पटना: मानसून सत्र (Monsoon Session) के आखिरी दिन बिहार विधान परिषद (Bihar Legislative Council) की कार्यवाही में सबसे ज्यादा शिक्षा से जुड़े सवाल पूछे गए. कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह (Awadhesh Narayan Singh) ने बताया कि यह सत्र पूरी तरह शांतिपूर्ण रहा है और इसमें तीन विश्वविद्यालय समेत आठ महत्वपूर्ण विधेयक पारित हुए हैं.
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बिहार विधान परिषद की 198 वें सत्र का समापन हो गया. इस सत्र में कुल 183 प्रश्नों की सूचनाएं,160 सवालों की स्वीकृति,75 सवालों का जवाब आया. ध्यानाकर्षण की कुल 38 सूचनाओं में से 20 की स्वीकृति और सभी का जवाब मिला. जबकि शून्यकाल की कुल 39 सूचनाएं प्राप्त हुई जिनमें से 38 सूचनाओं के द्वारा सरकार को आकृष्ट किया गया.
'पांच ही दिनों में माननीयों सदस्यों ने बहुत सी समस्याओं को उठाया और उसका समाधान भी हुआ. किसी तरह का कोई हंगामा नहीं हुआ. कार्यवाही बहुत अच्छे से चली. इन पांच दिनों में कई जनसमस्याओं का समाधान किया गया.'- अवधेश नारायण सिंह, कार्यकारी सभापति, बिहार विधान परिषद
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निवेदन की कुल 44 सूचनाएं आई और स्वीकृत की गई. इस सत्र में निम्न विधेयक पारित किए गए.
- बिहार पंचायत राज (संशोधन) विधेयक, 2021
- आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय (संशोधन) विधेयक, 2021
- बिहार स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय विधेयक, 2021
- बिहार खेल विश्वविद्यालय विधेयक, 2021
- बिहार माल और सेवा कर (संशोधन) विधेयक, 2021
- बिहार राजकोषीय उत्तरदायित्व एवं बजट प्रबंधन (संशोधन) विधेयक, 2021
- बिहार अभियंत्रण विश्विद्यालय विधेयक, 2021
- बिहार विनियोग (संख्या-3) विधेयक, 2021
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बता दें कि बिहार विधानमंडल (Bihar Legislature) का मानसून सत्र (Monsoon Session) 26 जुलाई से शुरू हुआ था. शुक्रवार को जातीय जनगणना की मांग को लेकर राजद सदस्यों ने बिहार विधान परिषद की कार्यवाही के अंतिम दिन मुख्य गेट पर जमकर विरोध प्रदर्शन किया और सरकार से जातीय जनगणना कराये जाने की मांग की.