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तमिलनाडु में स्पेशल पूजा के नाम पर करोड़ों की ठगी, पिता और पुत्र पुलिस के शिकंजे में - 2 CRORE RS CHEATING CASE

तमिलनाड में खुद को पुजारी बताने वाले वाले शख्स ने विशेष पूजा के नाम पर लोगों से करोड़ों रुपये ठग लिए.

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तमिलनाडु में ठगी का बड़ा मामला, दो आरोपी गिरफ्तार (फाइल फोटो) (ETV Bharat and IANS)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jan 13, 2025, 7:21 PM IST

थूथुकुडी: तमिलनाडु के तूतीकोरिन जिले में एक विशेष पूजा आयोजित कराने के नाम पर 2 करोड़ 29 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है. पुलिस ने ठगी के आरोप में पिता बालासुब्रमण्यम और उसके बेटे अय्यादुरई दोनों को गिरफ्तार कर रिमांड पर लिया है. आरोप है कि, पिता और पुत्र ने पूजा का विशेष आयोजन कर कुछ लोगों को पैसे डबल करने का झांसा दिया.

खबर के मुताबिक, 42 साल का ठगी के शिकार लिंगराज तूतीकोरिन जिले के एट्टायपुरम तालुक के पुंगवर्णनाथम का रहने वाले है. वह एरेल (मुख्य बाजार) क्षेत्र में पूजा की सजावटी वस्तुओं की बिक्री का व्यवसाय करते हैं. साल 2018 में पुंगवर्णनाथम क्षेत्र के बालासुब्रमण्यम (63) से उनका परिचय कराया गया था. उसने बताया कि, वह पुजारी है और पुंगवर्णथम में एक नया मंदिर स्थापित किया है.

इसके अलावा उसने अपनी पत्नी पंडियाम्मल (57) और बेटे अय्याथुराई (27) को भी लिंगराज से मिलवाया और बताया कि उसने मंदिर में विशेष पूजा करके कई लोगों की समस्याओं का समाधान किया है और कई लोगों के पैसे दोगुने किए हैं.

साथ ही, वे लिंगराज से कहा कि, विशेष पूजा करने से उनके कारोबार में वृद्धि होगी. इस बात पर विश्वास करते हुए लिंगराज ने 2018 से 2023 तक विभिन्न किस्तों में बालासुब्रमण्यम को 38 लाख रुपये तक दिए हैं. इसी तरह लिंगराज के दोस्त आनंदकुमार ने भी बालासुब्रमण्यम को 29 लाख रुपये दिए. जब पिछले साल लिंगराज ने बालासुब्रमण्यम और उनके परिवार से फोन पर संपर्क किया, तो उन्हें पता चला कि वे फरार हो गए हैं.

इसके बाद लिंगराज और उनके दोस्त आनंदकुमार पुंगवर्णथम आए और बालासुब्रमण्यम को कई बार खोजा, लेकिन वह नहीं मिला. वहां पूछताछ करने पर पता चला कि बालासुब्रमण्यम को पांडियन से 27 लाख रुपये, इरुलप्पन से 7 लाख रुपये और मारीमुथु से 10 लाख रुपये मिले थे. ये तीनों शिवगंगा जिले के हैं. इसी तरह, उसने एट्टायपुरम के मरियम्मल से 29.40 लाख रुपये, शांति से 17 लाख रुपये और मरिकन्नु से 5 लाख रुपये ऐंठ लिए.

इसके अलावा, बालासुब्रमण्यम ने डिंडीगल के बालामुरुगन से 10.60 लाख रुपये, कमलाकन्नन से 16 लाख रुपये और थिरुमलासामी से 40 लाख रुपये ऐंठ लिए. बालासुब्रमण्यम और उनके परिवार द्वारा कुल 2.29 करोड़ रुपये की ठगी की गई. लिंगराज को जब यह एहसास हुआ कि उनके साथ धोखाधड़ी हुई है तो उन्होंने 13 मार्च 2024 को थूथुकुडी डीएसपी कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई.

शिकायत के आधार पर, पुलिस ने 5 अक्टूबर 2024 को आईपीसी की धारा 406, 420 और 120 (बी) के तहत मामला दर्ज किया. अब बालासुब्रमण्यम और उनके बेटे अय्यादुरई दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया और 15 दिनों के लिए पेरूरानी की जिला जेल में रिमांड पर लिया गया. फिलहाल जिला अपराध शाखा पुलिस मामले की जांच कर रही है और अदालत के माध्यम से दोनों आरोपियों की संपत्ति जब्त करने का प्रयास कर रही है.

