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AISF ने मुख्यमंत्री को लिखा मार्मिक पत्र, शिक्षकों और सरकार के बीच की गतिरोध खत्म करने की अपील

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भेजे गए पत्र में ऑल इण्डिया स्टूडेंट्स फेडरेशन (AISF) के राष्ट्रीय सचिव सुशील कुमार एवं राज्य अध्यक्ष रंजीत पंडित ने मुख्यमंत्री से मार्मिक अपील की है. पत्र में छात्र नेताओं ने कहा है कि वैश्विक महामारी नोवल कोरोना से जारी जंग में पूरे राज्य का आवाम आपके साथ एकजुटता से खड़ी है.

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Published : Apr 1, 2020, 5:42 PM IST

पटना: विगत एक माह से अधिक समय से जारी शिक्षकों की हड़ताल समाप्त करने के लिए छात्र संगठन एआईएसएफ ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एक मार्मिक पत्र लिखा है. एआईएसएफ ने मुख्यमंत्री से पहल कर शिक्षकों और सरकार के बीच जारी गतिरोध को समाप्त कर कोरोना के खिलाफ साथ में मिल कर लड़ने का सुझाव दिया है.

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भेजे गए पत्र में ऑल इण्डिया स्टूडेंट्स फेडरेशन (AISF) के राष्ट्रीय सचिव सुशील कुमार एवं राज्य अध्यक्ष रंजीत पंडित ने मुख्यमंत्री से मार्मिक अपील की है. पत्र में छात्र नेताओं ने कहा है कि वैश्विक महामारी नोवल कोरोना से जारी जंग में पूरे राज्य का आवाम आपके साथ एकजुटता से खड़ी है.

डेढ़ महिने से शिक्षकों की हड़ताल जारी
बता दें कि प्राथमिक एवं मध्य विद्यालय में 17 फरवरी एवं माध्यमिक विद्यालय में 25 फरवरी से शिक्षक हड़ताल पर हैं. राज्यकर्मी का दर्जा, सेवा शर्त, पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू करने, समान काम के लिए समान वेतन, प्राथमिक से लेकर माध्यमिक शिक्षा को पंचायती राज व्यवस्था से अलग करने एवं सरकार की घोषणा के अनुरूप सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों को लागू करने जैसे कुछ बुनियादी सवालों को लेकर शिक्षक हड़ताल पर हैं.

खत्म हो शिक्षकों और सरकार के बीच गतिरोध
शिक्षकों के लंबे हड़ताल से छात्र समुदाय का चिंतित होना वाजिब है. फेडरेशन ने मुख्यमंत्री से जारी गतिरोध को समाप्त करने हेतु अपने स्तर से सकारात्मक हस्तक्षेप कर वार्ता का माहौल बनाने का अनुरोध किया है। प्राथमिक एवं मध्य विद्यालय में 17 फरवरी एवं माध्यमिक विद्यालय में 25 फरवरी से शिक्षक हड़ताल पर हैं। राज्यकर्मी का दर्जा,सेवा शर्त, पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू करने,समान काम के लिए समान वेतन,प्राथमिक से लेकर माध्यमिक शिक्षा को पंचायती राज व्यवस्था से अलग करने एवं आपकी घोषणा के अनुरूप सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों को लागू करने जैसे कुछ बुनियादी सवालों को लेकर शिक्षक हड़ताल पर हैं. फेडरेशन ने मुख्यमंत्री से जारी गतिरोध को समाप्त करने हेतु अपने स्तर से सकारात्मक हस्तक्षेप कर वार्ता का माहौल बनाने का अनुरोध किया है.

AISF ने मुख्यमंत्री को लिखा मार्मिक पत्र
AISF ने मुख्यमंत्री को लिखा मार्मिक पत्र

वेतन कटौती पर जताया ऐतराज
मुख्यमंत्री को भेजे गए पत्र में फेडरेशन ने लिखा है कि शिक्षक हड़ताल पर रहते हुए भी कोरोना के खिलाफ जागरूकता अभियान में भी शामिल रहे हैं. शिक्षकों को भरोसे में लेने के लिए उनके साथ सम्मानजनक समझौता कर हड़ताल समाप्त करना नितांत आवश्यक है. छात्र नेताओं ने शिक्षकों को हर माह नियत समय पर वेतन देने की माँग करते हुए वेतन कटौती पर ऐतराज भी जताया है. साथ ही मार्च महीने का वेतन जारी करने की माँग की है.

समान स्कूल प्रणाली हो फिर से लागू
पत्र में उन्होनें नीतीश कुमार को याद दिलाते हुए लिखा है कि पहली बार एनडीए की सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री नें 2006 में पूर्व विदेश सचिव मुचुकुन्द दुबे की अध्यक्षता में समान स्कूल प्रणाली आयोग का गठन किया था. सबको शिक्षा एक समान, सबको वेतन एक समान की सिफारिश समान, स्कूल प्रणाली आयोग भी करता है. उन्होंने राज्य में समान स्कूल प्रणाली लागू करने की पहल मुख्यमंत्री से पुनः शुरू करने माँग की है. पत्र की कॉपी शिक्षा मंत्री कृष्ण नंदन प्रसाद वर्मा एवं शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव आर.के. महाजन को भी भेजी गई है.

