पटना: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और धाकड़ नेता कर्पूरी ठाकुर की जयंती (Karpoori Thakur Birth Anniversary) के मौके पर बीजेपी के अति पिछड़ा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष और पटना जिला अध्यक्ष मुकेश शाह ने कहा कि बीजेपी के ओबीसी मोर्चा की ओर से बहुत ही धूमधाम से इसे मनाया जा रहा है. कर्पूरी ठाकुर ने बिहार में पिछड़े और अति पिछड़े समाज के लोगों की आवाज बुलंद की और समाज में उचित मान सम्मान दिलाया है. इसके साथ ही देश भर में पिछड़े, अति पिछड़े समाज के लोगों के लिए लड़ाई लड़ी है. कर्पूरी ठाकुर ने सभी जाति, सभी धर्म के लोगों के हितों में काम किया है और मुख्यमंत्री रहते हुए बिहार के लिए जो कुछ उन्होंने किया है वह अद्वितीय है.
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JDU कार्यकर्ताओं ने भी मनाई जयंती: वहीं बीजेपी कार्यालय के बाहर जदयू कार्यकर्ताओं द्वारा ढोल नगाड़े बजाते हुए कर्पूरी मार्च निकाले जाने के सवाल पर कहा कि कर्पूरी ठाकुर के विचार ऐसे हैं कि वह दलगत भावनाओं से ऊपर हैं. यही कारण है कि सभी दल अपने अपने तरीके से कर्पूरी ठाकुर को याद कर रहे हैं और उनकी जयंती मना रहे हैं. भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने प्रदेश के ओबीसी मोर्चा को धूमधाम से कर्पूरी जयंती समारोह मनाने का निर्देश दिया है. ऐसे में तमाम ओबीसी मोर्चा के सदस्य भारत सरकार से यह डिमांड करते हैं कि कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न दिया जाए. विद्यापति भवन के समारोह में एक सुर में आवाज उठाई जाएगी कि जननायक कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न मिलना चाहिए और केंद्र में जब भाजपा की सरकार है तो वह लोग अपनी मांग को और प्रमुखता से उठाएंगे और उन्हें उम्मीद है कि कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न मिलेगा.
"कर्पूरी ठाकुर के विचार आज भी प्रासंगिक है और उन्होंने पिछड़े समाज के लोगों को आवाज दी. उन्हें समाज में उचित स्थान दिलवाया. हर काम में पिछड़े समाज के लोग बढ़-चढ़कर आगे आते हैं आगे रहते हैं लेकिन उन्हें उनका उचित फल नहीं मिलता और इसी की लड़ाई कर्पूरी ठाकुर ने लड़ी थी ऐसे में कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न मिलना चाहिए."-पूनम कुमारी, बीजेपी ओबीसी मोर्चा की सदस्य
पूरे बिहार के हैं कर्पूरी ठाकुर: पटना जिला महानगर उपाध्यक्ष विपुल गांधी ने कहा कि कर्पूरी ठाकुर जननायक रहे हैं और बिहार ही नहीं देश भर में पिछड़े समाज के लोगों की आवाज बने हैं. मुख्यमंत्री रहते हुए कर्पूरी ठाकुर ने बिहार में जो कुछ भी निर्णय लिए है उसका असर यह है कि आज वह दलगत भावनाओं से ऊपर हो गए हैं. वह किसी एक खास दल विशेष के नहीं बल्कि पूरे बिहार के हैं. दलगत भावना से ऊपर उठकर सभी दलों को उनकी जयंती मनानी चाहिए और भारतीय जनता पार्टी की ओबीसी मोर्चा भी बड़े भव्य तरीके से उनकी जयंती समारोह मना रही है. उन लोगों की मांग है कि कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न दिया जाए.