ये भी पढ़ें: मैं पुलिस कमिश्नर शिंदे बोल रहा हूं... गिरफ्तारी का डर दिखाया और ठग लिए 58 लाख रुपये

थूथुकुडी: तमिलनाडु के तूतीकोरिन जिले में एक विशेष पूजा आयोजित कराने के नाम पर 2 करोड़ 29 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है. पुलिस ने ठगी के आरोप में पिता बालासुब्रमण्यम और उसके बेटे अय्यादुरई दोनों को गिरफ्तार कर रिमांड पर लिया है. आरोप है कि, पिता और पुत्र ने पूजा का विशेष आयोजन कर कुछ लोगों को पैसे डबल करने का झांसा दिया.

खबर के मुताबिक, 42 साल का ठगी के शिकार लिंगराज तूतीकोरिन जिले के एट्टायपुरम तालुक के पुंगवर्णनाथम का रहने वाले है. वह एरेल (मुख्य बाजार) क्षेत्र में पूजा की सजावटी वस्तुओं की बिक्री का व्यवसाय करते हैं. साल 2018 में पुंगवर्णनाथम क्षेत्र के बालासुब्रमण्यम (63) से उनका परिचय कराया गया था. उसने बताया कि, वह पुजारी है और पुंगवर्णथम में एक नया मंदिर स्थापित किया है.

इसके अलावा उसने अपनी पत्नी पंडियाम्मल (57) और बेटे अय्याथुराई (27) को भी लिंगराज से मिलवाया और बताया कि उसने मंदिर में विशेष पूजा करके कई लोगों की समस्याओं का समाधान किया है और कई लोगों के पैसे दोगुने किए हैं.

साथ ही, वे लिंगराज से कहा कि, विशेष पूजा करने से उनके कारोबार में वृद्धि होगी. इस बात पर विश्वास करते हुए लिंगराज ने 2018 से 2023 तक विभिन्न किस्तों में बालासुब्रमण्यम को 38 लाख रुपये तक दिए हैं. इसी तरह लिंगराज के दोस्त आनंदकुमार ने भी बालासुब्रमण्यम को 29 लाख रुपये दिए. जब पिछले साल लिंगराज ने बालासुब्रमण्यम और उनके परिवार से फोन पर संपर्क किया, तो उन्हें पता चला कि वे फरार हो गए हैं.

इसके बाद लिंगराज और उनके दोस्त आनंदकुमार पुंगवर्णथम आए और बालासुब्रमण्यम को कई बार खोजा, लेकिन वह नहीं मिला. वहां पूछताछ करने पर पता चला कि बालासुब्रमण्यम को पांडियन से 27 लाख रुपये, इरुलप्पन से 7 लाख रुपये और मारीमुथु से 10 लाख रुपये मिले थे. ये तीनों शिवगंगा जिले के हैं. इसी तरह, उसने एट्टायपुरम के मरियम्मल से 29.40 लाख रुपये, शांति से 17 लाख रुपये और मरिकन्नु से 5 लाख रुपये ऐंठ लिए.

इसके अलावा, बालासुब्रमण्यम ने डिंडीगल के बालामुरुगन से 10.60 लाख रुपये, कमलाकन्नन से 16 लाख रुपये और थिरुमलासामी से 40 लाख रुपये ऐंठ लिए. बालासुब्रमण्यम और उनके परिवार द्वारा कुल 2.29 करोड़ रुपये की ठगी की गई. लिंगराज को जब यह एहसास हुआ कि उनके साथ धोखाधड़ी हुई है तो उन्होंने 13 मार्च 2024 को थूथुकुडी डीएसपी कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई.

शिकायत के आधार पर, पुलिस ने 5 अक्टूबर 2024 को आईपीसी की धारा 406, 420 और 120 (बी) के तहत मामला दर्ज किया. अब बालासुब्रमण्यम और उनके बेटे अय्यादुरई दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया और 15 दिनों के लिए पेरूरानी की जिला जेल में रिमांड पर लिया गया. फिलहाल जिला अपराध शाखा पुलिस मामले की जांच कर रही है और अदालत के माध्यम से दोनों आरोपियों की संपत्ति जब्त करने का प्रयास कर रही है.

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