ETV Bharat / state

कोरोना संबंधित डाटा अपलोड करने में लापरवाही पर होगी कार्रवाई-सिविल सर्जन

पटना की सिविल सर्जन विभा कुमारी ने कहा कि कोरोना से संबंधित अपलोड करने में लापरवाही बरतने वालों पर कार्रवाई की जाएगी.

पटना जिला सिविल सर्जन डॉ विभा कुमारी
पटना जिला सिविल सर्जन डॉ विभा कुमारी
author img

By

Published : May 23, 2021, 10:47 PM IST

पटनाः बिहार में कोरोना से लगातार लोगों की मौत हो रही है. लेकिन कहा जा रहा है कि सरकार के पास मौत या फिर संक्रमित मरीजों की सही जानकारी नहीं है. ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि निजी या फिर सरकारी अस्पतालों में इसे लेकर लापरवाही बरती जा रही है. जिसका खामियाजा मृतकों के परिजनों को भुगतना पड़ रहा है. पूरे मामले को लेकर पटना सिविल सर्जन से ईटीवी भारत ने सवाल किया तो उन्होंने कई बातें बताई.

इसे भी पढ़ेंः बिहार में लॉकडाउन का असर: बेरोजगारी दर में इजाफा, कई क्षेत्रों के लाखों लोग प्रभावित

डाटा नहीं किया अपलोड तो होगी कार्रवाई
पटना की सिविल सर्जन डॉ. विभा कुमारी ने बताया कि सरकारी या फिर निजी जांच केन्द्रों को कोरोना जांच संबंधी सारी जानकारी सरकार को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया जा चुका है. इस दौरान किसी भी तरह की समस्या की जिम्मेदारी संबंधित अस्पताल प्रशासन या फिर लैब संचालक की होगी. इन निर्देशों का पालन नहीं करने पर जिम्मेदार व्यक्तियों पर कार्रवाई करने का भी प्रावधान है.

इसे भी पढ़ेंः कोरोना संकट: लॉकडाउन का बिहार की अर्थव्यवस्था पर बड़ा असर, प्रतिदिन 300 से 400 करोड़ का नुकसान

जिला प्रशासन बनाएगा कंट्रोल रूम
बिहार में कोरोना से मरने वालों के परिजनों को चार लाख की सहायता राशि देने का सरकार की ओर से प्रावधान है. लेकिन पोर्टल पर मृतक का नाम नहीं होने के कारण मुआवजा राशि के लिए मृतकों के परिजनों को काफी मशक्कत करनी पड़ती है. इसे लेकर जिला प्रशासन ने कोरोना कंट्रोल रूम बनाने का निर्णय लिया है, जहां से आवेदनों को सत्यापित कर स्वास्थ्य विभाग के वेबसाइट पर अपलोड किया जाएगा.

पटनाः बिहार में कोरोना से लगातार लोगों की मौत हो रही है. लेकिन कहा जा रहा है कि सरकार के पास मौत या फिर संक्रमित मरीजों की सही जानकारी नहीं है. ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि निजी या फिर सरकारी अस्पतालों में इसे लेकर लापरवाही बरती जा रही है. जिसका खामियाजा मृतकों के परिजनों को भुगतना पड़ रहा है. पूरे मामले को लेकर पटना सिविल सर्जन से ईटीवी भारत ने सवाल किया तो उन्होंने कई बातें बताई.

इसे भी पढ़ेंः बिहार में लॉकडाउन का असर: बेरोजगारी दर में इजाफा, कई क्षेत्रों के लाखों लोग प्रभावित

डाटा नहीं किया अपलोड तो होगी कार्रवाई
पटना की सिविल सर्जन डॉ. विभा कुमारी ने बताया कि सरकारी या फिर निजी जांच केन्द्रों को कोरोना जांच संबंधी सारी जानकारी सरकार को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया जा चुका है. इस दौरान किसी भी तरह की समस्या की जिम्मेदारी संबंधित अस्पताल प्रशासन या फिर लैब संचालक की होगी. इन निर्देशों का पालन नहीं करने पर जिम्मेदार व्यक्तियों पर कार्रवाई करने का भी प्रावधान है.

इसे भी पढ़ेंः कोरोना संकट: लॉकडाउन का बिहार की अर्थव्यवस्था पर बड़ा असर, प्रतिदिन 300 से 400 करोड़ का नुकसान

जिला प्रशासन बनाएगा कंट्रोल रूम
बिहार में कोरोना से मरने वालों के परिजनों को चार लाख की सहायता राशि देने का सरकार की ओर से प्रावधान है. लेकिन पोर्टल पर मृतक का नाम नहीं होने के कारण मुआवजा राशि के लिए मृतकों के परिजनों को काफी मशक्कत करनी पड़ती है. इसे लेकर जिला प्रशासन ने कोरोना कंट्रोल रूम बनाने का निर्णय लिया है, जहां से आवेदनों को सत्यापित कर स्वास्थ्य विभाग के वेबसाइट पर अपलोड किया जाएगा.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.