पटना: बिहार विधानसभा चुनाव में सीट शेयरिंग को लेकर एनडीए के अंदर घमासान मचा हुआ है. वहीं, जीतन राम मांझी की एंट्री से बीजेपी और जेडीयू की मुश्किलें भी बढ़ गई हैं. मांझी के नेतृत्व वाली पार्टी हम ने आरा विधानसभा सीट पर दावा किया है. जिसको लेकर बीजेपी नेताओं ने तेवर तल्ख कर लिए हैं.
बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने आरा सीट पर दावा ठोका है, लेकिन आरा सीट पर पारंपरिक तौर से बीजेपी लंबे समय से जीतती आ रही है. इस बार बीजेपी पार्टी प्रवक्ता संजय टाइगर को आरा से चुनावी मैदान में उतारना चाहती है. वहीं, केंद्रीय मंत्री आरके सिंह की भी यही इच्छा है, लेकिन हम के दावे से बीजेपी नेता नाराज हैं. उसी का नतीजा है कि केंद्रीय मंत्री आरके सिंह ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है.
'सीट शेयरिंग पर अंतिम निर्णय शीर्ष नेतृत्व का'
केंद्रीय मंत्री आरके सिंह के बयान का बीजेपी की ओर से खंडन नहीं किया जा रहा है. बीजेपी नेता नवल किशोर यादव ने कहा है कि बीजेपी विचारों की पार्टी है और यहां सब की बातें सुनी जाती है. सभी को अधिकार है कि वो अपनी राय रखे, लेकिन सीट शेयरिंग पर अंतिम फैसला शीर्ष नेतृत्व करेगा.
शहरी सीटों को लेकर राजनीति
बिहार में ज्यादातर शहरी सीटों पर बीजेपी का कब्जा है. बीजेपी शहरी इलाके के विधानसभा सीटों को अपनी पारंपरिक सीट मानती है, लेकिन इस बार जेडीयू की नजर शहरी सीटों पर है. सासाराम, बक्सर और आरा समेत कई सीटों पर जेडीयू की नजर है. वहीं, बीजेपी पारंपरिक सीटों को छोड़ने के लिए तैयार नहीं है.