पटना: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर चुनाव आयोग का रवैये बेहद सख्त है. केंद्रीय चुनाव आयोग दो दिन के दौरे पर बिहार पहुंचे हुए है. वही चुनाव आयोग की टीम ने पटना और मुजफ्फरपुर में दो अलग-अलग बैठक की. इस बैठक में जिले के निर्वाचन अधिकारियों और एसपी के साथ चुनावी तैयारियों को लेकर समीक्षा की. वही पटना में उप निर्वाचन आयुक्त सुदीप जैन तो दूसरी मुजफ्फरपुर में उप निर्वाचन आयुक्त चंद्रभूषण कुमार ने अधिकारियों के साथ बैठक की.
शराब की खेप पर बड़ा सवाल
आयोग के आधिकारिक सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार विभिन्न जिलों की कार्रवाई से अवगत होने के बाद शराब जब्ती के आंकड़े को देख आयोग ने सवाल उठाए. पूछा कि जब राज्य में शराबबंदी है तो इतनी बड़ी मात्रा में शराब की खेप कैसे पहुंच रही है. इसका मतलब पुलिस का सूचना तंत्र ठीक से काम नहीं कर रहा. इसलिए सभी जिलों के अधिकारी इस पर सख्ती बरतें, ताकि शराब की खेप नहीं पहुंच पाए. बैठक में उप निर्वाचन आयुक्त चंद्रभूषण कुमार, बिहार के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी एचआर श्रीनिवास, भारतीय सूचना सेवा के शरदचंद्र, निदेशक-व्यय (राजस्व सेवा) के पंकज श्रीवास्तव ने बारी-बारी से सभी जिलों की समीक्षा की.
दिव्यांग वोटर्स की ली जानकारी
बैठक में चुनाव से जुड़े सभी बिंदुओं की समीक्षा हुई. जिसमें वीवी पैट, ईवीएम की सुरक्षा, मतदान केंद्रों पर उपलब्ध कराई जानेवाली सुविधाओं का आकलन किया गया. सहायक मतदान केंद्र ,मतदाता जागरुकता कार्यक्रम सहित विभिन्न बिंदुओं पर कार्यों की प्रगति की जानकारी लेते हुए विशेष निर्देश दिए गए. सभी जिलों के दिव्यांग वोटर्स की संख्या की जानकारी लेते हुए चुनाव में उनकी सौ फीसद सहभागिता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए. मूल मतदान केंद्र और इससे संबंधित सहायक मतदान केंद्रों की बारी-बारी से जानकारी ली गई.
कोविड-19 सौ फीसदी हो पालन
कोविड-19 के परिप्रेक्ष्य में मतदान केंद्रों पर क्राउड मैनेजमेंट के लिए बनाई गई प्लाङ्क्षनग के बारे में सभी डीईओ से अवगत हुए. कई निर्देश दिए गए. आयोग द्वारा कोविड-19 से संबंधित जारी किए गए विस्तृत दिशा-निर्देश का सौ फीसद अनुपालन करने का आदेश दिया. बैठक में दरभंगा प्रमंडल के सभी 12 जिलों के अधिकारी मौजूद थे.