पटना: बिहार में एनडीए की सत्ता में वापसी हुई है, लेकिन बहुत कम मार्जिन के साथ, चुनाव आयोग की साइट पर दिख रहे नतीजों के मुताबिक एनडीए ने 243 सदस्यीय सदन में 122 सीटों के बहुमत के आंकड़े को पार कर लिया है. इस गठबंधन में शामिल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), जनता दल यूनाइटेड, विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (एचएएम) ने मिलकर 125 सीटें जीत ली हैं.
एनडीए की सत्ता बरकरार लेकिन बहुत कम मार्जिन से
भाजपा 74 सीटों पर विजयी रही, जबकि जद (यू) 43 सीटें जीतने में सफल रही. छोटे सहयोगी दलों एचएएम और वीआईपी ने 4-4 सीटें जीतीं. वहीं, अक्टूबर-नवंबर के चुनावों में राज्य में एनडीए का साथ छोड़ने वाली लोक जनशक्ति पार्टी को केवल 1 सीट से संतोष करना पड़ा.
महागठबंधन ने जीतीं 110 सीटें
विपक्षी महागठबंधन ने 110 सीटें जीतीं, इसमें राष्ट्रीय जनता दल ने 75 सीटें, कांग्रेस ने 19 और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी-मार्क्सवादी-लेनिनवादी (लिबरेशन) ने 12 सीटें जीतीं. भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी-मार्क्सवादी ने 2-2 सीटें जीतीं. बची हुई सीटें अन्य दलों में बंट गईं. जैसे असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम में ने 5 सीटें और बहुजन समाज पार्टी ने 1 सीट जीती. चुनाव में एक निर्दलीय उम्मीदवार भी विजयी हुआ.
हालांकि, विधानसभा चुनाव में भले एनडीए को बहुमत मिल गया हो लेकिन कई सीटों पर जीत का अंतर काफी कम रहा. इसमें से कई सीट ऐसी हैं जिनपर 1000 से कम वोटों के अंतर से हार या जीत तय हो गई. हालांकि, अगर इन सीटों पर नतीजे बदलते भी तो फाइनल रिजल्ट पर बहुत ज्यादा अंतर नहीं पड़ता. लेकिन किसी भी उम्मीदवार ने लिए इतने कम अंतर से हारना मायूस करनेवाला है.
आइये जानते है सभी 243 सीटों पर वोट का अंतर:
- 11 सीट पर वोट का अंतर- 0 से 1000
- 41 सीट पर वोट का अंतर- 1001 से 5000
- 33 सीट पर वोट का अंतर- 5001 से 10000
- 75 सीट पर वोट का अंतर- 10001 से 20000
- 43 सीट पर वोट का अंतर- 20001 से 30000
- 22 सीट पर वोट का अंतर- 30001 से 40000
- 14 सीट पर वोट का अंतर- 40001 से 50000
- 04 सीट पर वोट का अंतर- 50001 से 60000
जीत और हार का अंतर:
- नालंदा जिले की हिलसा सीट पर जेडीयू उम्मीदवार कृष्णमुरारी ने आरजेडी के अत्रि मुनि उर्फ शक्ति सिंह यादव को मात्र 12 वोटों से हराया.
- बरबीघा में जेडीयू उम्मीदवार सुदर्शन कुमार ने कांग्रेस के गजानंद शाही को मात्र 113 मतों से हराया.
- गोपालगंज जिले के भोरे विधानसभा क्षेत्र में, जेडीयू के सुनील कुमार ने सीपीआई (एमएल) के उम्मीदवार जितेंद्र पासवान को 462 मतों से हराया.
- आरजेडी के सुधाकर सिंह ने रामगढ़ सीट पर बीएसपी उम्मीदवार अंबिका सिंह को मात्र 189 मतों से हराया.
- एलजेपी के राज कुमार सिंह ने मटिहानी सीट पर जेडीयू के नरेंद्र कुमार सिंह उर्फ बोगो सिंह को केवल 333 मतों से हराया.
- चकाई सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार सुमित कुमार सिंह ने आरजेडी की सावित्री देवी को 581 मतों से हराया.
- परबत्ता में, जेडीयू के उम्मीदवार डॉ. संजीव कुमार ने आरजेडी उम्मीदवार दिंगबर प्रसाद तिवारी पर 951 मतों के अंतर से जीत दर्ज की.
- बछवाड़ा सीट पर बीजेपी के सुरेंद्र मेहता ने सीपीआई उम्मीदवार अवधेश कुमार राय को 484 वोटों से शिकस्त दी.
- आरजेडी उम्मीदवारों ने डेहरी सीट को 464 मतों और कुढ़नी सीट को 712 मतों से जीता.
- बखरी सीट पर सीपीआई के सूर्यकांत पासवान ने बीजेपी के रमेश पासवान को 777 मतों से हराया.
- एक सीट पर मात्र 13 वोटों से हुआ हार जीत का फैसला
कुल 243 विधानसभा सीटों में से करीब 40 सीटों पर हार जीत का मार्जिन कुल 3500 वोटों से रहा. वहीं, 11 सीटों पर हार जीत का मार्जिन एक हजार से भी कम वोटों का रहा. यानी इस चुनाव में एनडीए और महागठबंधन के बीच काफी क्लोज फाइट देखने को मिली.
एनडीए को बहुमत
बिहार विधानसभा की 243 सीटों में से प्रदेश में सत्ताधारी एनडीए ने 125 सीटें जीत ली हैं और बहुमत का जादुई आंकड़ा प्राप्त कर लिया है. वहीं, विपक्षी महागठबंधन ने 110 सीट जीती हैं. एनडीए में शामिल बीजेपी ने 74 सीटों पर, जेडीयू ने 43 सीटों पर, विकासशील इंसान पार्टी ने 4 सीटों पर और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा ने भी 4 सीटों पर जीत दर्ज की है. वहीं, विपक्षी महागठबंधन में शामिल आरजेडी ने 75 सीटों पर, कांग्रेस ने 19 सीटों पर, भाकपा माले ने 12 सीटों पर, भाकपा और माकपा ने दो-दो सीटों पर जीत दर्ज की है. इस चुनाव में चिराग पासवान की एलजेपी और बसपा ने एक-एक सीट जीती है.