि शुनू की पिछले साल अप्रैल में GMC कठुआ में पुलिस फायरिंग में मौत हो गई थी, जब पुलिस ने खौफ समूह के सदस्यों को पकड़ने के लिए जाल बिछाया था और जंडियाल का इसमें कोई हाथ नहीं था. इस घटना में एक पुलिस सब इंस्पेक्टर दीपक शर्मा की भी मौत हो गई थी. अब पुलिस जंडियाल की हत्या के पीछे शामिल लोगों की तलाश कर रही है और सोशल मीडिया पर स्कूटी सवार तीन युवकों की तस्वीर भी घूम रही है, लेकिन पुलिस ने इस बारे में कोई बयान नहीं दिया है.

जम्मू में गैंगवार का इतिहास काफी पुराना है और हाल के दिनों में जम्मू जिले के सीमावर्ती इलाकों के अलावा सांबा और कठुआ जिले भी गलत कारणों से चर्चा में रहे हैं. यह इतिहास 1980 के दशक से शुरू होता है जब बिन्नी और छोटा रियाज सक्रिय गैंगस्टर थे. हालांकि, अब खौफ ग्रुप को जम्मू में काम करने वाला प्रमुख ग्रुप माना जाता है.

ड्रग माफियाओं से संबंध
सूत्रों ने बताया कि इंस्टाग्राम पोस्ट में जिन दो नामों का जिक्र किया गया है, वे जम्मू जिले के रणबीर सिंह पुरा इलाके के हैं और इस समूह के तार जम्मू-कश्मीर के बाहर भी जुड़े हैं. एसआई दीपक शर्मा हत्याकांड की जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि जमीन खरीदने-बेचने के स्थानीय सोर्सेस पैसा कमाने के अलावा इस समूह ने जम्मू-कश्मीर के बाहर के ड्रग माफियाओं से भी संबंध बना लिए हैं और उन्हें इस अवैध कारोबार से भी अच्छी खासी रकम मिल रही होगी.

इस घटना के बाद से जम्मू में लोग सदमे में हैं, जबकि विजयपुर क्षेत्र के व्यापारियों ने सुमित जंडियाल की मौत पर शोक जताने के लिए आज अपने व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रखे.

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