पटना: सामान्य लोगों को भी अपनी जिंदगी में सक्सेस के लिए काफी संघर्ष करना पड़ता है, लेकिन जब किसी की हाइट महज 3 फीट हो तो उसका ये संघर्ष और बढ़ जाता है. कुछ ऐसे ही अनुभवों को बिहार के मुजफ्फरपुर के एक्टर केके गोस्वामी ने ना सिर्फ महसूस किया है बल्कि जीया भी है.
सर्कस वाले की पड़ी नजर: केके गोस्वामी ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए बताया कि उनका सफर काफी संघर्षों से भरा हुआ रहा है. 1971 में मुजफ्फरपुर के मोतीपुर प्रखंड के बोवरिया गांव में उनका जन्म हुआ था. मोतीपुर में उनके पिताजी भगवान लाल गोस्वामी का फॉर्चून का दुकान था. नाटक ड्रामा किया करते थे और यही से उन्हें एक्टिंग का चस्का भी लगा.
पिताजी ने ठुकराया ऑफर: उन्होंने बताया कि साल 1987 की बात है, वह आठवीं कक्षा में पढ़ाई करते थे. उनके घर से थोड़ी दूर में हरदी मेला लगा था. यहां एक सर्कस कंपनी वाली की उनपर नजर पड़ गई और उसने तुरंत ₹10000 उनके पिताजी को ऑफर कर दिया. पिताजी ने यह ऑफर ठुकरा दिया.
सर्कस वाला दे रहा था ₹50000 का लालच: केके गोस्वामी ने बताया कि सर्कस कंपनी वाले उनके घर का पता लेकर उनके घर पहुंच गए और उनके परिवार को उसे जमाने में ₹50000 का ऑफर दे रहे थे. उनकी पिताजी और मां किशोरी देवी काफी डर गई थी. सर्कस कंपनी वालों को उन लोगों ने भगा दिया कि वह अपना बेटा बेचेंगे नहीं और अपने बेटे को पढ़ा लिखा कर बड़ा आदमी बनाएंगे.
"इसके बाद पिताजी मुझे गांव लेकर चले आए और गांव में ही मैंने दसवीं कक्षा की पढ़ाई पूरी की. इसके बाद मुजफ्फरपुर में कॉलेज में इंटरमीडिएट करने आ गए, लेकिन इसी बीच भोजपुरी फिल्म के डायरेक्टर कुमार विकल्प से मुलाकात हुई. उन्होंने मुझे मुंबई आने का ऑफर दिया और कहा कि फिल्म में उन्हें काम देंगे."- केके गोस्वामी, एक्टर
1992 में गए सपनों की नगरी : केके गोस्वामी ने बताया कि मैट्रिक के बाद कुछ सरकारी नौकरी के लिए उन्होंने अप्लाई किया लेकिन छोटे कद के कारण वह कहीं फिट नहीं हुए. इसके बाद 1992 में भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री के अमरीश पुरी कहे जाने वाले माहिर अभिनेता विजय खरे से उनकी मुलाकात हुई.
भोजपुरी फिल्म 'रखिह अचरवां के लाज' से फिल्मों में डेब्यू: विजय खरे के साथ वह ट्रेन पकड़कर मुंबई चले गए और जाकर उन्होंने कुमार विकल से मुलाकात की. कुमार विकल ने भोजपुरी फिल्म 'रखिह अचरवां के लाज' में काम करने का मौका दिया. इसके बाद कभी-कभी फिल्मों में उन्हें छोटे-मोटे रोल मिले लेकिन 1993 से उनके पास खाने की किल्लत तक हो गई.
बार वाले ने धक्का देकर निकाला: केके गोस्वामी ने बताया कि उनके लिए 1993 से 1998 का साल काफी चुनौती भरा रहा. जेब में पैसा नहीं होता था और भूख के मारे कई बार वह जीवन से भी काफी थक जाते थे. लेकिन अपने मन को मोटिवेट करते हुए वह प्रयास करते रहे.
