पटना: मंत्री मदन सहनी (Madan Sahni) के आरोपों के बाद विपक्ष बिहार की नीतीश सरकार पर लगातार हमलावर है. आरजेडी प्रवक्ता शक्ति यादव (Shakti Yadav) ने कहा है कि सूबे में चारों तरफ अराजक स्थिति बन गई है. हालांकि बीजेपी प्रवक्ता अखिलेश सिंह ने दावा किया है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) जल्दी ही समाधान निकाल लेंगे.
ये भी पढ़ें- RJD का बड़ा दावा- लालू और तेजस्वी से मिल रहे हैं कई मंत्री और सत्ता पक्ष के विधायक
मंत्री भी भ्रष्टाचार पर मुखर
आरजेडी प्रवक्ता शक्ति यादव ने कहा है कि सभी विभागों में भ्रष्टाचार व्याप्त है और इसके जनक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही हैं. यही कारण है कि अब मंत्री भी सवाल उठा रहे हैं कि बिहार में मंत्रियों पर अधिकारियों की नजर रहती है और अधिकारी लगातार मनमानी कर रहे हैं.
सीएम की चुप्पी पर सवाल
उनका ये भी आरोप है कि अब मंत्री भी घोटाले और भ्रष्टाचार की बात खुलकर बोल रहे हैं, लेकिन मुख्यमंत्री इस मुद्दे पर मौन हैं. शक्ति यादव ने कहा कि मदन सहनी के साथ गलत व्यवहार किया गया है और उनके गाड़ी भी जब्त कर ली गयी है, जो कि गलत है.
"कोई भी अतिपिछड़ा, पिछड़ा या दलित समाज के लोग अगर हमारे दल में आते हैं तो हम उनका जरूर स्वागत करेंगे"- शक्ति यादव, प्रवक्ता, आरजेडी
बीजेपी का विपक्ष पर पलटवार
वहीं, बीजेपी प्रवक्ता अखिलेश सिंह ने पलटवार करते हुए कहा कि विपक्ष जो सोच लेकर लार टपका रहा है, उससे उसको कोई फायदा नहीं होगा. उन्होंने कहा कि बिहार की सरकार चल रही है और 5 साल के कार्यकाल को पूरा करेगी. मुख्यमंत्री खुद इन बातों का समाधान करेंगे.
ये भी पढ़ें- मदन सहनी के बयान से उत्साहित RJD ने सरकार को घेरा, बोली BJP- 'हम आपस में सुलझा लेंगे'
मदन सहनी का जीवेश पर हमला
आपको बताएं कि शनिवार को मीडिया ने जब मदन सहनी से पूछा कि जीवेश मिश्रा ने कहा था कि मंत्री को भी अधिकारी के साथ तालमेल बैठाने चाहिए, इसके जवाब में सहनी ने कहा कि मैं एक राजनीतिक प्राणी हूं, दलाल नहीं कि अधिकारियों से तालमेल बैठाने की कोशिश करूं. अपनी ये विद्या वो अपने पास ही रखें और अपनी सीमा में रहा करें.
क्या कहा था जीवेश मिश्रा ने?
दरअसल जीवेश मिश्रा ने कहा था कि अफसरों की मनमानी के आरोप का मैं समर्थन नहीं करता. मेरे पास दो-दो विभाग हैं. मेरे विभागों में इस तरह की कोई बात नहीं है. उन्होंने कहा था कि मंत्री को भी अधिकारी के साथ सामंजस्य बैठाकर विभाग चलाना चाहिए. मंत्री जनता के चुने हुए प्रतिनिधि हैं. जनता के कई सारे काम होते हैं. ऐसे में मंत्रियों की जवाबदेही ज्यादा होती है. अधिकारियों को यह बात समझनी चाहिए."