पटना: इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान को डेडीकेटेड कोविड अस्पताल बनाया गया है. फिलहाल 285 बेड की व्यवस्था वहां पर की गई है. जहां कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज किया जा रहा है. संस्थान के अधीक्षक मनीष मंडल के अनुसार, लॉकडाउन के बाद मरीजों की संख्या घटी है और अभी भी संस्थान में 40 से 50 बेड खाली है.
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बेड नहीं बढ़ाए जाएंगे
उन्होंने कहा कि फिलहाल यहां पर बेड बढ़ाने की जरूरत नहीं है. लेकिन हमने संसाधन बढ़ा लिया है. अगर जरूरत पड़ेगी तो, आवश्यकता अनुसार काम किया जाएगा. मनीष मंडल ने कहा कि हमारे संस्थान में अब वैसे मरीज जो कोरोना पॉजिटिव हैं, डायलेसिस करवाना है, उनका इलाज कर रहे हैं. इसके अलावा जिन्हें एंजियोग्राफी करना है अगर कोरोना पॉजिटिव हैं तो उनका भी इलाज होगा.
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ज्यादा से ज्यादा मरीजों का हो इलाज
उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश है कि ज्यादा से ज्यादा कोविड मरीजों का इलाज हो. जिसके लिए हम लगातार काम कर रहे हैं. हमारे पास डेडिकेटेड डॉक्टर की टीम है, जो काम कर रही है.