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पटना में डेंगू: अस्पतालों में बढ़ाए गए मरीजों के लिए बेड - dengue patients in patna

पटना में डेंगू के बढ़ते मामले के बाद अस्पताल प्रशासन सतर्क हो गया है. मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए अस्पताल में बेड की संख्या बढ़ायी जा रहीं हैं. वहीं एम्स में डेंगू के मरीजों के लिए डेडिकेटेड वार्ड बनाया गया है.

पटना में डेंगू
पटना में डेंगू
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Published : Oct 12, 2022, 9:01 PM IST

पटना: राजधानी पटना में डेंगू (Dengue in Patna) मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. पटना में पिछले 24 घंटें में डेंगू के 120 नए मामले सामने आए हैं. जिससे पटना में डेंगू मरीजों की संख्या (Number of dengue patients in Patna) बढ़कर 2164 हो गई है. डेंगू के बढ़ते मामले को देखते हुए अस्पताल प्रशासन भी सतर्क हो गई है. इसी कारण अस्पतालों में मरीजों के लिए बेड की संख्या बढ़ानी शुरू कर दी गई है.

ये भी पढ़ें- डेंगू को लेकर पटना के अस्पतालों में अलर्ट जारी, फॉगिंग और टेमिफॉस के छिड़काव करने का आदेश

इन इलाकों में बढ़ रहे हैं मामले: पटना में पिछले 24 घंटे में 120 नए मरीज सामने आए हैं. इन मरीजों में एक तिहाई से अधिक मरीज पटना के अजीमाबाद अंचल से है. इस इलाके से 83 नए मरीज सामने आए है. इसके बाद बांकीपुर अंचल से 32 नए मरीज सामने आए हैं. जिला प्रशासन ने 8 अक्टूबर तक के 1844 रोगियों के विश्लेषण पर बताया कि महिलाओं की तुलना में पुरुष डेंगू की चपेट में ज्यादा आ रहे है. आंकड़े देखें जाए तो पटना में डेंगू मरीज में पुरुषों की संख्या 1226 है, जबकि 615 महिलाएं डेंगू से संक्रमित हुई है. मरीजों में 0 से 30 वर्ष आयु वर्ग वाले लोगों की संख्या 65 फीसदी से अधिक है.

मरीजों के लिए बढ़ाए जा रहे हैं बेड: डेंगू के बढ़ते मामले देखते हुए अस्पतालों ने बेड की संख्या बढ़ानी शुरू कर दी है. पीएमसीएच में 47 बेड का डेंगू वार्ड चल रहा है. जिसे अब बढ़ाकर 100 बेड का किया जा रहा है. एनएमसीएच में भी डेंगू मरीजों के लिए 75 बेड की व्यवस्था की गई है. इसके अलावा आईजीआईएमएस में भी डेंगू मरीजों के लिए 50 बेड रिजर्व किए गए हैं.

एम्स में डेंगू मरीजों के लिए बना डेडिकेटेड वार्ड : पटना एम्स में भी डेंगू मरीजों के लिए विशेष व्यवस्था की गई है. पटना एम्स के मेडिसिन विभाग के 30 बेड के एक वार्ड को पूरी तरह से डेंगू मरीजों के लिए डेडिकेटेड वार्ड बनाया गया है. इसके अलावा किडनी और लीवर की बीमारी से पीड़ित डेंगू मरीजों के लिए भी अस्पताल में विशेष व्यवस्था की गई है.

"गंभीर रोगियों के लिए अस्पताल प्रबंधन द्वारा पहले से ही पर्याप्त मात्रा में प्लेटलेट्स सुरक्षित कर लिए गए हैं और हर दिन 60 से अधिक लोगों की डेंगू जांच अस्पताल में हो रही है. एम्स परिसर में वार्ड से लेकर हॉस्टल और खुले स्थानों पर नियमित फागिंग और एंटी लार्वा का छिड़काव कराया जा रहा है'.- डॉक्टर जी के पाल, निदेशक, पटना एम्स

सभी स्कूलों को मिला निर्देश: पटना में डेंगू के बढ़ते मामले को देखते हुए जिलाधिकारी कार्यालय की ओर से सभी स्कूलों को निर्देश दिया गया है कि बच्चे फुल पैंट और फुल स्लीव की शर्ट में ही स्कूल जाएं. क्योंकि डेंगू मरीज दिन के समय एक्टिव रहते हैं और जमीन से 2 फुट की ऊंचाई पर अधिक सक्रिय होते हैं. वहीं डेंगू के बढ़ते मामले को देखते हुए पटना नगर निगम की ओर से भी निगम क्षेत्र के सभी अंचलों में तीन शिफ्ट में 36 हैंड फागिंग मशीन और 43 टेंपो जिस पर फागिंग मशीन फिक्स है. उससे एंटी लार्वा का छिड़काव कराया जा रहा है.

