कैमूर: मां बाप अपने बच्चों को विद्यालय में बेहतर शिक्षा और संस्कार के लिए भेजते हैं, लेकिन कैमूर जिले के मोहनिया नगर स्थित एक निजी स्कूल के शिक्षक पर विद्यालय में पढ़ने वाले छात्र ने गला दबाने का आरोप लगाया है. छात्र ने कहा कि इस दौरान जब वह बेहोश हो गया तो शिक्षक ने उसे पकड़ा नहीं बल्कि गिरने के लिए छोड़ दिया.
स्कूल में सांस रोकने के दौरान छात्र बेहोश: छात्र ने बताया कि गिरने के कारण सिर में चोट आ गई. उसके बाद भी शिक्षक ने अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए बच्चे को अस्पताल ले जाना मुनासिब नहीं समझा. बल्कि उसे धमकी देते हुए उसके घर के बाहर छोड़ दिया और कहा कि किसी को कुछ बताना नहीं. किसी को कुछ कहा तो पीटेंगे.
पांचवीं में पढ़ता है छात्र: प्राप्त जानकारी के अनुसार मोहनिया के रहने वाला पांचवीं क्लास का छात्र सोमवार को विद्यालय में पढ़ने के दौरान बेहोश हो गया. उसने कहा कि सर हम लोगों को विद्यालय में पढ़ा रहे थे. इस दौरान उन्होंने कहा कि अगर कोई 5 मिनट सांस रोकेगा तो उसकी जान जा सकती है और 2 मिनट रोकेगा तो बेहोश हो सकता है.
"मैंने बोला सर मैं 1 मिनट तक सांस रोक सकता हूं. सर ने मुझे बुलाया और मैं सांस रोका तो उन्होंने मेरा गला दबाया. इस दौरान मैं बेहोश हो गया और सर में चोट आई. होश में आए तो मुझे बेंच पर बैठाया गया और सर बोले कि घर जाकर किसी को बताना मत नहीं तो कल पीटेंगे."- पीड़ित छात्र
परिजनों ने 112 को किया कॉल: जिसके बाद बच्चा जब घर गया और उसकी तबीयत बिगड़ी तो परिजन डायल 112 को घटना की सूचना दिए. इलाज के लिए बच्चे को मोहनिया के अनुमंडल अस्पताल लाया गया, जहां बच्चे का प्राथमिक उपचार शुरू हो सका. वहीं स्कूल प्रबंधन पूरे मामले को लेकर सफाई देने में लगा है.
"मैंने इस मामले को संज्ञान में लिया है. टीचर गला दबा दे ऐसा हो ही नहीं सकता. टीचर पढ़ाने के लिए होते हैं. बच्चा अपने से बोला कि मैं सांस रोक लूंगा इसी दौरान वह गिर गया."- स्कूल के डायरेक्टर
पुलिस का बयान: डायल 112 के उपेंद्र सिंह ने बताया कि "हम लोगों को सूचना मिली थी कि टीचर ने बच्चे का गला दबाया है. अस्पताल लाया गया है. मामले की जांच की जा रही है जो भी मामला सामने आएगा उस अनुसार उचित कार्रवाई की जाएगी."
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