पटना: जेडीयू को फिर से नंबर वन पार्टी बनाने के मिशन के तहत नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की कोशिश है कि सभी पुराने नेताओं की घर वापसी कराई जाए. उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) और मंजीत सिंह सरीखे नेताओं के बाद अब बारी पूर्व मंत्री भगवान सिंह कुशवाहा (Bhagwan Singh Kushwaha) की है. जो फिर से पार्टी का दामन थामेंगे.
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बिहार विधानसभा चुनाव में बगावत कर एलजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले पूर्व मंत्री भगवान सिंह कुशवाहा एक बार फिर से जेडीयू में लौट रहे हैं. ईटीवी भारत से बातचीत में उन्होंने साफ किया कि वे 7 अगस्त को पार्टी की सदस्यता हासिल करेंगे.
भगवान सिंह कुशवाहा ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के साथ लगातार बातचीत हुई है और पार्टी नेताओं के आग्रह पर फिर से जेडीयू में शामिल होने का फैसला लिया है. 7 अगस्त को पार्टी कार्यालय में वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में सदस्यता लेंगे.
भगवान सिंह कुशवाहा ने कहा विधानसभा चुनाव में जेडीयू की तरफ से टिकट नहीं मिलने के कारण ही बागी हुए थे और लोजपा के टिकट पर जगदीशपुर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ना पड़ा था. उन्होंने कहा कि उस चुनाव में मुझे 48000 वोट आया था. हालांकि मेरे साथ-साथ जेडीयू कैंडिडेट की भी हार हुई थी.
पूर्व मंत्री ने कहा कि नीतीश कुमार के साथ काम करने का लंबा अनुभव है. न केवल मैं उनके दल में रहा हूं, बल्कि उनके मंत्रिमंडल में भी शामिल था. मुख्यमंत्री की तारीफ करते हुए कहा कि नीतीश कुमार ने बिहार को संभालने, कानून-व्यवस्था को सुधारने और विकास के लिए कई काम किया है.
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उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं के दबाव में जरूर टिकट नहीं मिलने के कारण हम चुनाव लड़े, लेकिन अब पार्टी नेताओं के आग्रह पर फिर से 7 अगस्त को जेडीयू में शामिल हो रहे हैं. इसके साथ ही कहा कि उपेंद्र कुशवाहा और वे मिलकर पूरी कोशिश करेंगे कि 2025 के चुनाव में पार्टी को 100 से अधिक सीट दिलाएं.
"विधानसभा चुनाव के बाद से लगातार जेडीयू के नेताओं से बातचीत होती थी. सब लोगों ने आग्रह किया कि इधर-उधर की बात छोड़िए और मिलजुल कर सुंदर बिहार बनाने में हाथ बंटाइये. मैंने तमाम नेताओं के आग्रह को स्वीकर करते हुए 7 अगस्त को फिर से पार्टी में शामिल होने का फैसला किया है"- भगवान सिंह कुशवाहा, पूर्व मंत्री, बिहार