पटना: विगत एक माह से अधिक समय से जारी शिक्षकों की हड़ताल समाप्त करने के लिए छात्र संगठन एआईएसएफ ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एक मार्मिक पत्र लिखा है. एआईएसएफ ने मुख्यमंत्री से पहल कर शिक्षकों और सरकार के बीच जारी गतिरोध को समाप्त कर कोरोना के खिलाफ साथ में मिल कर लड़ने का सुझाव दिया है.

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भेजे गए पत्र में ऑल इण्डिया स्टूडेंट्स फेडरेशन (AISF) के राष्ट्रीय सचिव सुशील कुमार एवं राज्य अध्यक्ष रंजीत पंडित ने मुख्यमंत्री से मार्मिक अपील की है. पत्र में छात्र नेताओं ने कहा है कि वैश्विक महामारी नोवल कोरोना से जारी जंग में पूरे राज्य का आवाम आपके साथ एकजुटता से खड़ी है.

डेढ़ महिने से शिक्षकों की हड़ताल जारी
बता दें कि प्राथमिक एवं मध्य विद्यालय में 17 फरवरी एवं माध्यमिक विद्यालय में 25 फरवरी से शिक्षक हड़ताल पर हैं. राज्यकर्मी का दर्जा, सेवा शर्त, पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू करने, समान काम के लिए समान वेतन, प्राथमिक से लेकर माध्यमिक शिक्षा को पंचायती राज व्यवस्था से अलग करने एवं सरकार की घोषणा के अनुरूप सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों को लागू करने जैसे कुछ बुनियादी सवालों को लेकर शिक्षक हड़ताल पर हैं.

खत्म हो शिक्षकों और सरकार के बीच गतिरोध
शिक्षकों के लंबे हड़ताल से छात्र समुदाय का चिंतित होना वाजिब है. फेडरेशन ने मुख्यमंत्री से जारी गतिरोध को समाप्त करने हेतु अपने स्तर से सकारात्मक हस्तक्षेप कर वार्ता का माहौल बनाने का अनुरोध किया है। प्राथमिक एवं मध्य विद्यालय में 17 फरवरी एवं माध्यमिक विद्यालय में 25 फरवरी से शिक्षक हड़ताल पर हैं। राज्यकर्मी का दर्जा,सेवा शर्त, पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू करने,समान काम के लिए समान वेतन,प्राथमिक से लेकर माध्यमिक शिक्षा को पंचायती राज व्यवस्था से अलग करने एवं आपकी घोषणा के अनुरूप सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों को लागू करने जैसे कुछ बुनियादी सवालों को लेकर शिक्षक हड़ताल पर हैं. फेडरेशन ने मुख्यमंत्री से जारी गतिरोध को समाप्त करने हेतु अपने स्तर से सकारात्मक हस्तक्षेप कर वार्ता का माहौल बनाने का अनुरोध किया है.

AISF ने मुख्यमंत्री को लिखा मार्मिक पत्र
AISF ने मुख्यमंत्री को लिखा मार्मिक पत्र

वेतन कटौती पर जताया ऐतराज
मुख्यमंत्री को भेजे गए पत्र में फेडरेशन ने लिखा है कि शिक्षक हड़ताल पर रहते हुए भी कोरोना के खिलाफ जागरूकता अभियान में भी शामिल रहे हैं. शिक्षकों को भरोसे में लेने के लिए उनके साथ सम्मानजनक समझौता कर हड़ताल समाप्त करना नितांत आवश्यक है. छात्र नेताओं ने शिक्षकों को हर माह नियत समय पर वेतन देने की माँग करते हुए वेतन कटौती पर ऐतराज भी जताया है. साथ ही मार्च महीने का वेतन जारी करने की माँग की है.

समान स्कूल प्रणाली हो फिर से लागू
पत्र में उन्होनें नीतीश कुमार को याद दिलाते हुए लिखा है कि पहली बार एनडीए की सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री नें 2006 में पूर्व विदेश सचिव मुचुकुन्द दुबे की अध्यक्षता में समान स्कूल प्रणाली आयोग का गठन किया था. सबको शिक्षा एक समान, सबको वेतन एक समान की सिफारिश समान, स्कूल प्रणाली आयोग भी करता है. उन्होंने राज्य में समान स्कूल प्रणाली लागू करने की पहल मुख्यमंत्री से पुनः शुरू करने माँग की है. पत्र की कॉपी शिक्षा मंत्री कृष्ण नंदन प्रसाद वर्मा एवं शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव आर.के. महाजन को भी भेजी गई है.

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