पटना: कृषि विभाग द्वारा बामेती सभागार में आज जल जीवन हरियाली दिवस का आयोजन किया गया. इस मौके पर विकास आयुक्त अमीर सुबहानी कृषि विभाग के प्रधान सचिव एंड सर्वनाम निदेशक आदेश तितरमारे सहित कई विभाग के अधिकारी भी मौजूद रहे. इस दौरान मुख्य रूप से जल जीवन हरियाली कार्यक्रम को किस तरह से बिहार में बढ़ावा दिया जाए, इस पर परिचर्चा की गयी.
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"कृषि विभाग द्वारा जल जीवन हरियाली अभियान का कार्यान्वयन राज्य के पर्यावरण को प्रदूषण से मुक्त करने और वातावरण को स्वच्छ और स्वस्थ बनाने के उद्देश्य से किया जा रहा है. सबसे ज्यादा फायदा इसमें किसानों को भी है और किसान ही इस कार्यक्रम को सफल भी बना सकते हैं. जैविक खेती करके हम पर्यावरण को बचा सकते हैं. साथ ही ज्यादा से ज्यादा पेड़-पौधे लगाकर हम पर्यावरण को सुरक्षित कर सकते हैं. कहीं ना कहीं कृषि विभाग इसको लेकर कई योजना को चला रहा है. जिस तरह से जलवायु परिवर्तन हो रहा है, उससे कृषि कार्यों पर काफी असर पड़ रहा है, तो हमने कई जिलों में जलवायु परिवर्तन को लेकर सेमिनार भी आयोजित किया है"- एन सरवण कुमार, प्रधान सचिव, कृषि विभाग
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जलवायु परिवर्तन का प्रभाव
प्रधान सचिव ने कहा कि जलवायु के अनुसार इस तरह हम फसल को उपजाए ये बात भी किसानों को बताया है. हमारी कोशिश है कि जलवायु परिवर्तन का प्रभाव किसान की फसल पर नहीं पड़े, इसको लेकर लगातार हमारे अधिकारी किसानों को समझा रहे हैं और उन्हें मौसम अनुकूल फसल उपजाने की सलाह भी दे रहे हैं. इस अवसर पर फसल अवशेष प्रबंधन पर भी चर्चा की गई.