"गरीबी देखकर कुछ दोस्तों ने कहा कि मुंबई के बार में काम करने चले जाओ, यहां बार बाय के रूप में तुम्हें काम मिल जाएगा. जब बार में गए तो काम देने की बजाय धक्का मार कर निकाल दिया गया. यहां मैंने तय कर लिया कि मुंबई आए हैं अभिनेता बनने के लिए तो अब अभिनेता बनकर ही गांव जाएंगे."-केके गोस्वामी, एक्टर
कई बार तीन-चार दिन तक सिर्फ पानी पीकर रहना पड़ा: केके गोस्वामी ने बताया कि कभी-कभी फिल्म में 1 से 2 मिनट का काम मिल जाता था और इससे वह जिस लॉज में रहते थे उसका पैसा चुका देते थे. लेकिन कई बार ऐसा हुआ कि तीन से चार दिन तक बिना खाए रह गए. सिर्फ पानी पीकर जिंदा रहे और भगवान से विनती करते थे कि उनकी मेहनत को भगवान देखें.
शक्तिमान में खली बली के किरदार से हुए फेमस: फिर एक समय उनका परिचय मुकेश खन्ना से हुआ और मुकेश खन्ना ने उन्हें करियर में काफी सपोर्ट किया. शक्तिमान में खली बली का किरदार मिला और यहां से उनकी लोकप्रियता बढ़ने लगी. इसके बाद उन्होंने अपने एक और सीरियल आर्यमन में सेकंड लीड विलेन का किरदार किया. इसके बाद से उन्हें बताओ सपोर्टिंग लीड एक्टर के तौर पर उन्हें काम मिलने लगे जिसमें उनके कई सीन होते थे.
2001 से 2007 तक मिले खूब काम: केके गोस्वामी ने बताया कि वह इस बात को लेकर खुद को खुशकिस्मत मानते हैं कि दिग्गज सितारे दिलीप कुमार के एक सीरियल में काम करने का मौका मिला. इस दौरान कई बार दिलीप कुमार के घर में उन्हें रहने का मौका मिला और उनके साथ उन्होंने कई बार लंच किया. उनसे अभिनय की कई बारीकियां को सीखा, इस दौरान कई बार उनकी देवानंद से भी गर्म जोशी भरी मुलाकातें हुई.
काम से नहीं मिलती थी फुर्सत: उन्होंने बताया कि साल 2001 से 2007 ऐसा रहा कि उनके पास डेट्स नहीं होते थे. मुंबई में रहते हुए वह अपने घर नहीं जा पाए थे क्योंकि दिन में तीन से चार फिल्मों की शूटिंग वह करते थे. इस दौरान उन्होंने शाहरुख खान सलमान खान अमिताभ बच्चन जैसे बड़े फिल्मी सितारों के साथ काम किया.
शाहरुख खान ने किया काफी सपोर्ट: केके गोस्वामी ने बताया कि शाहरुख खान ने उनका काफी सपोर्ट किया है. मुंबई में एस्टेब्लिश होने के दौरान उनके पास पैसों की किल्लत थी. इस बात को शाहरुख खान ने दूर से भांप लिया और उन्हें काफी आर्थिक मदद भी की. काम दिलाने से लेकर कई चीजों में भी शाहरुख खान ने काफी मदद की है.
ढाई सौ से अधिक फिल्मों को कर चुके हैं काम: वह कई हिंदी धारावाहिक कर चुके हैं. हिंदी फिल्मों के साथ-साथ गुजराती, मराठी और भोजपुरी फिल्मों में भी उन्होंने अभिनय किया है जिसमें उनका अपना आवाज है. उनकी कुछ फिल्में तमिल और तेलुगू में भी डब हुई है जिसमें उन्होंने आवाज नहीं दी है. वह अब तक ढाई सौ से अधिक फिल्मों को कर चुके हैं और वह गिनते नहीं है कि कितने फिल्मों को उन्होंने किया है. काम आता है तो डेट्स फाइनल होते हैं और फिर शूटिंग पूरी कर लेते हैं.