"इन दिनों डेंगू के मामले पटना में बढ़े हुए हैं. इसका एक प्रमुख कारण बे-मौसम बरसात भी है. इसलिए सभी लोग अपने घर के आस-पास, बालकनी, खिड़की, गमला या कहीं भी पानी का जमाव नहीं होने दें इस मौसम में फुल स्लीव के शर्ट और फुल पैंट पहने. जितना कम से कम हो अपनी बॉडी को एक्सपोज करें ताकि मच्छर के काटने के चांसेस कम हो. सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें. खानपान में प्रोटीन युक्त संतुलित भोजन का सेवन करें".- डॉ मनोज कुमार सिन्हा, अस्पताल अधीक्षक

ये भी पढ़ें- बिहार में डेंगू के डंक से लोग परेशान, बकरी के दूध की बढ़ी डिमांड

पटना: राजधानी पटना में डेंगू (Dengue in Patna) मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. पटना में पिछले 24 घंटें में डेंगू के 120 नए मामले सामने आए हैं. जिससे पटना में डेंगू मरीजों की संख्या (Number of dengue patients in Patna) बढ़कर 2164 हो गई है. डेंगू के बढ़ते मामले को देखते हुए अस्पताल प्रशासन भी सतर्क हो गई है. इसी कारण अस्पतालों में मरीजों के लिए बेड की संख्या बढ़ानी शुरू कर दी गई है.

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इन इलाकों में बढ़ रहे हैं मामले: पटना में पिछले 24 घंटे में 120 नए मरीज सामने आए हैं. इन मरीजों में एक तिहाई से अधिक मरीज पटना के अजीमाबाद अंचल से है. इस इलाके से 83 नए मरीज सामने आए है. इसके बाद बांकीपुर अंचल से 32 नए मरीज सामने आए हैं. जिला प्रशासन ने 8 अक्टूबर तक के 1844 रोगियों के विश्लेषण पर बताया कि महिलाओं की तुलना में पुरुष डेंगू की चपेट में ज्यादा आ रहे है. आंकड़े देखें जाए तो पटना में डेंगू मरीज में पुरुषों की संख्या 1226 है, जबकि 615 महिलाएं डेंगू से संक्रमित हुई है. मरीजों में 0 से 30 वर्ष आयु वर्ग वाले लोगों की संख्या 65 फीसदी से अधिक है.

मरीजों के लिए बढ़ाए जा रहे हैं बेड: डेंगू के बढ़ते मामले देखते हुए अस्पतालों ने बेड की संख्या बढ़ानी शुरू कर दी है. पीएमसीएच में 47 बेड का डेंगू वार्ड चल रहा है. जिसे अब बढ़ाकर 100 बेड का किया जा रहा है. एनएमसीएच में भी डेंगू मरीजों के लिए 75 बेड की व्यवस्था की गई है. इसके अलावा आईजीआईएमएस में भी डेंगू मरीजों के लिए 50 बेड रिजर्व किए गए हैं.

एम्स में डेंगू मरीजों के लिए बना डेडिकेटेड वार्ड : पटना एम्स में भी डेंगू मरीजों के लिए विशेष व्यवस्था की गई है. पटना एम्स के मेडिसिन विभाग के 30 बेड के एक वार्ड को पूरी तरह से डेंगू मरीजों के लिए डेडिकेटेड वार्ड बनाया गया है. इसके अलावा किडनी और लीवर की बीमारी से पीड़ित डेंगू मरीजों के लिए भी अस्पताल में विशेष व्यवस्था की गई है.

"गंभीर रोगियों के लिए अस्पताल प्रबंधन द्वारा पहले से ही पर्याप्त मात्रा में प्लेटलेट्स सुरक्षित कर लिए गए हैं और हर दिन 60 से अधिक लोगों की डेंगू जांच अस्पताल में हो रही है. एम्स परिसर में वार्ड से लेकर हॉस्टल और खुले स्थानों पर नियमित फागिंग और एंटी लार्वा का छिड़काव कराया जा रहा है'.- डॉक्टर जी के पाल, निदेशक, पटना एम्स

सभी स्कूलों को मिला निर्देश: पटना में डेंगू के बढ़ते मामले को देखते हुए जिलाधिकारी कार्यालय की ओर से सभी स्कूलों को निर्देश दिया गया है कि बच्चे फुल पैंट और फुल स्लीव की शर्ट में ही स्कूल जाएं. क्योंकि डेंगू मरीज दिन के समय एक्टिव रहते हैं और जमीन से 2 फुट की ऊंचाई पर अधिक सक्रिय होते हैं. वहीं डेंगू के बढ़ते मामले को देखते हुए पटना नगर निगम की ओर से भी निगम क्षेत्र के सभी अंचलों में तीन शिफ्ट में 36 हैंड फागिंग मशीन और 43 टेंपो जिस पर फागिंग मशीन फिक्स है. उससे एंटी लार्वा का छिड़काव कराया जा रहा है.

"इन दिनों डेंगू के मामले पटना में बढ़े हुए हैं. इसका एक प्रमुख कारण बे-मौसम बरसात भी है. इसलिए सभी लोग अपने घर के आस-पास, बालकनी, खिड़की, गमला या कहीं भी पानी का जमाव नहीं होने दें इस मौसम में फुल स्लीव के शर्ट और फुल पैंट पहने. जितना कम से कम हो अपनी बॉडी को एक्सपोज करें ताकि मच्छर के काटने के चांसेस कम हो. सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें. खानपान में प्रोटीन युक्त संतुलित भोजन का सेवन करें".- डॉ मनोज कुमार सिन्हा, अस्पताल अधीक्षक

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