गढ़वा/पटना: लॉकडाउन में बाहर फंसे लोग अपने परिजनों से मिलने के लिए बेताब हैं. यूपी के फरीदाबाद से एक ट्रक में भूसे की तरह ठूंसकर बिहार लौट रहे 95 मजदूर झारखंड के बॉर्डर पर पकड़े गए हैं. झारखंड पुलिस ने ट्रक को अपनी सीमा में घुसने से रोक दिया. उसके बाद यूपी पुलिस ने ट्रक को अपने कब्जे में कर लिया.
पुलिस ने ट्रक की जांच की तो उसमें बिहार के विभिन्न जिलों के 95 मजदूर पाए गए. दरअसल यूपी के फरीदाबाद की एक फैक्ट्री में पाइप अनलोड कर एक खाली ट्रक वापस लौट रही थी. लॉकडाउन के दौरान फैक्ट्री में फंसे बिहार के कई जिलों के 95 मजदूर उस ट्रक में सवार हो गए. ट्रक को त्रिपाल से इस कदर बंद किया गया था कि बाहर से देखने में वह सामानों से भरा दिखे.
सारे मजदूर भेजे गये क्वॉरेंटाइन सेंटर
नरक जैसे सफर में सवार मजदूर मथुरा, आगरा, कानपुर, इलाहाबाद और मिर्जापुर की सीमा आसानी से पार कर गए. सोनभद्र जिले के विंढमगंज सीमा से झारखंड की सीमा में प्रवेश कर रहे उस ट्रक को गढ़वा के वंशीधर पुलिस ने रोक दिया. उसके बाद विंढमगंज पुलिस ने उस ट्रक को अपने कब्जे में ले लिया. जांच के दौरान ट्रक से 95 मजदूर बाहर निकाले गए.
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सभी को मेडिकल जांच के बाद विंढमगंज के भारतीय इंटरमीडिएट कॉलेज स्थित क्वॉरेंटाइन सेंटर में भेज दिया गया. पकड़े गए मजदूरों ने कहा कि घर नहीं लौटते तो भूखे मर जाते. उनके पास पैसे नहीं थे और वहां भोजन की व्यवस्था नहीं थी. बिहार के मुख्यमंत्री पर गुस्सा का इजहार करते हुए उनसे बाहर फंसे मजदूरों को बिहार मंगवाने की मांग की.