केके गोस्वामी की शादी की रोचक कहानी: केके गोस्वामी ने बताया कि उनके शादी का किस्सा भी काफी रोचक है. उनकी शादी तब हुई जब वह स्ट्रगल के दिनों में थे. उन्होंने बताया क्योंकि शादी 2001 में हुई है. उस दौरान वह अधिक से अधिक प्रोजेक्ट्स पर काम करने की लालच में थे. घर वालों ने दो बार पूर्व में शादी तय कर दी थी लेकिन शूटिंग से समय नहीं मिलने के कारण वह शादी के लिए घर नहीं पहुंच पाए.
"पहली बार में शादी टूट गयी, दूसरी बार में उनके छोटे भाई की शादी करा दी गई. ऐसे में घर वालों ने मुझे बहाना देकर घर पर बुलाया. पिताजी ने टेलीफोन किया कि मां की तबीयत बहुत खराब है, घर चले आओ. घर पहुंचे तो पता चला कि गीत संगीत बज रहा है. मैं समझ नहीं पाया कि बीमार के घर में गीत संगीत क्यों हो रहा है. घर में प्रवेश किया तो पता चला कि तीन-चार दिन बाद मेरी शादी है."- केके गोस्वामी, एक्टर
शादी के दिन भी डर था लड़की छोड़ ना दे: केके गोस्वामी ने बताया कि शादी की बात पता चलते ही वह बहुत घबरा गए. उन्होंने घर वालों से पूछा कि क्या लड़की को सब कुछ पता है. उसे मेरी फोटो दिखा दिए हैं ना?
इसके बाद उन्होंने घर वालों से कहा कि वह धूमधाम से बारात नहीं ले जाएंगे बल्कि गरीब नाथ मंदिर में शादी करेंगे.
मुंबई जाने की थी तैयारी पर हो गई शादी: उन्हें डर था कि कहीं धूमधाम से शादी हो रही है और ऐन मौके पर लड़की कहीं उन्हें देखकर मना ना कर दे. घर वालों ने उनकी बात मानी और गरीब नाथ मंदिर में शादी होनी तय हुई. शादी के दिन भी उन्होंने तय किया था कि अगर लड़की मना कर देती है तो यहां से सीधे ट्रेन पड़कर मुंबई लौट जाएंगे.
गरीब नाथ मंदिर में हुई शादी: केके गोस्वामी ने बताया कि जब गरीब नाथ मंदिर में शादी होने लगी तो आसपास के लोग देखकर भौंचक्के रह गये. कौतूहल का विषय बन गया कि शक्तिमान के खली बली की शादी हो रही है. लोगों की काफी भीड़ जुट गई और भीड़ को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन को बुलाना पड़ा. फिर कई लोगों को लगा कि धोखे में रखकर लड़की की शादी एक बौने से कराई जा रही है.
दो बच्चों के पिता हैं केके गोस्वामी: इसके बाद प्रशासन ने लड़की को बुलाया और विवाह की मर्जी पूछी और लड़की ने जब कहा कि नहीं मैं पहले से सब कुछ जानती हूं और सब कुछ जानते हुए शादी का निर्णय लिया है. इसके बाद उनकी शादी हो पाई और उनकी पत्नी पिंकू गोस्वामी के साथ आज वह मुंबई में रहते हैं और उनके दो बच्चे हैं. उनके दोनों बच्चे सामान्य हाइट के हैं.
दोस्तों ने उन्हें स्वीकारा: केके गोस्वामी ने कहा कि घर वालों को पहले से पता चल गया था कि उनकी हाइट नहीं बढ़ेगी. लेकिन जब वह सीनियर सेकेंडरी स्कूल में गए तब उन्होंने देखा कि सारे बच्चे उनके पीछे दौड़ रहे हैं. तब उन्हें लगा कि वह बाकी से थोड़े अलग हैं.
मां ने किया मोटिवेट: इस दौरान उनकी मां ने काफी उन्हें मोटिवेट किया कि जो अलग होता है, वही बड़ा आदमी बनता है और उसके पीछे लोग दौड़ते हैं. उनके दोस्तों ने कभी छोटे कद के होने की वजह से उन्हें तिरस्कार के नजर से नहीं देखा बल्कि उनके दोस्तों ने उन्हें खुले दिल से स्वीकार किया. आज भी वह अपने दोस्तों से मिलते हैं तो उसी गर्मजोशी से मिलते हैं.
