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BJP नेताओं ने राज्यपाल को सौंपा ज्ञापन, कहा- 'छपरा शराब मामले के पीड़ितों को मुआवजा देना होगा'

Bihar Hooch Tragedy: बीजेपी का शिष्टमंडल छपरा शराब मामले को लेकर राज्यपाल से मिला और ज्ञापन सौंपा. राजभवन से निकलकर बीजेपी नेताओं ने कहा हमने अपनी बात राज्यपाल महोदय से कह दी है. उन्होंने कार्रवाई का आश्वासन दिया है. पढ़ें पूरी खबर..

बीजेपी नेताओं ने राज्यपाल को सौंपा ज्ञापन
बीजेपी नेताओं ने राज्यपाल को सौंपा ज्ञापन
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Published : Dec 16, 2022, 4:44 PM IST

बीजेपी नेताओं ने राज्यपाल को सौंपा ज्ञापन

पटनाः बिहार के छपरा में जहरीली शराब से हुई 57 मौत के बाद विपक्ष दोनों सदन में कार्रवाई को नहीं चलने दे रहा है. शुक्रवार को बीजेपी के विधायकों ने राजभवन मार्च कर राज्यपाल को ज्ञापन (BJP leaders submitted memorandum to Governor ) सौंपा. बीजेपी के नेताओं ने कहा कि जिस तरह से जहरीली शराब से बिहार में लोगों की मौत हो रही है. वर्तमान सरकार को बर्खास्त किया जाए. नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा (Leader of Opposition Vijay Sinha ) ने कहा कि राजभवन ने हमारी बातों को सुना है हमें उम्मीद है कि कहीं न कहीं उसको लेकर वह संज्ञान भी लेंगे. राज्यपाल ने कार्रवाई का आश्वासन दिया है.

ये भी पढ़ेंः छपरा शराब कांड पर मानवाधिकार आयोग ने लिया संज्ञान, बिहार सरकार से मांगी रिपोर्ट

नेता प्रतिपक्ष ने मुआवजा देने की मांग कीः राज्यपाल से मिलकर आए विजय सिन्हा ने कहा कि मुख्यमंत्री कहते हैं कि जहरीली शराब से जिसकी मौत हुई है उसके परिजन को मुआवजा नहीं देंगे. यह कहां का कानून है. जब नाव में 25 लोग बैठने का नियम है और ज्यादा लोग बैठते हैं और दुर्घटना होती है तो मुआवजा दिया जाता है. उसी तरह जहरीली शराब से जो लोग मरे हैं उनके परिजन को मुआवजा क्यों नहीं दिया जाएगा. इसका जवाब भी मुख्यमंत्री को देना चाहिए. उन्होंने कहा कि जब तक इस मामले को लेकर सदन में सरकार जवाब नहीं देगी तब तक भारतीय जनता पार्टी का प्रदर्शन जारी रहेगा.

"अराजकता से मुक्ति दिलाने के लिए, जहरीली शराब में प्रशासन की संलिप्तता को लेकर संज्ञान लेने को लेकर ज्ञापन सौंपा गया है. मुआवजा क्यों नहीं मिलेगा. बताइये नाव में नियम है कि 25 लोग बैठेगा, लेकिन 50 लोग बैठकर डूबकर मरता है तो मुआवजा देते हैं कि नहीं. ऐसे में शराब का सेवन रोकने की जिम्मेवारी प्रशासन की है. क्यों प्रशासन ने शराब की बिक्री और सेवन को नहीं रोका. यह सरकार की विफलता है तो मुआवजा तो देना होगा" - विजय सिन्हा, नेता, प्रतिपक्ष

बीजेपी ने मुख्यमंत्री से मांगा जवाबः वहीं पूर्व मंत्री और बीजेपी विधायक नीरज सिंह बबलू ने कहा कि बिहार नीतीश कुमार से संभल नहीं रहा है. शराबबंदी कानून तो लागू कर दिए, लेकिन इस कानून का पालन नहीं कराया जा रहा है. इस कानून के तहत सिर्फ गरीब लोग जहरीली शराब पीकर मर रहे हैं और इसको लेकर सरकार को जवाब देना ही होगा. वहीं पूर्व मंत्री रामसूरत राय ने कहा कि जानबूझकर सरकार शराब पिलवा रही है और सबसे बड़ा दोषी अगर कोई है तो वह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हैं. आज हम लोग गए थे राज्यपाल महोदय से मिले. उन्होंने आश्वासन दिया है कि घटनाओं पर नजर है और जिस कार्रवाई के लिए हमलोग वहां गए थे राज्यपाल महोदय इस पर विचार करेंगे.

"महामहिम राज्यपाल को हमलोगों ने ज्ञापन दिया है. हमलोगों ने कहा कि गरीबों को मुआवजा मिलना चाहिए और नीतीश कुमार जो गलतबयानी की है, उसपर उन्हें माफी मांगनी चाहिए. उन्होंने कहा है कि सारी रिपोर्ट दिल्ली को भेजी जाएगी और इस पर कार्रवाई की जाएगी"- नीरज सिंह, विधायक, बीजेपी

