पटना: भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल (State President of BJP Dr Sanjay Jaiswal) ने बिहार के निर्वाचन आयोग पर हमला बोला है. संजय जायसवाल ने ट्वीट कर बिहार निर्वाचन आयोग पर जमकर निशाना साधा है. उन्होने अपने ट्वीट में लिखा है 'बिहार निर्वाचन आयोग ने अपनी गरिमा को समाप्त कर सरकारी बाबुओं का दफ्तर बना लिया है. उन्होने कहा है कि अगर किसी सांसद और विधायक को नगर में 6 महीने पुराने सड़क का भी उद्घाटन करना है तो जिलाधिकारी हमें नियम समझाते हैं कि बिहार के शहरों में आदर्श आचार संहिता लागू है और इसलिए कोई कार्य आप नहीं कर सकते हैं. इतना ही नहीं अगर 18 वर्ष से कम के बच्चों का भी कोई कार्यक्रम एक सांसद के रूप में मैं करना चाहता हूं तो आदर्श आचार संहिता की दुहाई देकर हमें रोका जाता है.
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किस नियम के तहत मुख्यमंत्री कर रहें सार्वजनिक सभा: प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल ने कहा की दूसरी तरफ बिहार के मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, सभी विभागों के सचिव खुलेआम पटना शहर में पुरानी नौकरियों को नया बताकर बांटते हैं. गया जी मे नल जल योजना का सार्वजनिक उद्घाटन और सभा करते हैं पर इसको संज्ञान लेने की सूधि निर्वाचन आयोग को नहीं है. राज्य निर्वाचन आयोग को यह बताना चाहिए कि जब सांसद और विधायक कोई भी कार्यक्रम, आदर्श आचार संहिता के तहत शहर में नहीं कर सकते हैं तो किस नियम के तहत मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री एवं विभिन्न विभागों के सचिव सार्वजनिक सभा कर पटना में नौकरियां बांट रहे हैं.
"राज्य निर्वाचन आयोग को यह बताना चाहिए कि बोधगया में नदी जल योजना का उद्घाटन कर रहे हैं. क्या यह नगर में लगे आदर्श आचार संहिता में नहीं आता है. अगर यह आता है तो अभी तक मुख्यमंत्री एवं उपमुख्यमंत्री के ऊपर एफआईआर निर्वाचन आयोग ने क्यों नहीं किया है? और अगर यह नहीं आता है तो किस नियम से सांसद और विधायकों को नगर में किसी भी कार्य पर आदर्श आचार संहिता की बात की जा रही है." डॉ संजय जायसवाल, प्रदेश अध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी
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राज्य निर्वाचन आयोग को यह बताना चाहिए कि सांसद,विधायक कोई भी कार्यक्रम, आदर्श आचार संहिता के तहत शहर में नहीं कर सकते हैं तो किस नियम के तहत मुख्यमंत्री,उपमुख्यमंत्री,विभागों के सचिव सार्वजनिक सभा कर पटना में नौकरियां बांट रहे हैं एवं बोधगया में नदी जल योजना का उद्घाटन कर रहे हैं
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— Dr. Sanjay Jaiswal (@sanjayjaiswalMP) November 30, 2022
निर्वाचन आयोग क्यों नहीं किया मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री पर FIR : राज्य निर्वाचन आयोग को यह बताना चाहिए कि बोधगया में नदी जल योजना का उद्घाटन कर रहे हैं. क्या यह नगर में लगे आदर्श आचार संहिता में नहीं आता है. अगर यह आता है तो अभी तक मुख्यमंत्री एवं उपमुख्यमंत्री के ऊपर एफआईआर निर्वाचन आयोग ने क्यों नहीं किया है? और अगर यह नहीं आता है तो किस नियम से सांसद और विधायकों को नगर में किसी भी कार्य पर आदर्श आचार संहिता की बात की जा रही है.
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