तीन भाई में दो भाई हैं छोटे कद के: केके गोस्वामी ने बताया कि वह तीन भाई हैं और माता-पिता अब इस दुनिया में नहीं है. बड़े भाई मुजफ्फरपुर में अपना कारोबार देखते हैं और वह सामान्य कद काठी के इंसान हैं. वही उनका छोटा भाई राजेश गोस्वामी उनके कद काठी का है. वह भी मुंबई रहता है और कई बार फिल्मों में उनके बॉडी डबल का काम करता है. फिल्मों के कई सीन में वह डायलॉग डिलीवर करके आ जाते हैं और बाकी का काम उनका भाई करता है.
केके गोस्वामी का लोगों को संदेश : केके गोस्वामी ने बताया कि कोई उनसे छोटे होने का सवाल पूछता है तो वह यही कहते हैं कि आपके ऊपर जितना आसमान है उससे तीन फीट अधिक मेरे लिए आसमान है. इसका मतलब है कि आसमान में उड़ने के लिए आपसे अधिक दायरा मेरे पास है. वह कहते हैं कि लोगों को कभी भी खुद को डिमोटिवेट नहीं करना चाहिए और मोटिवेटेड रहने के लिए बहाने ढूंढने चाहिए.
बिहार में इन दिनों कर रहे नारी की शूटिंग: केके गोस्वामी इन दिनों बिहार में भोजपुरी फिल्म नारी की शूटिंग में व्यस्त हैं. नई फिल्म प्रोत्साहन नीति लागू होने के बाद बिहार में यह पहली फिल्म है जिसकी शूटिंग हो रही है. केके गोस्वामी ने बताया कि इस फिल्म में वह भूलन का किरदार निभा रहे हैं जो गूंगा है और काफी गरीब रहता है, लेकिन महिलाओं पर अत्याचार होता नहीं देख पाता है.
लिट्टी चोखा की तारीफ की: उन्होंने बताया कि वह गांव में शूटिंग कर रहे हैं. सरसों के खेत हैं और यह खेत खलिहान काफी आत्मीयता से भरे नजर आ रहे हैं. उनकी पैदाइश गांव की है और गांव हमेशा उनके दिल के करीब रहा है. मुंबई में भी रहते हैं तो सत्तू सानकर खाते हैं और लिट्टी चोखा खाते हैं.
नई फिल्म नीति के लिए बिहार सरकार को दी बधाई: केके गोस्वामी ने कहा कि वह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिंह को इस बात के लिए धन्यवाद देंगे कि उन्होंने बिहार में नई फिल्म प्रोत्साहन नीति लाई. इससे फिल्म प्रोड्यूसर को सब्सिडी मिलने लगा है जिससे फिल्मों की शूटिंग आसान हो पाई है.
भोजपुरी भाषा के लिए की ये मांग : केके गोस्वामी ने कहा कि ईटीवी भारत के माध्यम से वह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से यही आग्रह करना चाहेंगे कि भोजपुरी भाषा को भी भाषा का दर्जा दिया जाए. भोजपुरी को आठवीं अनुसूची में शामिल किया जाए और भोजपुरी के विकास के लिए सरकार की ओर से भी प्रयास हों.
सीआईडी 2 में फिर से दिखेगा ढ़ेंचू का किरदार: उन्होंने बताया कि अगले महीने एक हिंदी वेब सीरीज के लिए वह बिहार में शूटिंग शुरू करेंगे जिसमें पंकज त्रिपाठी भी होंगे और कई बड़े कलाकार भी होंगे. सीआईडी 2 में एक बार फिर से वह खबरी के किरदार ढ़ेंचू में नजर आ रहे हैं. इसके अलावा गुटरू-गू का चौथा सीजन आ रहा है. उनके यह सब प्रोजेक्ट पर शूटिंग चल रहा है, इसके अलावा कई अन्य प्रोजेक्ट पर बात चल रही है.
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