"हमलोग सभी एमएलसी और विधायक राज्यपाल के पास गए थे. हमलोगों ने कहा ताड़ी बंद कराने के बाद नकली शराब पीलाई जा रही है, जिससे लोगों की मौत हो रही है. इसके सरगना नीतीश कुमार हैं. गरीब, दलित और वंचित परिवार के लोगों को मरवाया जा रहा है. थाना के अंदर जो जब्त स्पीरिट था, वह कैसे गायब हो गया. उसको चूहा पी गया क्या? थाना के पदाधिकारियों के द्वारा नकली शराब बनाकर गरीबों को पिलाई जा रही है. महामहिम ने कहा है कि इस पर मैं बड़ी कार्रवाई करूंगा"- रामसूरत राय, पूर्व मंत्री

बीजेपी नेताओं ने राज्यपाल को सौंपा ज्ञापन

पटनाः बिहार के छपरा में जहरीली शराब से हुई 57 मौत के बाद विपक्ष दोनों सदन में कार्रवाई को नहीं चलने दे रहा है. शुक्रवार को बीजेपी के विधायकों ने राजभवन मार्च कर राज्यपाल को ज्ञापन (BJP leaders submitted memorandum to Governor ) सौंपा. बीजेपी के नेताओं ने कहा कि जिस तरह से जहरीली शराब से बिहार में लोगों की मौत हो रही है. वर्तमान सरकार को बर्खास्त किया जाए. नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा (Leader of Opposition Vijay Sinha ) ने कहा कि राजभवन ने हमारी बातों को सुना है हमें उम्मीद है कि कहीं न कहीं उसको लेकर वह संज्ञान भी लेंगे. राज्यपाल ने कार्रवाई का आश्वासन दिया है.

ये भी पढ़ेंः छपरा शराब कांड पर मानवाधिकार आयोग ने लिया संज्ञान, बिहार सरकार से मांगी रिपोर्ट

नेता प्रतिपक्ष ने मुआवजा देने की मांग कीः राज्यपाल से मिलकर आए विजय सिन्हा ने कहा कि मुख्यमंत्री कहते हैं कि जहरीली शराब से जिसकी मौत हुई है उसके परिजन को मुआवजा नहीं देंगे. यह कहां का कानून है. जब नाव में 25 लोग बैठने का नियम है और ज्यादा लोग बैठते हैं और दुर्घटना होती है तो मुआवजा दिया जाता है. उसी तरह जहरीली शराब से जो लोग मरे हैं उनके परिजन को मुआवजा क्यों नहीं दिया जाएगा. इसका जवाब भी मुख्यमंत्री को देना चाहिए. उन्होंने कहा कि जब तक इस मामले को लेकर सदन में सरकार जवाब नहीं देगी तब तक भारतीय जनता पार्टी का प्रदर्शन जारी रहेगा.

"अराजकता से मुक्ति दिलाने के लिए, जहरीली शराब में प्रशासन की संलिप्तता को लेकर संज्ञान लेने को लेकर ज्ञापन सौंपा गया है. मुआवजा क्यों नहीं मिलेगा. बताइये नाव में नियम है कि 25 लोग बैठेगा, लेकिन 50 लोग बैठकर डूबकर मरता है तो मुआवजा देते हैं कि नहीं. ऐसे में शराब का सेवन रोकने की जिम्मेवारी प्रशासन की है. क्यों प्रशासन ने शराब की बिक्री और सेवन को नहीं रोका. यह सरकार की विफलता है तो मुआवजा तो देना होगा" - विजय सिन्हा, नेता, प्रतिपक्ष

बीजेपी ने मुख्यमंत्री से मांगा जवाबः वहीं पूर्व मंत्री और बीजेपी विधायक नीरज सिंह बबलू ने कहा कि बिहार नीतीश कुमार से संभल नहीं रहा है. शराबबंदी कानून तो लागू कर दिए, लेकिन इस कानून का पालन नहीं कराया जा रहा है. इस कानून के तहत सिर्फ गरीब लोग जहरीली शराब पीकर मर रहे हैं और इसको लेकर सरकार को जवाब देना ही होगा. वहीं पूर्व मंत्री रामसूरत राय ने कहा कि जानबूझकर सरकार शराब पिलवा रही है और सबसे बड़ा दोषी अगर कोई है तो वह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हैं. आज हम लोग गए थे राज्यपाल महोदय से मिले. उन्होंने आश्वासन दिया है कि घटनाओं पर नजर है और जिस कार्रवाई के लिए हमलोग वहां गए थे राज्यपाल महोदय इस पर विचार करेंगे.

"महामहिम राज्यपाल को हमलोगों ने ज्ञापन दिया है. हमलोगों ने कहा कि गरीबों को मुआवजा मिलना चाहिए और नीतीश कुमार जो गलतबयानी की है, उसपर उन्हें माफी मांगनी चाहिए. उन्होंने कहा है कि सारी रिपोर्ट दिल्ली को भेजी जाएगी और इस पर कार्रवाई की जाएगी"- नीरज सिंह, विधायक, बीजेपी

"हमलोग सभी एमएलसी और विधायक राज्यपाल के पास गए थे. हमलोगों ने कहा ताड़ी बंद कराने के बाद नकली शराब पीलाई जा रही है, जिससे लोगों की मौत हो रही है. इसके सरगना नीतीश कुमार हैं. गरीब, दलित और वंचित परिवार के लोगों को मरवाया जा रहा है. थाना के अंदर जो जब्त स्पीरिट था, वह कैसे गायब हो गया. उसको चूहा पी गया क्या? थाना के पदाधिकारियों के द्वारा नकली शराब बनाकर गरीबों को पिलाई जा रही है. महामहिम ने कहा है कि इस पर मैं बड़ी कार्रवाई करूंगा"- रामसूरत राय, पूर्व मंत्री

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